अलीगढ़: जिला प्रशासन ने सोमवार को कलेक्ट्रेट में बेसिक शिक्षा विभाग के 500 स्कूलों में स्पोर्ट्स किट बांटीं. ये पहली बार है जब कलेक्ट्रेट में मेटाडोर से सरकारी स्कूली छात्रों के लिए स्पोर्ट्स किट पहुंची और शिक्षक खेलकूद के सामान को लेने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे.
बेसिक शिक्षा के स्कूलों में खेलकूद के सामान के लिए प्राथमिक विद्यालय में प्रतिवर्ष पांच हजार रुपए और जूनियर में 10 हजार रुपए मिलते हैं. बावजूद इसके स्कूलों में खेलकूद के सामान न मिलने की काफी शिकायतें थीं, जिसको लेकर जिलाधिकारी व सीडीओ ने दूरगामी सोच और पारदर्शिता की नीति अपनाई और सार्वजनिक रूप से खेलकूद का सामान मेरठ की फर्म से मंगवाकर कलेक्ट्रेट में बंटवाई.
स्पोर्ट्स किट बैग पर बेसिक शिक्षा विभाग का नाम छपा है. स्पोर्ट्स किट में आउटडोर खेल का सामान जैसे-क्रिकेट बैट, बॉल, गोला, फुटबॉल, तश्तरी सहित अन्य सामान दिए गए हैं. इसका मुख्य उद्देश्य सरकारी स्कूलों के छात्रों की खेल प्रतिभाओं को निखारना है, जिससे वे आगे बढ़ कर जनपद का नाम रोशन कर सकें.
हालांकि खेलकूद के सामान महंगे होने की आवाज भी उठी, लेकिन जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने कहा कि खेलकूद के सामान की क्वालिटी से कोई समझौता नहीं किया गया है. उच्च क्वालिटी और पारदर्शिता के साथ स्पोर्ट्स किट वितरित की गई हैं. वहीं शिक्षक भी प्रशासन की पहल से संतुष्ट दिखे.
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बेसिक स्कूलों के छात्रों को स्पोर्ट्स किट उपलब्ध कराई गई. इससे शिक्षा के साथ-साथ छात्रों का शारीरिक विकास भी होगा, लेकिन बहुत से प्रथामिक विद्यालयों में मैदान की कमी है, फिर भी ब्रांडेड कंपनी के सामान देखकर बेसिक स्कूल के छात्रों में खेल के प्रति रुचि जरूर जगेगी.
इस मौके पर डीएम चंद्र भूषण सिंह ने कहा कि स्पोर्ट्स किट के मिलने से सरकारी स्कूलों के बच्चों की प्रतिभा निखर कर आएगी और उनका खेल के प्रति रुझान बढ़ेगा, जिससे वे खेल में प्रतिभाग कर अपने को स्वस्थ रखेंगे.