अलीगढ़: उत्तर प्रदेश में भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के संयोजक व अध्यक्ष विनीत शारदा अग्रवाल के विवादित बोल सामने आए हैं. वैश्य महाकुंभ के सम्मेलन में उन्होंने परिवार नियोजन के नियम 'हम दो, हमारे दो' को सौतेला बताते हुए कहा कि वैश्य समाज 'हम दो और हमारे दो' की नीति को खत्म करे और 'हम दो, हमारे पांच' के सिद्धांत को अपनाएं.
विनीत शारदा ने कहा कि आजादी के समय हम 30 करोड़ थे और विशेष समुदाय को आड़े हाथों लेते हुए कहा उनकी डेढ़ करोड़ की आबादी थी, लेकिन आज उन्होंने अपनी आबादी 35 करोड़ कर ली और हिंदू समाज सौ करोड़ है, जिसमें वैश्य समाज की 28 करोड़ आबादी है. इसलिए 'हम दो, हमारे दो' के सिद्धांत को खत्म कर दो. 'हम दो, हमारे पांच' के सिद्धांत को अपनाओ.
'पांचों बच्चों को अलग-अलग क्षेत्र में भेजो'
विनीत शारदा ने कहा कि पांच में से एक बच्चे को राजनीति ज्ञान, दूसरे को सिविल सेवा में, तीसरे बच्चे को अपने समाज की रक्षा करने के लिए लोहा खरीदना सिखाओ और चौथे बच्चे को बचपन से व्यापार चलाना सिखाओ. उन्होंने कहा कि अगर एक मां का एक बेटा होगा तो क्या उसे देश की रक्षा के लिए भेजेगी. इसलिए पांचवें बच्चे को फौजी बनाओ और उसे सेना में भेजने की शिक्षा दो. विनीत शारदा ने कहा कि अगर आपने ऐसा नहीं किया तो 20 साल के बाद बच्चे पूछेंगे कि मामा, ताऊ, चाचा, बुआ किसे कहते हैं. अगर बच्चे पैदा नहीं किए तो सारे रिश्ते खत्म हो जाएंगें.
दूसरे पाकिस्तान की उठेगी मांग
उन्होंने कहा कि फिर भारत माता रोएगी और फिर दूसरे पाकिस्तान की मांग उठेगी. इसलिए उन्होंने हम दो हमारे दो के सिद्धांत को खत्म कर पांच के सिद्धांत को अपनाओ. उन्होंने भीड़ से हाथ उठाकर लोगों से समर्थन की अपील की और नारे भी लगवाए कि
बंगाल की मुख्यमंत्री को कहा शूर्पणखा
विनीत शारदा अग्रवाल ने याद दिलाया कि महाराज अग्रसेन के भी 18 पुत्र थे. अगर उनके 18 पुत्र नहीं होते तो हम 25 करोड़ नहीं होते. भगवान श्री कृष्ण ने कहा था कलियुग में जन्म लूंगा तो राम के रूप में मोदी, लक्ष्मण के रूप में योगी और हनुमान के रूप में अमित शाह और हनुमान जी के वानर सेना के रूप में बैठी देव तुल्य जनता होगी. राम ने आवाज दी तो मंदिर बन गया. धारा 370 हट गई. मुस्लिम बहनों के लिए तीन तलाक का कानून बन गया. वहीं इस कार्यक्रम में उन्होंने बंगाल की मुख्यमंत्री को शूर्पणखा कह कर भी संबोधित किया. बंगाल की मुख्यमंत्री का नाम नहीं लिया, लेकिन उन्होंने इशारों-इशारों में अपनी बात कह दी.