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कुमार विश्वास बोले- अयोध्या में तैयार हुआ था पहला मानव, यहां आना किसी मोक्ष से कम नहीं - भगवान राम मंदिर

प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास और कविता तिवारी (poet Kumar Vishwas and Kavita Tiwari in Ayodhya) अयोध्या के धार्मिक स्थलों में दर्शन पूजन करने पहुंचे. इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए कवि कुमार विश्वास ने कहा कि मैं खुद को सौभाग्यशाली समझता हूं कि भगवान राम के मंदिर में (temple of Lord Ram) दो ईंट रखने का मौका मिल रहा है.

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प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास और कविता तिवारी
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 25, 2023, 4:47 PM IST

प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास ने दी जानकारी

अयोध्या: पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेई के जन्मदिवस पर आयोजित काव्य संध्या में शामिल होने रामनगरी अयोध्या पहुंचे मशहूर कवि कुमार विश्वास और कविता तिवारी ने अयोध्या के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों पर दर्शन और पूजन किया. सरयू तट के किनारे मां सरयू का पूजन अर्चन करने के बाद कुमार विश्वास ने गौ सेवा भी की और स्थानीय लोगों से मुलाकात कर बातचीत की. इसके बाद उन्होंने पवन पुत्र हनुमान जी महाराज के दरबार में हाजिरी लगाई और रामलला के दरबार में माथा टेका. उनके साथ क्रांतिकारी विचारधारा की प्रसिद्ध कवियत्री कविता तिवारी भी मौजूद थी. दर्शन पूजन करने के बाद कुमार विश्वास ने मीडिया कर्मियों से भी बात की.

500 वर्षों की कठिन तपस्या का परिणाम है भगवान राम मंदिर: कुमार विश्वास ने कहा कि अयोध्या में आगमन किसी भी मनुष्य के लिए मोक्ष और पुण्य जैसा ही है. क्योंकि महाराजा मनु की राजधानी अयोध्या थी और और पहला मानव यहीं पर तैयार हुआ. इसलिए हम सभी कहीं के हो लेकिन, मूल रूप से हम अयोध्या के निवासी ही हैं. वहीं, राम मंदिर निर्माण के सवाल पर कुमार विश्वास ने कहा कि हमारे लिए यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि 500 वर्षों तक भगवान राम के मंदिर के लिए कठिन तपस्या होती रही. देश आजाद हुआ, उसके बाद भी बीते 70 वर्षों तक यह पूरा प्रकरण राजनीति का केंद्र रहा. आपसी सहमति से हिंदू धर्म के तीनों प्रमुख स्थल अयोध्या, काशी, मथुरा हिन्दू देवी देवताओं के मंदिरों के लिए स्थान छोड़ दिया जाना चाहिए था. लेकिन, राजनीतिक स्वार्थ के चलते भगवान राम को एक लंबा वनवास झेलना पड़ा.

इसे भी पढ़े-राम मंदिर उद्घाटन : बिग बी से रजनीकांत समेत इन बॉलीवुड-साउथ सितारों को न्योता, गेस्ट लिस्ट में नहीं कंगना रनौत

हम सौभाग्यशाली हैं, जो मंदिर का निर्माण देख रहे: कुमार विश्वास ने कहा कि मैं भगवान का आभारी हूं, जिन्होंने इस काम के लिए हम लोगों का चुनाव किया है. भगवान राम के मंदिर के लिए हम भी दो ईंट रख रहे हैं. सदियों से इसके लिए साधु संतों ने आम जनमानस ने अपने प्राणों का बलिदान दिया है. हम सौभाग्यशाली हैं कि भगवान राम के मंदिर को बनता हुआ देख रहे हैं. सौभाग्यशाली वह लोग भी थे जिन्होंने, भगवान राम को देखा था. जिन्होंने देश की आजादी को देखा था और आज हम भगवान राम के मंदिर के निर्माण को देख रहे हैं. अयोध्या के विकास कार्य के सवाल पर कुमार विश्वास ने कहा कि मैं तब भी आया था जब भगवान राम टेंट में विराजमान थे. उस समय अयोध्या आने पर एक क्षोभ की भावना होती थी. लेकिन, आज उल्लास है, उत्साह है. विकास हो रहा है. बहुत सुंदर अयोध्या बनकर तैयार हो रही है. मैं आता रहूंगा. हमारे आने वाले वंशज भी हमेशा आते रहेंगे.

यह भी पढ़े-देखिए भगवान रामलला के गर्भगृह की अद्भुत तस्वीरें, पत्थरों पर खास नक्काशी

प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास ने दी जानकारी

अयोध्या: पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेई के जन्मदिवस पर आयोजित काव्य संध्या में शामिल होने रामनगरी अयोध्या पहुंचे मशहूर कवि कुमार विश्वास और कविता तिवारी ने अयोध्या के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों पर दर्शन और पूजन किया. सरयू तट के किनारे मां सरयू का पूजन अर्चन करने के बाद कुमार विश्वास ने गौ सेवा भी की और स्थानीय लोगों से मुलाकात कर बातचीत की. इसके बाद उन्होंने पवन पुत्र हनुमान जी महाराज के दरबार में हाजिरी लगाई और रामलला के दरबार में माथा टेका. उनके साथ क्रांतिकारी विचारधारा की प्रसिद्ध कवियत्री कविता तिवारी भी मौजूद थी. दर्शन पूजन करने के बाद कुमार विश्वास ने मीडिया कर्मियों से भी बात की.

500 वर्षों की कठिन तपस्या का परिणाम है भगवान राम मंदिर: कुमार विश्वास ने कहा कि अयोध्या में आगमन किसी भी मनुष्य के लिए मोक्ष और पुण्य जैसा ही है. क्योंकि महाराजा मनु की राजधानी अयोध्या थी और और पहला मानव यहीं पर तैयार हुआ. इसलिए हम सभी कहीं के हो लेकिन, मूल रूप से हम अयोध्या के निवासी ही हैं. वहीं, राम मंदिर निर्माण के सवाल पर कुमार विश्वास ने कहा कि हमारे लिए यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि 500 वर्षों तक भगवान राम के मंदिर के लिए कठिन तपस्या होती रही. देश आजाद हुआ, उसके बाद भी बीते 70 वर्षों तक यह पूरा प्रकरण राजनीति का केंद्र रहा. आपसी सहमति से हिंदू धर्म के तीनों प्रमुख स्थल अयोध्या, काशी, मथुरा हिन्दू देवी देवताओं के मंदिरों के लिए स्थान छोड़ दिया जाना चाहिए था. लेकिन, राजनीतिक स्वार्थ के चलते भगवान राम को एक लंबा वनवास झेलना पड़ा.

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हम सौभाग्यशाली हैं, जो मंदिर का निर्माण देख रहे: कुमार विश्वास ने कहा कि मैं भगवान का आभारी हूं, जिन्होंने इस काम के लिए हम लोगों का चुनाव किया है. भगवान राम के मंदिर के लिए हम भी दो ईंट रख रहे हैं. सदियों से इसके लिए साधु संतों ने आम जनमानस ने अपने प्राणों का बलिदान दिया है. हम सौभाग्यशाली हैं कि भगवान राम के मंदिर को बनता हुआ देख रहे हैं. सौभाग्यशाली वह लोग भी थे जिन्होंने, भगवान राम को देखा था. जिन्होंने देश की आजादी को देखा था और आज हम भगवान राम के मंदिर के निर्माण को देख रहे हैं. अयोध्या के विकास कार्य के सवाल पर कुमार विश्वास ने कहा कि मैं तब भी आया था जब भगवान राम टेंट में विराजमान थे. उस समय अयोध्या आने पर एक क्षोभ की भावना होती थी. लेकिन, आज उल्लास है, उत्साह है. विकास हो रहा है. बहुत सुंदर अयोध्या बनकर तैयार हो रही है. मैं आता रहूंगा. हमारे आने वाले वंशज भी हमेशा आते रहेंगे.

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