अलीगढ़: अलीगढ़ में सीएए व एनआरसी के खिलाफ महिलाओं के प्रोटेस्ट को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें एक मुस्लिम महिला ने पुलिस-प्रशासन के सामने अपने पति पर आरोप जबरन धरने में भेजने का आरोप लगाया. वायरल वीडियो अलीगढ़ के फिरदौस नगर का बताया जा रहा है.
पुलिस ने अनूपशहर रोड पर चुंगी गेट के बाहर चल रहे धरने को हटवाने के बाद इलाके का दौरा किया. इस दौरान फिरदौस नगर में रहने वाली शरबरी नाम की महिला ने धरने की पोल खोल दी. शरबरी ने बताया कि, उसका पति उसे जबरन धरने पर भेजता था और कहता था कि वहां खाने-पीने का पूरा इंतजाम है. महिला ने पति पर आरोप लगाया कि शाहजमाल में चल रहे प्रोटेस्ट में भी वह उसे जबरन भेजता था और नहीं जाने पर मारपीट करता था. पुलिस और महिला के बातचीत का यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है.
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23 फरवरी को ऊपरकोट में हुए बवाल के बाद से अनूपशहर रोड के पुरानी चुंगी पर छात्र और आसपास की महिलाएं धरने पर बैठस गयी थीं. जीवनगढ़ का धरना खत्म होने के बाद अधिकारियों ने चुंगी गेट पर धरना दे रही महिलाओं को भी समझाने का प्रयास किया लेकिन वो नहीं मानी. इस दौरान शरबरी बेगम को रोजाना धरने में शामिल होने वाली महिला के तौर चिन्हित किया गया था.
उसके बाद जब पुलिस ने महिलाओं के घर पर नोटिस भेजने और उन्हें समझाने के लिए फिरदौस नगर में घरों पर पहुंची तो पहले तो पति शब्बीर ने थाना सिविल लाइन के क्षेत्राधिकारी अनिल समानिया से कहा कि, वह पत्नी को समझाता हैं लेकिन वह मानती नहीं है. इसी बीच शरबरी बेगम घर से बाहर आकर पति की बात को काटते हुए कहा कि, तुमने कहा था कि धरने पर जाओ. शरबरी बेगम ने पति पर आरोप लगाया कि, वही कहते थे कि शाह जमाल धरने पर चली जाओ. वहां खाना मिलेगा.
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एसीएम रंजीत सिंह ने महिला के पति को चेतावनी दी कि, अगर पत्नी को जबरन धरने पर भेजा तो जेल जाना पड़ेगा. हालांकि पति ने पत्नी शरवरी बेगम को पुलिस के सामने ही मेंटल बता दिया. वहीं इस वीडियो के वायरल होने पर सिविल लाइन क्षेत्राधिकारी अनिल समानिया ने बताया कि पति शब्बीर के दबाव में महिला ने प्रोटेस्ट पर जाने की बात कही है और शब्बीर को नोटिस जारी किया गया है. क्षेत्राधिकारी अनिल समानिया ने महिला से कहा कि, अब धरने पर मत जाना.