प्रयागराज: कुंभ में आए नागा साधु अपने रंग, रूप की वजह से श्रद्धालुओं के बीच आकर्षण का केंद्र बने रहते हैं. वहीं इस बार के कुम्भ में नागा बाबा ब्रांडेड आइटम पहनने की वजह से चर्चा में बने हुए हैं. कोई बाबा ब्रांडेड गोल्ड की घड़ी पहनता है, तो कोई रिबन का चश्मा लगाकर भस्म कुंड के पास बैठता है. वहीं कुछ बाबा शरीर में सोने की अगूंठी और चैन पहनने के शौकीन हैं.
एक तरफ जहां नागा बाबा शरीर पर कोई वस्त्र धारण नहीं करते हैं. वहीं कुछ ऐसे नागा बाबा भी हैं जिनके पूरे शरीर पर रुद्राक्ष की माला लदी हुई है. ईटीवी से खास बातचीत करते हुए नागा बाबा बताया कि दिन भर हवन कुंड के पास बैठने से आंखों में धुंआ चला जाता है, इसलिए चश्मा पहनता हूं. साथ ही उन्होंने कहा कि फैशन के दौर में श्रद्धालु जो दान करते हैं उसे भी पहनता हूं, चाहे वह सोना हो, चांदी हो या फिर कुछ भी हो उसे श्रद्धालुओं की खुशी के लिए पहनता हूं.
वहीं नागा साधु दांडी महराज बताते हैं कि समय के साथ हम भी बदल रहे हैं. लोग महंगी घड़ी या फिर सोना चांदी दान देते हैं, तो हम क्यों न पहनें. ब्रांडेड आइटम दान मिलता है तो पहनने में क्या बुराई. जूना अखाड़े छवानी में नागा साधु रिबन चश्मा और गोल्ड पहनकर श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहे हैं. ब्रांडेड नागा बाबा को देखने के लिए देश के साथ ही विदेश से भी श्रद्धालु आते हैं जो नागा बाबा को फॉरेनर कैप और ब्रांडेड चश्मा भी दान करते हैं.
बाबा ने बताया कि आंखों में चश्मा लगाकर ट्रेंड को भी फॉलो करता हूं. इसके साथ ही गॉगल्स से आंखों में धुंआ भी नहीं लगता है, इसलिए भभूत लगाने के साथ काला चश्मा पहनता हूं. साथ ही उन्होंने कहा कि जो भी श्रद्धालु दान देता है वह कहता है कि बाबा जरूर पहनना, इसलिए उनकी खुशी के लिए पहनता हूं.