आगरा: इलाहाबाद, फैजाबाद के बाद प्रदेश सरकार अब आगरा का नाम बदलने की तैयारी में है. दरअसल प्रदेश सरकार ने डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के हिस्ट्री डिपार्टमेंट को निर्देश दिए हैं कि आगरा के प्राचीन नाम के बारे में शोध करे और यह इस पर पुष्टि करें कि आगरा का प्राचीन नाम अग्रवन था या नहीं.
आगरा के प्राचीन नाम पर शोध कर रहा हिस्ट्री डिपार्टमेंट
दरअसल प्रदेश सरकार ने आगरा स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के हिस्ट्री डिपार्टमेंट को पत्र जारी किया है कि आगरा का नाम कब, किसने और कैसे रखा गया. अंगगिरा, अरगलपुर, उग्रसेनपुर, अकबराबाद, अग्रवन या फिर आगरा. विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अरविंद कुमार दीक्षित ने इतिहास विभाग के प्रमुख को शासन के पत्र पर शोध करने के निर्देश दिए हैं.
हिस्ट्री डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉ. सुगम आनंद ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला प्रशासन की ओर से एक पत्र मिला है. कुलपति महोदय के निर्देश पर मैंने अपने शोधार्थियों के साथ शोध कर रहा हूं. अभी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं कि आगरा के प्राचीन नाम क्या-क्या थे. प्राचीन काल में आगरा का नाम ऋषि अंगरा की तपोभूमि के नाम से भी जाना जाता है. अग्रवन, अगरपुर तमाम और अन्य नाम हैं, जिनके बारे में भी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं. इसको लेकर शोध किया जा रहा है और प्रमाण खोजें जा रहे हैं. साक्ष्य आने के बाद ही कुछ कहा जाएगा.
इसे भी पढ़ें:- आगरा विश्वविद्यालय से 2004 में बीएड करने वाले आजमगढ़ के 8 फर्जी शिक्षक बर्खास्त