अमरोहा : महिला और नाबालिगों के साथ गंभीर अपराधों में सजा दिलाने के लिए पुलिस को अब एक नया हथियार मिल गया है. पुलिस अब आधुनिक किट के जरिए आरोपित के खिलाफ सबूत जुटाएगी. पुलिस विभाग को इसके लिए सेक्सुअल एसॉल्ट एविडेंस कलेक्शन नामक किट मिली है. इस किट का इस्तेमाल घटनास्थल और पीड़िता के शरीर के बाल, खून, नाखून समेत कई चीजों के सैंपल लेने में किया जाएगा. यह किट पॉक्सो एक्ट जैसे मुकदमों की जांच करने वाले पुलिस अधिकारियों को भी दी जाएगी, ताकि वह वारदात के मामले में पूरी जानकारी जुटा सकें.
संबंधित पुलिसकर्मियों को मिलेगी ट्रेनिंग
किट का इस्तेमाल कैसे करना है इसके लिए जिले भर में जो भी उप निरीक्षक या अधिकारी महिला संबंधित या पॉक्सो एक्ट से संबंधित मामलों की जांच कर रहे हैं, उन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी. ट्रेनिंग के दौरान यह बताया जाएगा कि किस सबूत को कैसे इकट्ठा करना है. तमाम सबूतों को इकट्ठा करने के बाद उन्हें विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जाएगा. प्रयोगशाला तक पहुंचने में नमूने खराब ना हों,इस बारे में भी ट्रेनिंग दी जाएगी. बारीक से बारीक साक्ष्य को वैज्ञानिक आधार पर पुख्ता बनाया जाएगा.
जिले को मिले 22 किट
महिलाओं के साथ हुए अपराधों के सबूत जुटाने के लिए तैयार हुई सेक्सुअल एसॉल्ट एविडेंस कलेक्शन नामक 22 आधुनिक किट अमरोहा जिले को मिली है. इसे प्रत्येक थाने और सीओ कार्यालय के साथ फील्ड ऑफिस में भी भिजवा दिया गया है.
सेक्सुअल एसॉल्ट एविडेंस कलेक्शन किट के लाभ
- कई बार सैंपल कलेक्शन के दौरान कुछ जरुरी चीजें छूट जाती हैं. इस किट के इस्तेमाल से ऐसा न के बराबर होगा.
- किट का इस्तेमाल कर जांच एजेंसियां यौन शोषण के मामलों में वैज्ञानिक तरीके से सबूतों को पेश कर पाएंगी.
- सैंपल इकट्ठा करने में पहले की तुलना में सुधार होगा.
- मौका ए वारदात से सूक्ष्म सबूतों को भी जमा करने में आसानी होगी.