अलीगढ़ : जिले में नगर आयुक्त और महापौर का आपस में विवाद हो गया. महापौर मोहम्मद फुरकान ने नगर आयुक्त गौरांग राठी की कार्यशैली से परेशान होकर मुख्यमंत्री से शिकायत करेंगे. नगर निगम द्वारा कराए जा रहे तमाम विकास कार्यों में लगातार देरी होने से परेशान मेयर ने नगरायुक्त के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मजबूरी में अब मुख्यमंत्री के दरबार में वह अपनी बात रखेंगे.
अलीगढ़ स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत हो रहे शहर के तमाम विकास कार्य लंबे समय से लंबित है. महापौर ने नगर आयुक्त पर आरोप लगाये हैं कि न तो पार्षद का फोन उठाते हैं और न ही महापौर से मोबाइल पर बात करते हैं. ढाई महीने से आमना-सामना भी नहीं हुआ. कार्यालय में भी नहीं मिलते हैं. इसके चलते नगर आयुक्त की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं.
महापौर मोहम्मद फुरकान ने कहा कि शहर का प्रथम नागरिक होने के नाते उनकी जिम्मेदारी है कि सिटी के विकास कार्य में कोई रुकावट न आए. सिटी के विकास के लिए करोड़ों रुपये शासन से मंजूर कराया है. उसे होल्ड कर दिया गया है. चार महीने से फाइलें अटकीं पड़ी हैं. बसपा के महापौर मोहम्मद फुरकान ने कहा कि अलीगढ़ सिटी को चमकाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फंड दिया है. फंड को रिलीज नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि शहर में तमाम ऐसे अधूरे विकास कार्य पड़े हैं जो तय समय अवधि में भी नही किए गए हैं.
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महापौर मोहम्मद फुरकान ने बताया कि तमाम प्रार्थना पत्र और शिकायतें करने के बावजूद भी लोगों की समस्याओं का कोई निस्तारण नगर आयुक्त गौरांग राठी ने समय रहते नहीं किया है. नगर निगम ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत बनने वाले तमाम विकास कार्यों की नींव रखने के लंबे समय के बाद भी कार्य नहीं किया है. नगर आयुक्त गौरांग राठी की कार्यप्रणाली से क्षुब्ध मेयर अब मुख्यमंत्री से इस पूरे प्रकरण की शिकायत करने व नगर आयुक्त को तलब कराने के लिए कमर कसते दिखाई दे रहे हैं.
उन्होंने कहा कि नगर आयुक्त को अगर किसी समस्या या परेशानी से अवगत कराना हो तो वह उनका फोन तक नहीं उठाते. आम जनमानस उनसे क्या उम्मीद करेगा. ऐसे हालातों में वह आमजन की समस्या कैसे हल कर पाएंगे. इस पूरे प्रकरण से संबंधित शिकायतों को लेकर वह मुख्यमंत्री से मिलेंगे. उनकी कार्यप्रणाली को लेकर शिकायत करेंगे. महापौर ने कहा कि नगर आयुक्त अपने काम के प्रति जिम्मेदार नहीं हैं. क्षेत्र की जनता जलभराव, टूटी सड़कें, दुर्गम रास्तों जैसी समस्याओं से त्रस्त है. इनका कोई निस्तारण नगरायुक्त ने लंबे समय से नहीं किया है. अब ऐसे में महापौर होने के नाते मेरी जिम्मेदारी है कि जनता की समस्याओं का समय रहते तत्काल निस्तारण कराया जाए.
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