आगरा: शिल्पग्राम में आयोजित ताज महोत्सव में हमीरपुर के रिदमा अकादमी की निदेशक डॉ श्रेया की टीम ने सूफी नृत्य की प्रस्तुति दी. वहीं दिल्ली के गोरी दिवाकर ने देव-देव महादेव पर कथक नृत्य किया. जिसके बाद भोजपुरी गायक अजीत पांडे ने शिव महिमा के कई गीत सुनाए, तो वहीं उपासना श्रीवास्तव ने भगवान शिव के विविध रूपों की जीवंत प्रस्तुतियां दी.
कलाकारों की शानदार प्रस्तुति ने मोहा मन
मुक्ताकाशीय मंच से लखनऊ के पंडित लच्छू महाराज बेले ग्रुप के कलाकारों ने, शिव शक्ति नृत्य नाटिका के माध्यम से कथक में भगवान शिव की लीलाओं का भावपूर्ण मंचन किया. पंडाल में मौजूद लोगों के करतल ध्वनियों से पूरा पांडाल गूंज उठा.
आयोजित कार्यक्रम में लखनऊ से प्रस्तुति देने आयींं पंडित लच्छू महाराज बैले ग्रुप की डायरेक्टर कुमकुम आदर्श ने, शिव तांडव नृत्य की महिमा के बारे में भी बताया. उन्होंने बताया कि पिता प्रजापति दक्ष के यहां यज्ञ में माता पार्वती के सती होने के बाद भगवान शिव ने पहली बार कैलाश पर्वत पर तांडव किया था. उन्होंने ने ये भी बताया कि भगवान शिव के बिना शक्ति नहीं, और शक्ति के बिना भगवान शिव नहीं है.
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