अयोध्या: भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग को लेकर बीते 15 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे तपस्वी छावनी के उत्तराधिकारी महंत परमहंस दास का आमरण अनशन आखिरकार 15वें दिन समाप्त हो गया. विधायक अयोध्या वेद प्रकाश गुप्ता ने महंत परमहंस दास को जूस पिलाकर उनका अनशन समाप्त कराया. इससे पूर्व महंत परमहंस दास की मांग के मुताबिक उनकी बात देश के गृह मंत्री के निजी सचिव से कराई गई और उनके आश्वासन पर महंत परमहंस दास ने अपना आमरण अनशन समाप्त किया.
विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने बताया कि "संतो महंतों का सम्मान सर्वोच्च है. महाराज की मांगों पर विचार के लिए उनकी बात करा दी गई है और उन्होंने अपना अनशन समाप्त कर लिया है." अनशन समाप्त करने के बाद महंत परमहंस दास ने कहा कि "एक संत का धर्म सिर्फ माला जपना या भगवान की पूजा पाठ करना नहीं है, बल्कि राष्ट्र की सुरक्षा से जुड़े मुद्दे पर उसे आगे आना चाहिए यह हमारे धर्म और पूजा पद्धति का हिस्सा है. इसीलिए देश की आंतरिक सुरक्षा और आने वाले पीढ़ियों का भविष्य सुरक्षित करने के लिए मैं भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग कर रहा हूं. विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने गृह मंत्री के निजी सचिव से बात करा कर यह विश्वास दिलाया है कि दो महीने के अंदर मेरी मुलाकात देश के गृह मंत्री अमित शाह से करवाएंगे. इस आश्वासन पर मैं अपना अनशन समाप्त कर रहा हूं."
जब देश में चर्चा का केंद्र रहे थे परमहंस दास
महंत परमहंस दास पहली बार आमरण अनशन पर नहीं बैठे हैं. दो वर्ष पहले अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की मांग को लेकर भी उन्होंने अपने आश्रम पर लगातार आठ दिनों तक आमरण अनशन किया था और उनका अनशन पूरे देश में चर्चा का केंद्र बना था. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दखल के बाद उनका अनशन समाप्त हुआ था, लेकिन इस बार महंत परमहंस दास ने भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग को लेकर आमरण अनशन किया जो कि 15 दिनों तक जारी रहा.