अलीगढ़ : जिलाबदर घोषित किए गए कांग्रेस के अलीगढ़ शहर प्रत्याशी सलमान इम्तियाज ने कहा है कि मुझे साजिशन फंसाया जा रहा है. मेरे खिलाफ साजिश हो रही है. कुछ लोग मुझे चुनाव लड़ने से रोकने में लगे हुए हैं. कुछ लोग मुझे बीजेपी का एजेंट बताते हैं.
जुलाई 2020 में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था जिसमें यह कहा गया था कि आपके ऊपर गुंडा एक्ट क्यों न लगाएं. इसका जवाब हमने एडीएम सिटी कार्यालय में फाइल किया था. जिला प्रशासन द्वारा इसकी कार्रवाई आगे प्रोसीड नहीं की गई और इलेक्शन के समय में कार्रवाई अमल में लाई जा रही है. सलमान इम्तियाज ने कहा कि प्रशासन की कार्रवाई में बहुत कमियां है. जिलाबदर के बाद सलमान इम्तियाज चुनाव प्रचार के लिए नहीं निकल रहे हैं और अपनी बात को सोशल मीडिया के जरिये रख रहे हैं.
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ लोगों में जागरूकता फैलाई. हमारे अभियान को रोकने के लिए बहुत दबाव बनाया. उन्होंने कहा कि सियासत में जो राजनीति होती है वह मजहब के नाम पर की जा रही है.
उन्होंने कहा कि जुल्म का मतलब मारपीट नहीं है बल्कि जो हमारे युवा हैं वे बेरोजगार है. व्यापारियों का शोषण किया जा रहा है. यह भी एक तरह का जुल्म है. उन्होंने कहा कि अलीगढ़ वह शहर है जहां से गंगा-जमुनी तहजीब झलकती है. उन्होंने कहा कि सलमान इम्तियाज सिर्फ मुसलमानों के साथ नहीं है बल्कि गैर मुसलमानों के साथ भी है. हमारा चुनावी एजेंडा हिंदू- मुस्लिम भाईचारा पैदा करना है. नफरत को कम करना है. उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द हमारे वकील इस झूठे इल्जाम के लिए अपील दायर कर रहे हैं. कहा कि मुझे भले ही ताकत के दम पर जेल भी भेजा जा सकता है लेकिन वहां से भी मैं अपने हक के लिए लड़ता रहूंगा.
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कहा कि साजिशन जिलाबदर किया जा रहा है. विपक्ष के दिल में खौफ है कि कहीं अगर सलमान इम्तियाज शहर से विधायक चुने गए तो गंदी सियासत खत्म हो जाएगी. जब तक मेरे दिल में खून का एक कतरा बाकी रहेगा तब तक लड़ता रहूंगा. मैं डरने वाला नहीं हूं. उन्होंने कहा कि मेरे इरादे को कोई जेल की दीवार रोक नहीं सकती. वहीं, सलमान की पत्नी ने भी सोशल मीडिया के जरिए पति को फंसाने का आरोप लगाया.
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