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किसान करते रहे विरोध प्रदर्शन, राणा महोत्सव का उद्घाटन करने नहीं पहुंचे गन्ना मंत्री, पढ़ें पूरी खबर

अलीगढ़ महोत्सव के शुभारंभ के दौरान किसानों ने किया विरोध-प्रदर्शन किया. महोत्सव के उद्घाटन पर ही किसानों ने गन्ना मंत्री सुरेस राणा के खिलाफ नारे लगाए. अनुपूरक बजट में अलीगढ़ में नई चीनी मिल के लिए कोई बजट नहीं रखा गया. इससे किसान नाराज दिखे.

विरोध प्रदर्शन करते गन्ना किसान
विरोध प्रदर्शन करते गन्ना किसान
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Published : Dec 19, 2021, 10:30 PM IST

अलीगढ़ : रविवार को अलीगढ़ महोत्सव का शुभारंभ होने के दौरान किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया. महोत्सव के उद्घाटन पर ही किसानों ने गन्ना मंत्री सुरेस राणा के खिलाफ नारे लगाए. इसके चलते गन्ना मंत्री महोत्सव का उद्घाटन करने नहीं आए.

उधर, किसानों ने कहा कि अलीगढ़ के गन्ना किसान उत्तर प्रदेश सरकार के अनुपूरक बजट से बहुत उम्मीदें लगाए बैठे थे. उन्हें उम्मीद थी कि इस बार नई चीनी मिल का वायदा पूरा होगा. लेकिन अनुपूरक बजट से अलीगढ़ के किसानों को मायूसी हुई.

अनुपूरक बजट में अलीगढ़ में नई चीनी मिल के लिए कोई बजट नहीं रखा गया. सरकार की तरफ से सिर्फ किसानों को आश्वासन ही दिए गए. सुरेश राणा अलीगढ़ के प्रभारी मंत्री भी है. वह पिछले 5 सालों से अलीगढ़ में नई चीनी मिल लगने का आश्वासन दे रहे हैं. पर यह आश्वासन पूरा नहीं किया गया. भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने इसे लेकर विरोध किया.

इस दौरान चीनी मिल किसान संघर्ष मोर्चा (Sugar Mill Kisan Sangharsh Morcha) के तत्वावधान में सैकड़ों किसान तहसील कोल पर एकत्रित हुए. मित्तल गेट पर अलीगढ़ के प्रभारी मंत्री सुरेश राणा का विरोध करने के लिए बैठ गए.

इसे भी पढ़ें : अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी NAAC ग्रेडिग पर दायर करेगी अपील

इसी दौरान प्रशासन की ओर से सिटी मजिस्ट्रेट एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने किसानों से बताया कि मंत्री का प्रोग्राम निरस्त हो गया है. अब वह उद्घाटन नहीं करेंगे. तब किसान बन्ना देवी थाना क्षेत्र में स्थित मित्तल गेट से उठे.

किसान नेता डॉक्टर शैलेंद्र पाल सिंह ने बताया कि अलीगढ़ मंडल में एकमात्र साथा चीनी मिल है. यह 47 वर्ष पुरानी होने के कारण जर्जर स्थिति में है. सितंबर में किसानों द्वारा की गई महापंचायत के समय प्रभारी मंत्री एवं गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने जिले के दो पूर्व मंत्रियों, विधायकों और सैकड़ों किसानों के सामने वायदा किया था कि अनुपूरक बजट में चीनी मिल के लिए पैसा मंजूर किया जाएगा.

हालांकि 2 दिन पूर्व अनुपूरक बजट में चीनी मिल के लिए एक रुपया भी मंजूर नहीं किया गया. कहा कि इससे किसान नाराज हैं.

किसान अजीत पाल सिंह राघव, वेद प्रकाश शर्मा, भारतीय किसान यूनियन भानु जिला अध्यक्ष युवा कृष्णा ठाकुर, किसान नेता जैकी ठाकुर आदि ने कहा कि प्रदर्शनी से निकलकर सभी किसानों ने तहसील कोल में बैठकर आगे के आंदोलन की रणनीति बनाई. इसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि किसी रोड अथवा रेल मार्ग को अवरुद्ध करने से आम लोगों को दिक्कत होती है.

इसलिए 20 दिसंबर को सुबह 10 बजे से एक अनिश्चितकालीन किसान महापंचायत का आयोजन जिलाधिकारी कार्यालय अलीगढ़ पर किया जाएगा. वह महापंचायत तब तक चलेगी जब तक कि नई चीनी मिल का ठोस लिखित आश्वासन नहीं मिल जाता.

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अलीगढ़ : रविवार को अलीगढ़ महोत्सव का शुभारंभ होने के दौरान किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया. महोत्सव के उद्घाटन पर ही किसानों ने गन्ना मंत्री सुरेस राणा के खिलाफ नारे लगाए. इसके चलते गन्ना मंत्री महोत्सव का उद्घाटन करने नहीं आए.

उधर, किसानों ने कहा कि अलीगढ़ के गन्ना किसान उत्तर प्रदेश सरकार के अनुपूरक बजट से बहुत उम्मीदें लगाए बैठे थे. उन्हें उम्मीद थी कि इस बार नई चीनी मिल का वायदा पूरा होगा. लेकिन अनुपूरक बजट से अलीगढ़ के किसानों को मायूसी हुई.

अनुपूरक बजट में अलीगढ़ में नई चीनी मिल के लिए कोई बजट नहीं रखा गया. सरकार की तरफ से सिर्फ किसानों को आश्वासन ही दिए गए. सुरेश राणा अलीगढ़ के प्रभारी मंत्री भी है. वह पिछले 5 सालों से अलीगढ़ में नई चीनी मिल लगने का आश्वासन दे रहे हैं. पर यह आश्वासन पूरा नहीं किया गया. भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने इसे लेकर विरोध किया.

इस दौरान चीनी मिल किसान संघर्ष मोर्चा (Sugar Mill Kisan Sangharsh Morcha) के तत्वावधान में सैकड़ों किसान तहसील कोल पर एकत्रित हुए. मित्तल गेट पर अलीगढ़ के प्रभारी मंत्री सुरेश राणा का विरोध करने के लिए बैठ गए.

इसे भी पढ़ें : अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी NAAC ग्रेडिग पर दायर करेगी अपील

इसी दौरान प्रशासन की ओर से सिटी मजिस्ट्रेट एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने किसानों से बताया कि मंत्री का प्रोग्राम निरस्त हो गया है. अब वह उद्घाटन नहीं करेंगे. तब किसान बन्ना देवी थाना क्षेत्र में स्थित मित्तल गेट से उठे.

किसान नेता डॉक्टर शैलेंद्र पाल सिंह ने बताया कि अलीगढ़ मंडल में एकमात्र साथा चीनी मिल है. यह 47 वर्ष पुरानी होने के कारण जर्जर स्थिति में है. सितंबर में किसानों द्वारा की गई महापंचायत के समय प्रभारी मंत्री एवं गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने जिले के दो पूर्व मंत्रियों, विधायकों और सैकड़ों किसानों के सामने वायदा किया था कि अनुपूरक बजट में चीनी मिल के लिए पैसा मंजूर किया जाएगा.

हालांकि 2 दिन पूर्व अनुपूरक बजट में चीनी मिल के लिए एक रुपया भी मंजूर नहीं किया गया. कहा कि इससे किसान नाराज हैं.

किसान अजीत पाल सिंह राघव, वेद प्रकाश शर्मा, भारतीय किसान यूनियन भानु जिला अध्यक्ष युवा कृष्णा ठाकुर, किसान नेता जैकी ठाकुर आदि ने कहा कि प्रदर्शनी से निकलकर सभी किसानों ने तहसील कोल में बैठकर आगे के आंदोलन की रणनीति बनाई. इसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि किसी रोड अथवा रेल मार्ग को अवरुद्ध करने से आम लोगों को दिक्कत होती है.

इसलिए 20 दिसंबर को सुबह 10 बजे से एक अनिश्चितकालीन किसान महापंचायत का आयोजन जिलाधिकारी कार्यालय अलीगढ़ पर किया जाएगा. वह महापंचायत तब तक चलेगी जब तक कि नई चीनी मिल का ठोस लिखित आश्वासन नहीं मिल जाता.

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