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BJP Viral Audio : बीजेपी के वायरल ऑडियो पर बढ़ा विवाद, जिलाध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई की मांग - अलीगढ़ भारतीय जनता पार्टी

अलीगढ़ के भाजपा जिला अध्यक्ष के पुत्र की ऑडियो वायरल होने पर रविवार को आभा होटल में पत्रकार वार्ता की गई. इस दौरान पार्टी के वर्तमान उपाध्यक्ष अमित ठाकुर ने पलटवार किया है. वायरल आडियों में अमित ठाकुर पर चरस गांजा बचेने का आरोप लगाया है.

भाजपा ऑडियो 'बम'
भाजपा ऑडियो 'बम'
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Published : Oct 3, 2021, 6:05 PM IST

अलीगढ़ : भारतीय जनता पार्टी में रुपए लेकर युवा मोर्चा का जिलाध्यक्ष बनवाने का मामला तूल पकड़ रहा है. रविवार को पूर्व जिला उपाध्यक्ष के साथ 20 साल से भाजपा पार्टी की सेवा कर रहे अमित ठाकुर भी सामने आ गए हैं. अमित का नाम युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष बनाने की भेजी गई सूची में शामिल था. अमित ठाकुर ने बताया कि जिलाध्यक्ष के बेटे तपेश चौधरी और चैरव सिंह ठाकुर के ऑडियो वायरल में मेरे नाम का जिक्र आया है, जिसमें कहा गया है कि अमित ठाकुर चरस, गांजे का धंधा करता है. इससे मेरी छवि को धूमिल करने की चेष्ठा की गई है. इस बारे में संगठन को शिकायत भेजी है.

अमित ठाकुर कहते हैं कि यह बातें सुनकर मुझे बहुत मानसिक तनाव हुआ है. उन्होंने बताया कि 20 साल से निरंतर भाजपा संगठन के लिए काम कर रहा हूं. पिता जी भी पूरा जीवन जनसंघ और आरएसएस के साथ गुजार दिए. इसके बाद भी मेरे आत्म सम्मान के खिलाफ बोला जाये, तो पीड़ा होती है. उन्होंने कहा कि भाजपा जिलाध्यक्ष के बेटे तपेश चौधरी ने गांजा, चरस बेचने का आरोप लगाया है. यह आरोप सिद्ध करें. उन्होंने कहा कि भाजपा जिलाध्यक्ष के पुत्र ने सामाजिक छवि धूमिल की है. भाजपा नेता अमित ठाकुर ने कहा कि 24 घंटे में जिलाध्यक्ष के पुत्र साक्ष्य पेश करें. भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष के लिए 47 आवेदन गए थे, जिनमें से तीन को छोड़कर सभी पर जिलाअध्यक्ष के पुत्र ने आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि अगर न्याय नहीं मिला, तो पार्टी कार्यालय पर धरना दूंगा.

भाजपा ऑडियो 'बम'

भाजपा जिला अध्यक्ष के पुत्र की ऑडियो वायरल होने पर रविवार को आभा होटल में पत्रकार वार्ता की गई. इस दौरान पार्टी के वर्तमान उपाध्यक्ष अमित ठाकुर ने पलटवार किया है. वायरल आडियों में अमित ठाकुर पर चरस गांजा बचेने का आरोप लगाया है. इस आडियों में पूर्व उपाध्यक्ष चेरव सिंह ठाकुर की आवाज है. उन्होंने मीडिया के सामने बताया कि युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष बनने के लिए आवेदन गया था, जिसमें पैसे के लेन-देन का मामला भाजपा जिलाध्यक्ष के पुत्र तपेश चौधरी से हुआ था. हांलाकि युवा मोर्चा का जिलाध्यक्ष नहीं बन सकें. पार्टी का निर्णय चैरव ने स्वीकार कर लिया. जब पैसे वापस मांगे तो आनाकानी करने लगे. इसकी ऑडियो रिकॉर्डिंग थी.

उन्होंने कहा कि मेरे पास और भी बहुत कुछ है, जो दिखा नहीं रहा, इससे पार्टी की छवि खराब होगी. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव सर पर है, लेकिन गलत मानसिकता के लोग भाजपा के जिलाध्यक्ष पद पर हैं. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव अगर वर्तमान जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में होगा, तो पार्टी का बहुत नुकसान होगा. उन्होंने सीधे बताया कि पांच लाख रुपये कैश के रूप में दिया था. चैरव बताते हैं कि हमारी भाजपा पार्टी में किसी पद के लिए पैसे नहीं लिये जाते हैं. लेकिन जिलाध्यक्ष ऋषिपाल सिंह ने दुकान सजा रखी है. हर प्रकोष्ठ के लिए पैसे की डिमांड होती है और कार्यकर्ता मजबूर होता है. उन्होंन पार्टी संगठन से कार्रवाई की मांग की है.


इसे भी पढ़ें- 5 अक्टूबर को लखनऊ आएंगे पीएम मोदी, न्यू इंडिया अर्बन कार्यक्रम का करेंगे शुभारंभ


ये है पूरा मामला-


दरअसल, अलीगढ़ भाजपा में पद पाने के लिये पैसों को खेल चल रहा है. इसको लेकर एक ऑडियो के वायरल होने से पार्टी संगठन में सनसनी फैल गई है. अब भजपा के जिलाअध्यक्ष सफाई दे रहे हैं. भाजपा जिलाध्यक्ष ऋषिपाल सिंह के बेटे व भाजयुमो के निर्वतमान उपाध्यक्ष की वायरल ऑडियो को लेकर संगठन में भी हड़कंप मच हुआ है. अलग-अलग तीन ऑडियो में कई गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं. वहीं जिलाध्यक्ष के बेटे तपेश ने वायरल ऑडियो में लगाए आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि यह राजनीतिक षडयंत्र है.


ऑडियो में कुछ पदों को लेकर आने वाले आवेदन से संबंधित बातचीत है. इसमें युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष के पद को लेकर भी जिक्र है. इसमें कहा जा रहा है कि ऊपर से भी सूची आई है. इसके अलावा आए 10 आवेदन के नाम, उम्र, सामाजिक छवि के बारे में बातचीत की जा रही है. कहा जा रहा है कि पहले तीनों नाम अपने हैं. एक ऑडियो में यह कहा जा रहा है कि बात 50-75 हजार की नहीं है. मुझे मेरी चीज चाहिए. मेरे साथ धोखा हुआ है. सोशल मीडिया व वाट्सएप ग्रुप पर वायरल हुईं तीन ऑडियो के बाद शाम को एक और ऑडियो वायरल हुईं. जिसमें तपेश चैाधरी कह रहे हैं कि कौन सी ऑडियो वायरल करा दी. जिसके जवाब में दूसरे तरफ से आ रही ऑडियो में कोई ऑडियो न रिकार्ड करने, कोई लेनदेन न होने व न ही कोई आरोप लगाने की बात कही गई है.


अलीगढ़ : भारतीय जनता पार्टी में रुपए लेकर युवा मोर्चा का जिलाध्यक्ष बनवाने का मामला तूल पकड़ रहा है. रविवार को पूर्व जिला उपाध्यक्ष के साथ 20 साल से भाजपा पार्टी की सेवा कर रहे अमित ठाकुर भी सामने आ गए हैं. अमित का नाम युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष बनाने की भेजी गई सूची में शामिल था. अमित ठाकुर ने बताया कि जिलाध्यक्ष के बेटे तपेश चौधरी और चैरव सिंह ठाकुर के ऑडियो वायरल में मेरे नाम का जिक्र आया है, जिसमें कहा गया है कि अमित ठाकुर चरस, गांजे का धंधा करता है. इससे मेरी छवि को धूमिल करने की चेष्ठा की गई है. इस बारे में संगठन को शिकायत भेजी है.

अमित ठाकुर कहते हैं कि यह बातें सुनकर मुझे बहुत मानसिक तनाव हुआ है. उन्होंने बताया कि 20 साल से निरंतर भाजपा संगठन के लिए काम कर रहा हूं. पिता जी भी पूरा जीवन जनसंघ और आरएसएस के साथ गुजार दिए. इसके बाद भी मेरे आत्म सम्मान के खिलाफ बोला जाये, तो पीड़ा होती है. उन्होंने कहा कि भाजपा जिलाध्यक्ष के बेटे तपेश चौधरी ने गांजा, चरस बेचने का आरोप लगाया है. यह आरोप सिद्ध करें. उन्होंने कहा कि भाजपा जिलाध्यक्ष के पुत्र ने सामाजिक छवि धूमिल की है. भाजपा नेता अमित ठाकुर ने कहा कि 24 घंटे में जिलाध्यक्ष के पुत्र साक्ष्य पेश करें. भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष के लिए 47 आवेदन गए थे, जिनमें से तीन को छोड़कर सभी पर जिलाअध्यक्ष के पुत्र ने आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि अगर न्याय नहीं मिला, तो पार्टी कार्यालय पर धरना दूंगा.

भाजपा ऑडियो 'बम'

भाजपा जिला अध्यक्ष के पुत्र की ऑडियो वायरल होने पर रविवार को आभा होटल में पत्रकार वार्ता की गई. इस दौरान पार्टी के वर्तमान उपाध्यक्ष अमित ठाकुर ने पलटवार किया है. वायरल आडियों में अमित ठाकुर पर चरस गांजा बचेने का आरोप लगाया है. इस आडियों में पूर्व उपाध्यक्ष चेरव सिंह ठाकुर की आवाज है. उन्होंने मीडिया के सामने बताया कि युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष बनने के लिए आवेदन गया था, जिसमें पैसे के लेन-देन का मामला भाजपा जिलाध्यक्ष के पुत्र तपेश चौधरी से हुआ था. हांलाकि युवा मोर्चा का जिलाध्यक्ष नहीं बन सकें. पार्टी का निर्णय चैरव ने स्वीकार कर लिया. जब पैसे वापस मांगे तो आनाकानी करने लगे. इसकी ऑडियो रिकॉर्डिंग थी.

उन्होंने कहा कि मेरे पास और भी बहुत कुछ है, जो दिखा नहीं रहा, इससे पार्टी की छवि खराब होगी. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव सर पर है, लेकिन गलत मानसिकता के लोग भाजपा के जिलाध्यक्ष पद पर हैं. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव अगर वर्तमान जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में होगा, तो पार्टी का बहुत नुकसान होगा. उन्होंने सीधे बताया कि पांच लाख रुपये कैश के रूप में दिया था. चैरव बताते हैं कि हमारी भाजपा पार्टी में किसी पद के लिए पैसे नहीं लिये जाते हैं. लेकिन जिलाध्यक्ष ऋषिपाल सिंह ने दुकान सजा रखी है. हर प्रकोष्ठ के लिए पैसे की डिमांड होती है और कार्यकर्ता मजबूर होता है. उन्होंन पार्टी संगठन से कार्रवाई की मांग की है.


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ये है पूरा मामला-


दरअसल, अलीगढ़ भाजपा में पद पाने के लिये पैसों को खेल चल रहा है. इसको लेकर एक ऑडियो के वायरल होने से पार्टी संगठन में सनसनी फैल गई है. अब भजपा के जिलाअध्यक्ष सफाई दे रहे हैं. भाजपा जिलाध्यक्ष ऋषिपाल सिंह के बेटे व भाजयुमो के निर्वतमान उपाध्यक्ष की वायरल ऑडियो को लेकर संगठन में भी हड़कंप मच हुआ है. अलग-अलग तीन ऑडियो में कई गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं. वहीं जिलाध्यक्ष के बेटे तपेश ने वायरल ऑडियो में लगाए आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि यह राजनीतिक षडयंत्र है.


ऑडियो में कुछ पदों को लेकर आने वाले आवेदन से संबंधित बातचीत है. इसमें युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष के पद को लेकर भी जिक्र है. इसमें कहा जा रहा है कि ऊपर से भी सूची आई है. इसके अलावा आए 10 आवेदन के नाम, उम्र, सामाजिक छवि के बारे में बातचीत की जा रही है. कहा जा रहा है कि पहले तीनों नाम अपने हैं. एक ऑडियो में यह कहा जा रहा है कि बात 50-75 हजार की नहीं है. मुझे मेरी चीज चाहिए. मेरे साथ धोखा हुआ है. सोशल मीडिया व वाट्सएप ग्रुप पर वायरल हुईं तीन ऑडियो के बाद शाम को एक और ऑडियो वायरल हुईं. जिसमें तपेश चैाधरी कह रहे हैं कि कौन सी ऑडियो वायरल करा दी. जिसके जवाब में दूसरे तरफ से आ रही ऑडियो में कोई ऑडियो न रिकार्ड करने, कोई लेनदेन न होने व न ही कोई आरोप लगाने की बात कही गई है.


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