अयोध्याः पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की बातें बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी को सही नहीं लगी. उन्होंने हामिद को नसीहत देते हुए कहा कि राष्ट्रवाद की तुलना कोरोना महामारी से करना गलत है. राष्ट्र धार्मिक नहीं बल्कि धर्मनिरपेक्ष होता है. हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सबके लिए भारत एक विशाल देश है. जो संवैधानिक रूप से धर्मनिरपेक्ष है. उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान को आजादी के बाद से ही राष्ट्रीय कहा जाता है. इसलिए ऐसी तुलना पूरी तरह से गलत है.
सभी लोग बात रखने के लिए स्वतंत्र
राष्ट्रवाद में सभी धर्म जुड़े हुए हैं. पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने ऐसा कहा तो पूरी तरकी से गलत है. उनके जैसी हस्तियों को इसतरह के बयान नहीं देने चाहिए. इस देश में सभी धर्म, मजहब के लोगों को अपनी बातें रखने का हक है. धार्मिक काम करने में किसी तरह की रोकटोक नहीं है. इसी को राष्ट्रवाद कहते हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सभी लोगों को अपने देश के लिए हमेशा सकारात्मक सोच रखनी चाहिए. यही सही मायने में राष्ट्रवाद है.