अलीगढ़: जनपद के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में 18 अगस्त को एक मासूम बच्चे की मौत हो गई. मां ने डॉक्टरों पर बच्चे पर एक्सपेरिमेंट कर इलाज करने(Doctors accused of experimenting on child) का आरोप लगाया है. एसएसपी से शिकायत कर इंसाफ करने की मांग की है. एसएसपी ने मामलें में जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है.
पीड़ित मां गुड़िया के अनुसार वह क्वारसी थाना क्षेत्र की रहने है. उसने अपने पौने 4 माह के बेटे माहिर को उल्टी और दस्त आने पर मेडिकल कॉलेज में 15 अगस्त को भर्ती कराया था. शुरुआत में डॉक्टर ने बच्चे को इमरजेंसी में भर्ती किया. इसके बाद बच्चे की हालत सुधरने पर जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया. वहीं डॉक्टरों ने जल्द ही बच्चे को डिस्चार्ज करने की बात कही. लेकिन, जूनियर डॉक्टर हरप्रीत सिंह ने डिस्चार्ज नहीं किए जाने की बात कहते हुए बच्चे को इंजेक्शन लगा दिया. इंजेक्शन लगने के बाद माहिर की तबीयत बिगड़न लगी. उसे वेंटिलेटर पर रखा गया. इसके बाद 18 अगस्त को बच्चे का शरीर नीला पड़ गया और उसकी मौत हो गई.
मां गुड़िया का आरोप है कि मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर मासूम बच्चों पर एक्सपेरिमेंट कर इलाज (Experimentation on innocent children)करते हैं. इससे बच्चे की जान चली गई. गुड़िया परिवार सहित पोस्टर और बैनर लेकर एसएसपी कार्यालय शिकायत करने पहुंची. पीड़िता ने अपने बेटे के साथ इंसाफ किए जाने की मांग एसएसपी से की है. गुड़िया ने मेडिकल कालेज के डॉक्टर जेबा, जूनियर डॉक्टर सरदार हरप्रीत सिंह, जूनियर डॉक्टर वेंकटेश, जूनियर डॉक्टर विवेक को मासूम की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है. गुड़िया ने कहा है कि यह डॉक्टर मानवता के दुश्मन है.
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एसएसपी कलानिधि नैथानी ने पीड़ित मां गुड़िया को न्याय दिए जाने का भरोसा दिया है. कलानिधि नैथानी ने बताया कि बच्चे के इलाज से संबंधित डॉक्यूमेंट के आधार पर जांच करने के बाद मुकदमा दर्ज किया जाएगा.
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