अलीगढ़: एएमयू में नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे छात्रों ने बाबे सैय्यद गेट पर मंगलवार शाम दो फिल्मों की स्क्रिनिंग का कार्यक्रम रखा था. जिसमें असम के डिटेंशन कैंप पर आधारित शार्ट मूवी 'स्टेटलैस' दिखाई गई, लेकिन जब हिटलर की मूवी 'हिटलर-राइज टू पावर' दिखाने की बारी आई तो प्राक्टर टीम ने पहुंच कर लाइट काट कर फिल्म का प्रदर्शन रोक दिया.
इससे नाराज छात्रों ने प्रॉक्टर टीम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. छात्रों ने प्रॉक्टर को संघी बताकर 'गो बैक' के नारे लगाए. इस पर परिसर में तैनात फोर्स ने छात्रों को बाबे सैय्यद गेट से हटा दिया, लेकिन छात्रों ने बाबे सैय्यद गेट पर बड़े स्तर पर धरना करने की बात कही है.
बिजली कनेक्शन पर लगाई रोक
एएमयू के छात्रों ने बाबे सैय्यद गेट पर एनआरसी पर आधारित मूवी स्टेटलैस और 'हिटलर राइज टू पावर' दिखाने का कार्यक्रम रखा गया था, लेकिन मौके से छात्रों के माइक व स्पीकर को गायब कर दिया गया और बिजली का कनेक्शन लेने से भी रोक दिया गया.
प्रॉक्टर टीम के खिलाफ हुई जमकर नारेबाजी
इस पर छात्रों ने प्रोजेक्टर पर शार्ट मूवी चलाई. इसे देखने के लिए काफी संख्या में छात्र एकत्र हो गए. छात्र फिल्म देख रहे थे, इसी बीच प्राक्टर की टीम मौके पर पहुंची. उन्होंने फिल्म प्रदर्शन की अनुमति लिए जाने और बिजली के कनेक्शन पर सवाल किया. छात्रों के जवाब न देने पर प्रॉक्टर टीम ने बिजली का कनेक्शन काट दिया. इस पर छात्रों ने प्रॉक्टर टीम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
मूवमेंट को दबाना चाहता है विवि प्रशासन
बता दें कि मंगलवार को कुलपति ने छात्रों को एक पत्र जारी कर कहा था कि लोकतांत्रिक तरीके से चल रहे विरोध प्रदर्शन पर विश्वविद्यालय कोई रोक नहीं लगाएगा. लेकिन छात्रों ने आरोप लगाया कि विवि प्रशासन हमारे मूवमेंट को दबाना चाहता है.
फिल्म शुरु करने से पहले हमारा साउंड सिस्टम और स्पीकर गायब कर दिया गया. वे हमें शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन नहीं करने दे रहे हैं. प्रॉक्टर की टीम ने धमकी दी है कि मूवी नहीं चलने देगें. हमारे धरने को अलोकतांत्रिक तरीके से हटाया गया है, लेकिन अब हम बाबे सैय्यद गेट पर बड़े स्तर पर धरना करेंगे.
- फैजुल हसन, पूर्व अध्यक्ष, एएमयू छात्रसंघ