आगरा: ताजनगरी में शनिवार को कोरोना 37 नए मरीज सामने आये. जिसके बाद जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 706 से बढ़कर 743 हो गई. इसमें कोरोना जांच कर रहे निजी लैब के दो कर्मचारी और एसएन मेडिकल कॉलेज के एक डॉक्टर और कर्मचारी भी शामिल हैं. जिले में 22 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है. मगर अभी भी जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग कोरोना संक्रमण रोकने में नाकाम साबित हो रहे हैं.
आगरा में एसएन मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल और जालमा संस्थान के साथ दो निजी लैब भी सैंपल कलेक्शन करके कोरोना जांच कर रहे थे. शनिवार को एक निजी लैब के दो कर्मचारियों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद डीएम ने दोनों निजी लैब्स पर सैंपल कलेक्शन पर रोक लगा दी है. कोरोना संक्रमित पाये गये निजी लैब के दोनों कर्मचारी संदिग्ध कोरोना मरीजों के सैंपल कलेक्शन के काम में लगे हुए थे.
सीएमओ ने दी जानकारी
सीएमओ मुकेश कुमार वत्स ने बताया कि कोरोना की जांच करने वाली एक निजी लैब के कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. लैब की जांच पर रोक लगाई है. निजी लैब के सैंपल्स की भी अब रैंडम जांच कराई जाएगी.
बाहर से आए कई लोग मिले कोरोना संक्रमित
जिले में दूसरे जिले और प्रदेश से आए लोगों के भी सैंपल लिए जा रहे हैं, जिसमें शाहगंज के 34 वर्षीय युवक में कोरोना की पुष्टि हुई है. इसके साथ ही 70 साल के बुजुर्ग और 40 साल की महिला की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. यह तीनों ही अभी हाल में बाहर से आए हैं. ऐसे ही अन्य लोगों की रिपोर्ट आना बाकी है.
ग्रामीण क्षेत्रों से आ रहे कोरोना संक्रमण के केस
शहर के ग्रामीण क्षेत्रों से भी लगातार मामले सामने आने लगे हैं. किसान, सब्जी-फल विक्रेता, दूधिया, हेल्थ वर्कर, चिकित्सक, बैंक कर्मी, लैब कर्मचारी, होमगार्ड, पुलिसकर्मी और कैदी भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इससे जिले में कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा बढ़ रहा है.