अयोध्या: मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की पावन नगरी अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के साथ ही श्रद्धालुओं की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. स्थिति यह है कि अयोध्या में कोई पर्व या त्योहार का मौका होता है तो बड़े पैमाने पर श्रद्धालु प्रभु राम का दर्शन करते हैं और रिकार्ड बन जाता है. वहीं, अगला त्योहार आते ही पिछली बार से कहीं अधिक श्रद्धालु भगवान राम के दर्शन करने पहुंच जाते हैं और एक बार फिर से एक नया कीर्तिमान बन जाता है. अगर साल 2023 की बात करें तो साल के पहले दिन यानी 1 जनवरी से लेकर 27 नवंबर को आयोजित कार्तिक पूर्णिमा मेले में ही हर बार एक नया कीर्तिमान बना. जब राम भक्तों ने भगवान राम का दर्शन किया और उसके बाद अगले ही पल उससे कहीं ज्यादा श्रद्धालुओं ने भगवान राम के दरबार में हाजिरी लगाई और यह सिलसिला अनवरत जारी है. खास बात यह है कि ट्रस्ट के विश्वनीय सूत्रों की मानें तो दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं में युवा वर्ग की संख्या बहुत ज्यादा है.
1 जनवरी 2023 जिस दिन देश भर में युवा पब और होटल में जाकर नए साल का स्वागत करता है तो वहीं, रामनगरी में बड़ी संख्या में युवाओं ने रामलला का दर्शन करके एक दिन में सर्वाधिक दर्शनार्थियों की संख्या का रिकॉर्ड कायम कर दिया था. एक बार फिर भगवान रामलला के जन्मोत्सव के मौके पर यह रिकॉर्ड टूटा और 1 जनवरी 2023 को रिकॉर्ड किए गए एक दिन में सर्वाधिक दर्शनार्थियों की संख्या का रिकॉर्ड राम भक्तों ने तोड़ा. इस बार लगभग 1 जनवरी की अपेक्षा लगभग 14000 से अधिक श्रद्धालुओं ने रामलला के जन्मोत्सव के मौके पर दर्शन किए. यानी कि 1 जनवरी को जहां एक लाख 1,12,824 तो वहीं रामनवमी के मौके पर 1,26,312 भक्तों ने रामलला का दर्शन कर सर्वाधिक एक दिन में राम भक्तों की दर्शनार्थियों की संख्या का रिकॉर्ड बनाया था. एक बार फिर भगवान राम के भक्तों ने कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर रामलला के दर्शन का रिकॉर्ड बनाया. इस बार 1,46,189 राम भक्तों ने रामलला के दर्शन कर एक दिन में सर्वाधिक राम भक्तों के दर्शन का रिकॉर्ड बना दिया.
महोत्सव को संपंन कराने के लिए खास योजना तैयार की गई
भगवान राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का महोत्सव वैसे तो पूरे देश में मनाए जाने की योजना श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने बनाई है. इसके लिए अक्षत निमंत्रण के साथ ही देश के हर मंदिर में 22 जनवरी को भजन कीर्तन और प्रसाद वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. लेकिन, अयोध्या में इस पूरे आयोजन की खास चमक दमक दिखाई देगी. 22 जनवरी को अयोध्या में कई वीवीआईपी होंगे. ऐसे में अयोध्यावासियों को भी इस आयोजन से जोड़े रखना सुरक्षा से जुड़े महकमे के लिए बड़ी जिम्मेदारी होगी. आईजी अयोध्या प्रवीण कुमार की मानें तो अयोध्या पुलिस ने पूरे आयोजन को लेकर सुरक्षा का ऐसा खाका तैयार किया है, जिससे आम अयोध्यावासी भी इस आयोजन में शामिल हो सके. सुरक्षा के कारण अयोध्यावासियों के उत्सव में कोई खलल ना आए इसके लिए खास कार्य योजना तैयार की गई है.
खास बसों से रामजन्मभूमि परिसर पहुंचेंगे अतिथि
ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्र की मानें तो 22 जनवरी को ही राम जन्मभूमि परिसर की ओर जाने वाले मार्ग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य वीवीआईपी के आवागमन को लेकर अन्य लोगों को कोई असुविधा न हो इसके लिए ट्रस्ट अतिरिक्त बसों का इंतजाम कर रहा है. जिन्हें एक निर्धारित समय पर एक स्थान से दूसरे स्थान के लिए चलाया जाएगा. इन बसों से ट्रस्ट द्वारा आमंत्रित सदस्य राम जन्मभूमि परिसर मुख्य कार्यक्रम स्थल तक पहुंचेंगे. वहीं, पुलिस भी सुरक्षा को लेकर बेहद सतर्क है. आईजी रेंज प्रवीण कुमार की मानें तो राम जन्मभूमि की सुरक्षा और पूरे आयोजन को सकुशल संपन्न करने के लिए सुरक्षा महकमे के अलग-अलग विभागों को जिम्मेदारियां सौंप गई हैं. रूट डायवर्जन के अलावा कई लेयर में सुरक्षा घेरे में अयोध्या जकड़ी रहेगी. हालांकि, तमाम प्रतिबंधों के बावजूद इस आयोजन को भव्य रूप देने के लिए ट्रस्ट के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन भी तैयारी में जुटा है.
सरयू तट के किनारे मिला लावारिस बैग
22 जनवरी को प्रस्तावित भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर अयोध्या में बेहद बड़े पैमाने पर तैयारी चल रही है. इसी कड़ी में अयोध्या में सुरक्षा से जुड़े व्यापक प्रबंध किए गए हैं. हर सूचना पर पुलिस बेहद सचेत दिखाई दे रही है. गुरुवार दोपहर घाट के किनारे रहने वाले लोगों को एक लावारिस बैग पड़ा हुआ दिखाई दिया. इसके बाद तत्काल उन्होंने इसकी सूचना चौकी नया घाट और कोतवाली अयोध्या पुलिस को दी. पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर बैग की तलाशी ली. उसमें कोई भी आपत्तिजनक सामान नहीं मिला. बैग में एक लैपटॉप भी मिला है. प्रभारी निरीक्षक कोतवाली अयोध्या मनोज शर्मा ने बताया कि शायद किसी श्रद्धालु का बैग छूट गया है. कोई भी आपत्तिजनक सामान बैग में नहीं मिला है. बैग और लैपटॉप के असली मालिक की तलाश की जा रही है.
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