अयोध्या: निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश सरकार में मत्स्य मंत्री संजय निषाद आज अयोध्या में थे. यहां पर उन्होंने राम जन्मभूमि परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया और उसके बाद मीडिया से मुखातिब हुए. मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए संजय निषाद ने बड़ी बेबाकी से निकाय चुनावों पर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी और निषाद पार्टी अलग नहीं है. जहां पर निषाद पार्टी का कार्यकर्ता मजबूत स्थिति में है वहां पर भाजपा समर्थन देकर उसे जिताएगी, बाकी अन्य सीटों पर हम दोनों संगठन मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं. जिस तरह से केंद्र और प्रदेश में भाजपा और उसके सहयोगी संगठनों की सरकार है उसी तरह से निकाय चुनाव में भी हमारा परचम लहराएगा.
उन्होंने कहा कि अखिलेश जब सत्ता में थे तब दलितों और पिछड़ों पर अत्याचार करते थे. जब जनता ने बाहर का रास्ता दिखाया तो आज हितैषी बन रहे हैं. जातीय जनगणना के सवाल पर संजय निषाद ने अखिलेश के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि हम स्वयं जातीय जनगणना के पक्ष में है लेकिन हम उस जनगणना के पक्ष में है जिन जातियों ने देश की आजादी में अपना योगदान दिया है.
आज अखिलेश यादव अपनी पार्टी को और स्वयं को पिछड़ों और दलितों का नेता बता रहे हैं लेकिन जब उनकी सरकार थी तो निषाद समुदाय पर गोली चलाई गई. मेरे भाई की मौत हुई और हमारे ऊपर हत्या का संगीन मुकदमा भी दर्ज किया गया. जब इनकी सरकार थी तब इन्हें दलित और पिछड़ों की याद नहीं आई.आज जब प्रदेश की जनता इन्हें सत्ता से बाहर कर चुकी है तो यह दलित और पिछड़ों के नेता होने का झूठा ढोंग कर रहे हैं.
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने कहा कि पहले तो सभी को राम और रावण राज की परिभाषा को समझना होगा. जिस सत्ता में जनता सुखी हो वह रामराज है और जिस सत्ता में जनता को समस्या हो वह रावण राज होता है. अब स्वयं तय किया जा सकता है कि राम और रावण राज का समय काल क्या था. बीते 70 वर्षों में केंद्र में 30 वर्षों से प्रदेश में जिन पार्टियों की सरकार रही उन पार्टियों के कार्यकाल से आहत होकर आज आम जनता ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है. निश्चित रूप से यह रावण राज की परिभाषा है. आज प्रदेश में सभी को समान अधिकार मिल रहा है.इसलिए आज की सरकार रामराज वाली सरकार है.
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