अमेठी: सरकार ने मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए तीन तलाक कानून बना तो दिया है. लेकिन, इसके बावजूद तीन तलाक के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. ताजा मामला उत्तर प्रदेश के अमेठी जिल के जामो थाना क्षेत्र के शुकलन बर्रा गांव का है. जहां एक महिला को उसके पति ने दहेज नहीं मिलने पर फोन पर तीन तलाक दे दिया. पीड़िता ने सीएम योगी से न्याय की गुहार लगाई है. वहीं, पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
तीन तलाक पीड़िता साबतुन ने पुलिस को दिए गए शिकायती पत्र में बताया है कि शादी के बाद से ही उसकी ससुराल वाले और पति कम दहेज मिलने का ताना देते थे और दहेज में दो लाख रुपए नकद, बुलेट गाड़ी व सोने की जंजीर की मांग करते थे. दहेज की डिमांड पूरी न करने पर तीन तलाक की धमकी देते थे. पीड़िता ने बताया कि जब ससुराल वाले दहेज को लेकर मारपीट करने लगे तो, मैंने पिता से 50 हजार रुपए ससुराल वालों को दिला दिए और बाकी मांग पूरी न होने पर मायके की गरीबी का हवाला दिया.
पांच वर्ष पूर्व हुई थी शादी: साबतुन ने आगे बताया कि पांच साल पहले जामो थाना क्षेत्र के मोहम्मद वारिश के साथ 21 अगस्त 2018 को मेरी शादी हुई थी. शादी में मेरे पिता ने दहेज भी अपनी क्षमता के अनुसार दिया था. फिर भी शादी के बाद ससुराल वालों ने मेरी जिंदगी नर्क बना दी. पीड़िता ने बताया कि मेरे पति दिल्ली में रहकर ट्रक चलाते हैं. दहेज की मांग पूरी न होने पर दिल्ली से ही फोन पर ही तीन बार तलाक कह कर रिश्ता खत्म कर दिया. मैने खुदा का वास्ता दिकर रहम करने के लिए कहा, फिर भी पति ने रहम नहीं किया.
इसके बाद पीड़िता के सास-ससुर ने उसे घर से भगा दिया. तलाक पीड़िता साबतुन ने आगे कहा कि मुझे अब स्थानीय प्रशासन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से ही न्याय की उम्मीद है. इस मामले में एसएचओ जामो विवेक सिंह ने बताया कि पीड़िता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच की जा रही है. जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
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