अयोध्या: विवादित ढांचा गिराने के मामले में CBI को जिन लोगों की तलाश हैं, उनमें से एक ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत की. राजस्थान के बीकानेर के रहने वाले सत्य नारायण व्यास उर्फ गन्ना महाराज विवादित ढांचा गिराने के मालले में सीबीआई की लिस्ट में मोस्ट वांटेड हैं. इनकी तलाश में CBI कई जगहों पर छापेमारी कर चुकी है. सत्य नारायण व्यास का कहना है कि प्रभु श्रीराम की कृपा से आज तक मुझे CBI नहीं पकड़ पाई है.
अयोध्या में राम जन्मभूमि के दर्शन करके लौटते समय एक चाय की दुकान पर सत्य नारायण व्यास उर्फ गन्ना महाराज से ईटीवी भारत के संवाददाता की मुलाकात हुई. ईटीवी भारत के आग्रह पर उन्होंने 1992 विवादित ढांचा गिराने की कहानी बताई. ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में उन्होंने बताया कि जब वह 16 वर्ष के थे, तब बजरंग दल के सक्रिय कार्यकर्ता थे. वह बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के साथ 1992 में विवादित ढांचे को गिराने अयोध्या आए थे. उन्होंने बताया कि विवादित ढांचा गिराने के बाद से CBI उन्हें ढूंढ रही है, लेकिन प्रभु श्रीराम की कृपा से आज तक पकड़ नहीं पाई है.
12 लोगों की टीम का बनाया गया था लीडर
सत्य नारायण व्यास ने बताया कि मेरी हिंदूवादी विचारधारा हमेशा से रही है. मैं सनातन धर्म के अनुयायी हूं. 1990 में अयोध्या में हुए गोली कांड से मैं काफी आहत हुआ था. यही कारण था कि जब देश भर से कार सेवकों का आव्हान हुआ, तो मैं भी उनके साथ अयोध्या चला आया था. 1992 में जब विवादित ढांचा गिराया जाना था, तब मेरे अंदर बहुत जोश था. मुझे 12 लड़कों की टीम का लीडर बनाया गया था, उनमें दो के पास भगवा ध्वज लहराने की जिम्मेदारी थी. मैं और मेरा एक और साथी भगवा ध्वज लहाराने के लिए गुंबद पर चढ़ गए और बाकी लोग विवादित ढांचा तोड़ने में लग गए.
इस तारीख को राम जन्मभूमि के दर्शन करने आते हैं सत्य नारायण व्यास
सत्य नारायण व्यास ने बताया कि देखते ही देखते कुछ ही देर में विवादित ढांचा मिट्टी में तब्दली हो गया. उन्होंने बताया कि ढांचा गिराते समय मेरा पैर फिसल गया, जिससे मैं नीचे गिर गया. मुझे फैजाबाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हालांकि वहां से मुझे दो दिन बाद डिस्चार्ज कर दिया गया. सत्य नारायण व्यास ने बताया कि जब मामले में केस चला तो मेरी तलाशी में CBI ने जगह-जगह छापेमारी की, लेकिन प्रभु श्री राम की कृपा से आजतक मुझे नहीं पकड़ पाई है. हर वर्ष छह दिसंबर और पांच जुलाई को राम मंदिर बनने की आस में दर्शन करने आता हूं.