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आगरा को लगी दिल्ली वाली हवा, स्मॉग से बढ़ी परेशानी

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Published : Nov 5, 2019, 12:18 PM IST

दिल्ली-एनसीआर के साथ ही आगरा की हवा भी जहरीली हो गई है. रविवार को ताज नगरी में दिनभर स्मॉग के बादल छाए रहे. ऐसे ही हालात सोमवार को हैं. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने जो एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) जारी किया है, उसमें आगरा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 293 है.

smog in agra

आगराः वायु प्रदूषण से सड़क पर चलने वाले लोगों की आंखों में जलन, सांस लेने में दिक्कत और खांसी की समस्या रही. दीपावली पर आतिशबाजी से आगरा में प्रदूषण पिछले चार दिनों से निरंतर बढ़ रहा है. रविवार को एक्यूआई 293 पर पहुंच गया जो शनिवार को 231 से कहीं ज्यादा था.

आगरा में स्मॉग से बढ़ी परेशानी.
ताजनगरी के बढ़ते एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरे की घंटी बज रही है. एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ने से लगातार अस्थमा के मरीज बढ़ रहे हैं. आगरा में वायु प्रदूषण बढ़ने के लिए स्थानीय कारणों से अधिक हवा के साथ बहकर आ रहे प्रदूषक तत्व हैं. दिल्ली-एनसीआर की हवा में घुले वायु प्रदूषक तत्व हवा के साथ बहकर आगरा की तरफ आ रहे हैं. जिससे आगरा की हवा जहरीले हुई है.
स्थानीय निवासी वारिस ने बताया कि कल (रविवार) बहुत ज्यादा परेशानी हुई. सुबह से शाम तक धुंध छाई रही. इससे सांस लेने में भी दिक्कत आई. आज फिर वही हाल है सुबह से ही धुंध छाई हुई है. दीपावली के बाद से लगातार इसी तरह से मौसम खराब चल रहा है. नत्थी लाल शर्मा ने बताया कि यह जो प्रदूषण बढ़ रहा है, इससे लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है. सबसे ज्यादा परेशानी बुजुर्गों को हो रही है. उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है. सरकार की तरफ से इस बारे में कोई व्यवस्था होनी चाहिए. जिससे लोग स्वच्छ और खुली हवा में सांस ले सकें. ताजनगरी की हवा को जहरीला बनाने से बचाने और एयर प्यूरीफायर के लिए मोबाइल वैन भी घूम रही हैं. फिर भी हवा में प्रदूषक तत्वों का स्तर बढ़ता ही जा रहा है. जिससे फॉग नहीं स्मॉग जैसे हालात हैं.

यह है एक्यूआई मानक
एक्यूआई.................गुणवत्ता
0-50.......................अच्छी
51-100..................संतोषजनक
101-200................मध्यम
201-300...............खराब
301-400...............बेहद खराब
401-500...............गंभीर
501 से आगे............ आपातकाल

यह रही शहर में एक्यूआई की स्थिति
दिनांक............... एक्यूआई........ स्थिति
27 अक्टूबर...........100...........संतोषजनक
28 अक्टूबर............179..........मध्यम
29 अक्टूबर............231..........खराब
30 अक्टूबर............249..........खराब
31 अक्टूबर............171..........मध्यम
एक नवंबर...............176.........मध्यम
दो नवंबर..................231........खराब
तीन नवंबर................293........खराब


3 नवंबर को प्रदूषक तत्वों की स्थिति
प्रदूषक तत्व.........................औसत
कार्बन मोनोऑक्साइड...............75
नाइट्रोजन डाइऑक्साइड............54
सल्फर डाइऑक्साइड ................19
ओजोन ..................................11
अति सूक्ष्म कण.........................293

आगरा में जो धुंध छाई हुई है. वह आगरा की वजह से नहीं है. यह प्रदूषण दूसरे शहरों से आ रहा है. जिला प्रशासन ने नगर निगम, कृषि विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग और अन्य दूसरे विभागों को इस बारे में निर्देश दिए हैं कि वह इसे कम करने के लिए कार्य करें. सड़कों पर जल छिड़काव और अन्य तमाम तरह के प्रयास करने के निर्देश दिए हैं.
-डॉ. प्रभाकांत अवस्थी, एडीएम सिटी

आगराः वायु प्रदूषण से सड़क पर चलने वाले लोगों की आंखों में जलन, सांस लेने में दिक्कत और खांसी की समस्या रही. दीपावली पर आतिशबाजी से आगरा में प्रदूषण पिछले चार दिनों से निरंतर बढ़ रहा है. रविवार को एक्यूआई 293 पर पहुंच गया जो शनिवार को 231 से कहीं ज्यादा था.

आगरा में स्मॉग से बढ़ी परेशानी.
ताजनगरी के बढ़ते एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरे की घंटी बज रही है. एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ने से लगातार अस्थमा के मरीज बढ़ रहे हैं. आगरा में वायु प्रदूषण बढ़ने के लिए स्थानीय कारणों से अधिक हवा के साथ बहकर आ रहे प्रदूषक तत्व हैं. दिल्ली-एनसीआर की हवा में घुले वायु प्रदूषक तत्व हवा के साथ बहकर आगरा की तरफ आ रहे हैं. जिससे आगरा की हवा जहरीले हुई है.
स्थानीय निवासी वारिस ने बताया कि कल (रविवार) बहुत ज्यादा परेशानी हुई. सुबह से शाम तक धुंध छाई रही. इससे सांस लेने में भी दिक्कत आई. आज फिर वही हाल है सुबह से ही धुंध छाई हुई है. दीपावली के बाद से लगातार इसी तरह से मौसम खराब चल रहा है. नत्थी लाल शर्मा ने बताया कि यह जो प्रदूषण बढ़ रहा है, इससे लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है. सबसे ज्यादा परेशानी बुजुर्गों को हो रही है. उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है. सरकार की तरफ से इस बारे में कोई व्यवस्था होनी चाहिए. जिससे लोग स्वच्छ और खुली हवा में सांस ले सकें. ताजनगरी की हवा को जहरीला बनाने से बचाने और एयर प्यूरीफायर के लिए मोबाइल वैन भी घूम रही हैं. फिर भी हवा में प्रदूषक तत्वों का स्तर बढ़ता ही जा रहा है. जिससे फॉग नहीं स्मॉग जैसे हालात हैं.

यह है एक्यूआई मानक
एक्यूआई.................गुणवत्ता
0-50.......................अच्छी
51-100..................संतोषजनक
101-200................मध्यम
201-300...............खराब
301-400...............बेहद खराब
401-500...............गंभीर
501 से आगे............ आपातकाल

यह रही शहर में एक्यूआई की स्थिति
दिनांक............... एक्यूआई........ स्थिति
27 अक्टूबर...........100...........संतोषजनक
28 अक्टूबर............179..........मध्यम
29 अक्टूबर............231..........खराब
30 अक्टूबर............249..........खराब
31 अक्टूबर............171..........मध्यम
एक नवंबर...............176.........मध्यम
दो नवंबर..................231........खराब
तीन नवंबर................293........खराब


3 नवंबर को प्रदूषक तत्वों की स्थिति
प्रदूषक तत्व.........................औसत
कार्बन मोनोऑक्साइड...............75
नाइट्रोजन डाइऑक्साइड............54
सल्फर डाइऑक्साइड ................19
ओजोन ..................................11
अति सूक्ष्म कण.........................293

आगरा में जो धुंध छाई हुई है. वह आगरा की वजह से नहीं है. यह प्रदूषण दूसरे शहरों से आ रहा है. जिला प्रशासन ने नगर निगम, कृषि विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग और अन्य दूसरे विभागों को इस बारे में निर्देश दिए हैं कि वह इसे कम करने के लिए कार्य करें. सड़कों पर जल छिड़काव और अन्य तमाम तरह के प्रयास करने के निर्देश दिए हैं.
-डॉ. प्रभाकांत अवस्थी, एडीएम सिटी

Intro:स्पेशल......
आगरा.
दिल्ली-एनसीआर के साथ ही आगरा की हवा भी जहरीली हो गई है. रविवार को ताज नगरी में दिनभर स्मॉग के बादल छाए रहे. ऐसे ही हालात सोमवार को हैं. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने जो एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) जारी की है. उसमें आगरा की एयर क्वालिटी इंडेक्स 293 है. इससे दिन भर लोगों को आंखों में जलन, सांस लेने में दिक्कत और खांसी की समस्या रही. दीपावली पर आतिशबाजी से आगरा में प्रदूषण लगातार पिछले 4 दिनों से निरंतर बढ़ रहा है. रविवार को एक्यूआई 293 पर पहुंच गया जो शनिवार को 231 से कहीं ज्यादा था.




Body:ताजनगरी के बढ़ते एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरे की घंटी बज रही है. एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ने से लगातार अस्थमा के मरीज बढ़ रहे हैं. आगरा में वायु प्रदूषण बढ़ने के लिए स्थानीय कारणों से अधिक हवा के साथ बहकर आ रहे प्रदूषक तत्व हैं. दिल्ली-एनसीआर की हवा में घुले वायु प्रदूषक तत्व हवा के साथ बहकर आगरा की तरफ आ रहे हैं. जिससे आगरा की हवा जहरीले हुई है.

वारिस ने बताया कि, कल (रविवार) बहुत ज्यादा परेशानी हुई. सुबह से शाम तक धुंध छाई रही. इससे सांस लेने में भी दिक्कत आई. आज फिर वही हाल है सुबह से ही धुंध छाई हुई है. दीपावली के बाद से लगातार इसी तरह से मौसम खराब चल रहा है.

नत्थी लाल शर्मा ने बताया कि, यह जो प्रदूषण बढ़ रहा है. इससे लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है. सबसे ज्यादा परेशानी बुजुर्गों को हो रही है. उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है. सरकार की तरफ से इस बारे में कोई व्यवस्था होनी चाहिए. जिससे लोग स्वच्छ और खुली हवा में सांस ले सकें.

एडीएम सिटी डॉ. प्रभाकांत अवस्थी ने बताया कि आगरा में जो धुंध छाई हुई है. वह आगरा की वजह से नहीं है. यह पोलूशन दूसरे शहरों से आ रहा है. जिला प्रशासन ने नगर निगम, कृषि विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग और अन्य दूसरे विभागों को इस बारे में निर्देश दिए हैं, कि वह इसे कम करने में कम करने के लिए कार्य करें. सड़कों पर छिड़काव और अन्य तमाम तरह के प्रयास करने के निर्देश दिए हैं.

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यह आंकड़े यदि वॉइस ओवर करके विजुअल पर चलाए जाएं तो बहुत अच्छे रहेंगे. इसके लिए मैं अलग से एक विजुअल भेज रहा हूं. जिसे जोड़ लें.

यह है एक्यूआई मानक
एक्यूआई.................गुणवत्ता
0-50.......................अच्छी
51-100..................संतोषजनक
101-200................मध्यम
201-300...............खराब
301-400...............बेहद खराब
401-500...............गंभीर
501 से आगे............ आपातकाल


यह रही एक्यूआई की स्थिति
दिनांक............... एक्यूआई........ स्थिति
27 अक्टूबर...........100...........संतोषजनक
28 अक्टूबर............179..........मध्यम
29 अक्टूबर............231..........खराब
30 अक्टूबर............249..........खराब
31 अक्टूबर............171..........मध्यम
एक नवंबर...............176.........मध्यम
दो नवंबर..................231........खराब
तीन नवंबर................293........खराब


3 नवंबर को प्रदूषक तत्वों की स्थिति
प्रदूषक तत्व.........................औसत
कार्बन मोनोऑक्साइड...............75
नाइट्रोजन डाइऑक्साइड............54
सल्फर डाइऑक्साइड ................19
ओजोन ..................................11
अति सूक्ष्म कण.........................293


Conclusion:ताजनगरी की हवा को जहरीला बनाने से बचाने और एयर प्यूरीफायर के लिए मोबाइल वैन भी घूम रही हैं. फिर भी हवा में प्रदूषक तत्वों का स्तर बढ़ता ही जा रहा है. जिससे फॉग नहीं स्मॉग जैसी हालात हैं.

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पहली बाइट वारिस, स्थानीय निवासी की।
दूसरी बाइट नत्थीलाल शर्मा, स्थानीय निवासी की।
तीसरी बाइट डॉ. प्रभाकांत अवस्थी, एडीएम सिटी (आगरा) की।

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श्यामवीर सिंह
आगरा
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