औरेया: जिले में वृद्धा आश्रम में एक बूढ़ी मां बेटों के सहारे के बिना लाचार हैं. बूढ़ी मां वृद्धा आश्रम में रह रही हैं और उनके बेटे अपनी बूढ़ी मां से मिलने तक नहीं आते हैं. ईटीवी भारत ने जब बूढ़ी मां से बात की तो उन्होंने कहा कि मेरे बेटे और बहू कभी मुझसे मिलने नहीं आते हैं.
जानें बूढ़ी मां की दर्द भरी दास्तां
- नवरात्र के पावन महीने में जहां एक ओर माता के पंडालों को सजाया जा रहा है.
- वहीं एक ओर औरैया जिले में एक बूढ़ी को अपने बेटों के सहारे के बिना वृद्धा आश्रम में रहना पड़ रहा है.
- ईटीवी भारत ने जब बूढ़ी मां से बात की तो उन्होंने कहा कि मेरे बेटे मुझसे मिलने नहीं आते हैं.
- वृद्धा आश्रम में मेरी बेटी, दामाद और भतीजा मिलने आते हैं.
- बूढ़ी मां आज भी वृद्धा आश्रम में अपने बेटों के इंतजार में बैठी हैं.
वहीं वृद्धाश्रम में रही बूढ़ी मां राजरानी से जब ईटीवी भारत ने बात की और जाना कि आखिर किन हालातों में उन्हें वृद्धा आश्रम का सहारा लेना पड़ा तो नम आंखों ने वो सब बयां कर दिया जो एक बेटे को जन्म देने वाली मां को उम्मीद भी नहीं होती है. फिलहाल वृद्धा आश्रम में रह रहे कुछ ऐसे लोग हैं, जिनका इस दुनिया में अपना कहने के लिए कोई नहीं है.