लखनऊ: यूपी की राजधानी लखनऊ के पीजीआई कोतवाली अंतर्गत रिटायर्ड जज की बेटी की दसवें माले के फ्लैट से गिरकर मौत हो गई. रिटायर्ड जज पिता ने पुलिस को दामाद के खिलाफ हत्या की तहरीर दी है. घटना वृंदावन योजना सेक्टर 10 पीजीआई कोतवाली क्षेत्र की है. पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को बुलाया है. पति का कहना है कि पत्नी बीमार थी. उसी के चलते कूदकर आत्महत्या कर ली. जबकि, पिता का कहना है कि बेटी को धक्का देकर गिराया गया है.
पीजीआई इलाके के वृंदावन योजना सेक्टर 10 में रिटायर्ड एडिशनल डिस्ट्रिक जज की बेटी की दसवीं मंजिल से गिरकर मौत हो गई. परिजनों ने बेटी की हत्या कर दसवीं मंजिल से फेंके जाने का आरोप लगाया है. मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेसिंक टीम जांच पड़ताल कर रही है. महिला के पति रविन्द्र कुमार द्विवेदी पंजाब नेशनल बैंक में लॉ ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं.
रविंद्र अपनी पत्नी प्रीति द्विवेदी 40 वर्ष और बेटे विश्वाम 11वर्ष, आंजनेय 3 वर्ष के साथ अरावली एनक्लेव बी ,11/404 में रहते हैं. रविन्द्र नारायण पीएनबी के कर्मचारी हैं. बुधवार शाम करीब पौने छह बजे प्रीति 10वीं मंजिल से नीचे गिर गई और उनकी मौत हो गई. लोगों की भीड़ जुट गई. सूचना पर पहुंची पीजीआई कोतवाली पुलिस ने मौके की नजाकत देख तत्काल फोरेंसिक टीम को बुलाया और जांच पड़ताल शुरू कर दी.
पति रविन्द्र नारायण का कहना था कि प्रीति का सीजोफ्रेनिया का इलाज चल रहा था, जिससे वह मानसिक तौर पर काफी परेशान रहती थी. इसके चलते उसके कूदकर आत्महत्या कर ली. वहीं पिता रिटायर्ड एडिशनल जज एसपी तिवारी ने बताया कि उनके दामाद का चाल चलन ठीक नहीं था. वह कर्ज में डूबा हुआ था और अक्सर उनकी बेटी से दुर्व्यवहार करता था.
उनका कहना था कि वह जब भी बात करता है, गाली गलौज करता है. बेटी नहीं चाहती थी कि पति से अलग हो, जिसके कारण वह मजबूर थे, जिसका परिणाम है कि उसकी हत्या कर दी गई. पिता एसपी तिवारी के साथ उनकी पत्नी इंदिरा तिवारी और बेटा ऋषि तिवारी भी मौजूद थे. बेटी की मौत के बाद दोनों बेटों को कहीं भेज दिया है.
आसपास के लोगों का कहना है कि अक्सर झगड़ा होता था, लेकिन बात यहां तक पहुंचेगी विश्वास नहीं होता. पुलिस ने आरोपी पति रविन्द्र नारायण को कस्टडी में ले लिया है. इंस्पेक्टर पीजीआई रवि शंकर त्रिपाठी ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. महिला के पिता ने जो आरोप लगाए हैं उनके आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद सारी बातें साफ हो जाएंगी.
ये भी पढ़ेंः यूपी में मिला सैकड़ों साल पुराना हथियारों का खजाना; शाहजहांपुर के खेत में दबीं थीं तलवारें-खंजर और बंदूकें