अलीगढ़: यूपी के अलीगढ़ मंडल में सभी शिक्षकों के प्रमाणपत्र की जांच कर सत्यापन करने का निर्णय लिया गया है. कमिश्नर जीएस प्रियदर्शी ने प्रदेश के अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा के निर्देशानुसार मण्डल के सर्वसाधारण एवं आमजन को सूचित किया है. उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने प्रदेश में कार्यरत सभी स्तर के शिक्षकों के प्रमाण-पत्र की जांच किए जाने का फैसला लिया है. उच्च शिक्षा विभाग के अन्तर्गत राज्य विश्वविद्यालयों, राजकीय महाविद्यालयों और अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों के शिक्षकों के शैक्षणिक अभिलेखों और शिक्षकों के भौतिक सत्यापन के लिए जिले स्तर पर समिति गठित की गई है.
कमिश्नर ने दिए ये निर्देश
अलीगढ़ कमिश्नर जीएस प्रियदर्शी ने कहा है कि जनपद स्तर पर गठित समिति सभी शिक्षकों के मामलों में जांच पूर्ण कर 31 जुलाई 2020 तक शासन को रिपोर्ट उपलब्ध कराएगी. उन्होंने आमजन से अपील की है कि यदि किसी अध्यापक के शैक्षणिक प्रमाण पत्रों के विषय में कोई भी सूचना या शिकायत है तो अपने जनपद में जिलाधिकारी के समक्ष संज्ञान में लाया जा सकता है.
बेसिक शिक्षा में अध्यापकों की कई अनियमितता सामने आई है. इसमें कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में अनामिका शुक्ला नाम की शिक्षका का कई विद्यालयों में तैनात होने का मामला सामने आया था. वहीं एक ही पैन कार्ड पर कई लोगों की सैलरी निकाले जाने का मामला भी सामने आए थे. शिक्षा विभाग में नौकरियों के नाम पर गड़बड़झाला और आर्थिक अनियमितता के कई मामले को शासन संज्ञान में ले चुका है. इसको देखते हुए अब सभी शिक्षकों के प्रमाणपत्रों के सत्यापन करने का निर्णय लिया गया है.