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कलेक्ट्रेट सभागार में शांति समिति की बैठक, डीएम ने दिए ये निर्देश

अलीगढ़ में माहौल न बिगड़े इसके लिए एसएसपी ने अपने-अपने प्रतिष्ठानों और धार्मिक स्थलों पर व्यापारियों को सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए हैं.

शांति समिति की बैठक
शांति समिति की बैठकशांति समिति की बैठक
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Published : Jun 7, 2022, 8:37 PM IST

अलीगढ़: अलीगढ़ में माहौल न बिगड़े इसके लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है. इसी कड़ी में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में कानपुर की घटना के परिप्रेक्ष्य में जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने जनपद में सामाजिक सद्भाव बनाए रखने के लिए विभिन्न धर्म गुरुओं और प्रबुद्धजनों के साथ जिला शांति समिति की बैठक की. साथ ही अपने-अपने प्रतिष्ठानों और धार्मिक स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के व्यापारियों को निर्देश दिए हैं.

बैठक में डीएम-एसएसपी ने धर्मगुरुओं से जिले में भाईचारा और आपसी सौहार्द बनाए रखने पर न केवल चर्चा की, बल्कि उनके विचार भी जाने. धर्मगुरुओं ने जिले में गंगा-जमुनी तहजीब, अनेकता में एकता, अमन-चैन और आपसी सौहार्द कायम रखने पर अपने सारगर्भित विचार व्यक्त किए. उन्होंने प्रशासन को आश्वस्त किया कि जिले में गंगा-जमुनी तहजीब सदैव बरकरार रहेगी. बाबरी मण्डी निवासी मुकेश शर्मा ने दाऊजी मन्दिर के कार्यों में सहयोग के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि वह हमेशा से मुस्लिम भाईयों के साथ प्रेमभाव से रहे हैं. आवश्यकता एक-दूसरे की अच्छाइयों को देखने की है. सकारात्मक सोचेंगे तो सकारात्मक विचार आएंगे, एक-दूसरे से प्रेम करें तो विरोध नहीं होगा. मोहम्मद मेराज उल हक ने कहा कि आपसी सौहार्द और भाईचारे को बिगाड़ने वाले अराजक तत्वों के विरूद्ध त्वरित एक्शन हो और पीड़ित को न्याय मिले.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी

यह भी पढ़ें- वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताए प्रदेश में प्राप्त राजस्व के आंकड़े, कहा- यूपी में पेट्रोल डीजल सस्ता है

वहीं, जैन प्रवर्तक ने कहा कि सभी धर्म अंहिसा का संदेश देते हैं. जैन धर्म कहता है कि सबसे पहले स्वयं को सुधारा जाए. समाज में अमन-चैन सभी के सहयोग से होता है. बन्नादेवी स्थित चर्च के पादरी ने कहा कि मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर करना. समस्या किसी धर्म में नहीं बल्कि सोच में है. गलत बयानबाजी और बदजुबानी न की जाए.

इस दौरान डीएम-एसएसपी ने कहा कि समाज के किसी वर्ग या व्यक्ति द्वारा सोशल मीडिया पर किसी प्रकार की असंगत बात व्यक्त की जा रही है. तो प्रत्यक्ष रोष व्यक्त करने के बजाय उसका स्क्रीनशॉट लेकर उचित माध्यम से पुलिस और प्रशासन को तत्काल अवगत कराया जाए. पुलिस-प्रशासन तत्परता से उचित कार्रवाई अमल में लाएगा. डीएम ने सभी को एकतरफा या एकपक्षीय कार्रवाई न करने के प्रति आश्वस्त करते हुए कहा कि धर्म सभी को आपस में जोड़ते हैं. शरारती तत्वों के बारे में सूचना अवश्य दें, यदि आप उनका साथ देते हैं तो इससे सभी लोग प्रभावित होते हैं. सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट न हो. इसके लिये स्वयं अपने बच्चों को समझाएं. जिला प्रशासन पर सभी की जिम्मेदारी है.

वहीं, एसएसपी ने कहा कि उतना ही बोला जाए, जो कानून के दायरे में हो, जो भी व्यक्ति कानून से बाहर जाएगा, उसके विरूद्ध एफईआर दर्ज की जाएगी. उन्होंने कहा कि किसी भी समस्या और शिकायत के लिये दूरभाष नम्बर 9454402817 पर संपर्क कर के अवगत कराएं. उन्होंने सभी से अपने-अपने प्रतिष्ठानों और धार्मिक स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की अपील भी की है.

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अलीगढ़: अलीगढ़ में माहौल न बिगड़े इसके लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है. इसी कड़ी में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में कानपुर की घटना के परिप्रेक्ष्य में जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने जनपद में सामाजिक सद्भाव बनाए रखने के लिए विभिन्न धर्म गुरुओं और प्रबुद्धजनों के साथ जिला शांति समिति की बैठक की. साथ ही अपने-अपने प्रतिष्ठानों और धार्मिक स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के व्यापारियों को निर्देश दिए हैं.

बैठक में डीएम-एसएसपी ने धर्मगुरुओं से जिले में भाईचारा और आपसी सौहार्द बनाए रखने पर न केवल चर्चा की, बल्कि उनके विचार भी जाने. धर्मगुरुओं ने जिले में गंगा-जमुनी तहजीब, अनेकता में एकता, अमन-चैन और आपसी सौहार्द कायम रखने पर अपने सारगर्भित विचार व्यक्त किए. उन्होंने प्रशासन को आश्वस्त किया कि जिले में गंगा-जमुनी तहजीब सदैव बरकरार रहेगी. बाबरी मण्डी निवासी मुकेश शर्मा ने दाऊजी मन्दिर के कार्यों में सहयोग के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि वह हमेशा से मुस्लिम भाईयों के साथ प्रेमभाव से रहे हैं. आवश्यकता एक-दूसरे की अच्छाइयों को देखने की है. सकारात्मक सोचेंगे तो सकारात्मक विचार आएंगे, एक-दूसरे से प्रेम करें तो विरोध नहीं होगा. मोहम्मद मेराज उल हक ने कहा कि आपसी सौहार्द और भाईचारे को बिगाड़ने वाले अराजक तत्वों के विरूद्ध त्वरित एक्शन हो और पीड़ित को न्याय मिले.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी

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वहीं, जैन प्रवर्तक ने कहा कि सभी धर्म अंहिसा का संदेश देते हैं. जैन धर्म कहता है कि सबसे पहले स्वयं को सुधारा जाए. समाज में अमन-चैन सभी के सहयोग से होता है. बन्नादेवी स्थित चर्च के पादरी ने कहा कि मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर करना. समस्या किसी धर्म में नहीं बल्कि सोच में है. गलत बयानबाजी और बदजुबानी न की जाए.

इस दौरान डीएम-एसएसपी ने कहा कि समाज के किसी वर्ग या व्यक्ति द्वारा सोशल मीडिया पर किसी प्रकार की असंगत बात व्यक्त की जा रही है. तो प्रत्यक्ष रोष व्यक्त करने के बजाय उसका स्क्रीनशॉट लेकर उचित माध्यम से पुलिस और प्रशासन को तत्काल अवगत कराया जाए. पुलिस-प्रशासन तत्परता से उचित कार्रवाई अमल में लाएगा. डीएम ने सभी को एकतरफा या एकपक्षीय कार्रवाई न करने के प्रति आश्वस्त करते हुए कहा कि धर्म सभी को आपस में जोड़ते हैं. शरारती तत्वों के बारे में सूचना अवश्य दें, यदि आप उनका साथ देते हैं तो इससे सभी लोग प्रभावित होते हैं. सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट न हो. इसके लिये स्वयं अपने बच्चों को समझाएं. जिला प्रशासन पर सभी की जिम्मेदारी है.

वहीं, एसएसपी ने कहा कि उतना ही बोला जाए, जो कानून के दायरे में हो, जो भी व्यक्ति कानून से बाहर जाएगा, उसके विरूद्ध एफईआर दर्ज की जाएगी. उन्होंने कहा कि किसी भी समस्या और शिकायत के लिये दूरभाष नम्बर 9454402817 पर संपर्क कर के अवगत कराएं. उन्होंने सभी से अपने-अपने प्रतिष्ठानों और धार्मिक स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की अपील भी की है.

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