अयोध्या: भाद्रपद कृष्ण पक्ष चतुर्थी (Bhadrapada Krishna Paksha Chaturthi Tithi), राक्षस संवत्सर विक्रम संवत 2079, शक संवत 1944 (शुभकृत् संवत्सर), श्रावण. चतुर्थी तिथि 09:02 PM तक उपरांत पंचमी. नक्षत्र उत्तरभाद्रपदा 09:07 PM तक उपरांत रेवती. धृति योग 11:23 PM तक, उसके बाद शूल योग. करण बव 09:43 AM तक, बाद बालव 09:02 PM तक, बाद कौलव. 15 अगस्त सोमवार को राहु 07:42 AM से 09:19 AM तक है. चन्द्रमा मीन राशि पर संचार करेगा.
सूर्योदय
6:07 AM
सूर्यास्त
6:55 PM
चन्द्रोदय
9:33 PM
चन्द्रास्त
10:07 AM
अयन
दक्षिणायन
द्रिक ऋतु
वर्षा
विक्रम संवत - 2079, राक्षस
शक सम्वत - 1944, शुभकृत्
पूर्णिमांत - भाद्रपद
अमांत - श्रावण
तिथि
कृष्ण पक्ष चतुर्थी - Aug 14 10:36 PM – Aug 15 09:02 PM
कृष्ण पक्ष पंचमी - Aug 15 09:02 PM – Aug 16 08:17 PM
नक्षत्र
उत्तरभाद्रपदा - Aug 14 09:56 PM – Aug 15 09:07 PM
रेवती - Aug 15 09:07 PM – Aug 16 09:06 PM
करण
बव - Aug 14 10:36 PM – Aug 15 09:43 AM
बालव - Aug 15 09:43 AM – Aug 15 09:02 PM
कौलव - Aug 15 09:02 PM – Aug 16 08:33 AM
योग
धृति - Aug 15 01:37 AM – Aug 15 11:23 PM
शूल - Aug 15 11:23 PM – Aug 16 09:49 PM
वार
सोमवार
त्यौहार और व्रत
हेरम्ब संकष्टी चतुर्थी
संकष्टी गणेश चतुर्थी
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय - 6:07 AM
सूर्यास्त - 6:55 PM
चन्द्रोदय - Aug 15 9:33 PM
चन्द्रास्त - Aug 16 10:07 AM
अशुभ काल
राहू - 7:42 AM – 9:19 AM
यम गण्ड - 10:55 AM – 12:31 PM
कुलिक - 2:07 PM – 3:43 PM
दुर्मुहूर्त - 12:56 PM – 01:48 PM, 03:30 PM – 04:21 PM
वर्ज्यम् - 09:07 AM – 10:43 AM
शुभ काल
अभिजीत मुहूर्त - 12:05 PM – 12:56 PM
अमृत काल - 04:28 PM – 06:01 PM
ब्रह्म मुहूर्त - 04:30 AM – 05:18 AM
आनन्दादि योग
गद Upto - 09:07 PM
मातंग
सूर्या राशि
सूर्य कर्क राशि पर है
चंद्र राशि
चन्द्रमा मीन राशि पर संचार करेगा (पूरा दिन-रात)
चन्द्र मास
अमांत - श्रावण
पूर्णिमांत - भाद्रपद
शक संवत (राष्ट्रीय कलैण्डर) - श्रावण 24, 1944
वैदिक ऋतु - वर्षा
द्रिक ऋतु - वर्षा
आज का सुविचार
सिर्फ डरपोक और शक्तिहीन
व्यक्ति ही भाग्य के पीछे चलता है
Aaj Ka Panchang 2022, आज के पंचांग में जानिए कैसी रहेगी ग्रहों की चाल
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार ग्रह, नक्षत्र, और शुभ अशुभ मुहूर्त हमारे जीनव में गहरा असर डालते हैं. इनकी गणना के लिए ऋषि मुनियों ने पंचांग की मदद ली. हिन्दू पंचांग (Hindu Panchang) के अनुसार भाद्रपद कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि (Bhadrapada Krishna Paksha Chaturthi Tithi) है. जानिए आज का पंचांग (Aaj ka Panchang 15 August 2022). पढ़िए शुभ मुहूर्त, राहु काल और ग्रह-नक्षत्रों की चाल के बारे में.
अयोध्या: भाद्रपद कृष्ण पक्ष चतुर्थी (Bhadrapada Krishna Paksha Chaturthi Tithi), राक्षस संवत्सर विक्रम संवत 2079, शक संवत 1944 (शुभकृत् संवत्सर), श्रावण. चतुर्थी तिथि 09:02 PM तक उपरांत पंचमी. नक्षत्र उत्तरभाद्रपदा 09:07 PM तक उपरांत रेवती. धृति योग 11:23 PM तक, उसके बाद शूल योग. करण बव 09:43 AM तक, बाद बालव 09:02 PM तक, बाद कौलव. 15 अगस्त सोमवार को राहु 07:42 AM से 09:19 AM तक है. चन्द्रमा मीन राशि पर संचार करेगा.
सूर्योदय
6:07 AM
सूर्यास्त
6:55 PM
चन्द्रोदय
9:33 PM
चन्द्रास्त
10:07 AM
अयन
दक्षिणायन
द्रिक ऋतु
वर्षा
विक्रम संवत - 2079, राक्षस
शक सम्वत - 1944, शुभकृत्
पूर्णिमांत - भाद्रपद
अमांत - श्रावण
तिथि
कृष्ण पक्ष चतुर्थी - Aug 14 10:36 PM – Aug 15 09:02 PM
कृष्ण पक्ष पंचमी - Aug 15 09:02 PM – Aug 16 08:17 PM
नक्षत्र
उत्तरभाद्रपदा - Aug 14 09:56 PM – Aug 15 09:07 PM
रेवती - Aug 15 09:07 PM – Aug 16 09:06 PM
करण
बव - Aug 14 10:36 PM – Aug 15 09:43 AM
बालव - Aug 15 09:43 AM – Aug 15 09:02 PM
कौलव - Aug 15 09:02 PM – Aug 16 08:33 AM
योग
धृति - Aug 15 01:37 AM – Aug 15 11:23 PM
शूल - Aug 15 11:23 PM – Aug 16 09:49 PM
वार
सोमवार
त्यौहार और व्रत
हेरम्ब संकष्टी चतुर्थी
संकष्टी गणेश चतुर्थी
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय - 6:07 AM
सूर्यास्त - 6:55 PM
चन्द्रोदय - Aug 15 9:33 PM
चन्द्रास्त - Aug 16 10:07 AM
अशुभ काल
राहू - 7:42 AM – 9:19 AM
यम गण्ड - 10:55 AM – 12:31 PM
कुलिक - 2:07 PM – 3:43 PM
दुर्मुहूर्त - 12:56 PM – 01:48 PM, 03:30 PM – 04:21 PM
वर्ज्यम् - 09:07 AM – 10:43 AM
शुभ काल
अभिजीत मुहूर्त - 12:05 PM – 12:56 PM
अमृत काल - 04:28 PM – 06:01 PM
ब्रह्म मुहूर्त - 04:30 AM – 05:18 AM
आनन्दादि योग
गद Upto - 09:07 PM
मातंग
सूर्या राशि
सूर्य कर्क राशि पर है
चंद्र राशि
चन्द्रमा मीन राशि पर संचार करेगा (पूरा दिन-रात)
चन्द्र मास
अमांत - श्रावण
पूर्णिमांत - भाद्रपद
शक संवत (राष्ट्रीय कलैण्डर) - श्रावण 24, 1944
वैदिक ऋतु - वर्षा
द्रिक ऋतु - वर्षा
आज का सुविचार
सिर्फ डरपोक और शक्तिहीन
व्यक्ति ही भाग्य के पीछे चलता है