आगराः थाना एत्मादुद्दौला के रामबाग घाट रोड पर 3 दिन पहले निर्माण किये गये सीवर का मेन होल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया. अभी 24 घंटे भी नहीं हुये थे कि ये तीसरी बार टूट गया. पिछले डेढ़ महीने में इस मेन होल को ववाग कंपनी ने तीन बार बनाया है. लेकिन घटिया सामग्री का इस्तेमाल करने की वजह से बार-बार गाड़ियों के निकलने से मेन होल टूट जाता है. जिससे राहगीरों को निकलने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं रात में खुले मेन होल से आये दिन एक्सीडेंट हो रहे हैं. वहीं ववाग के प्रोजेक्ट डायरेक्टर का कहना है कि मेन होल को पकने का समय ना मिलने की वजह से बार-बार क्षतिग्रस्त हो रहा है.
सीवर समस्या और निर्माण के लिए अधिकृत है कंपनी
आगरा के लोगों को सीवर की समस्या से निजात दिलाने के लिए ववाग कंपनी को सीवर निर्माण और उससे संबंधित सभी समस्याओं का निवारण करने के लिए अधिकृत किया गया है. इसके बाद पूरे आगरा में जगह-जगह कंपनी सीवर निर्माण का काम करा रही है. लेकिन जिस कंपनी को आगरा के लोगों की समस्या दूर करने के लिए निर्देशित किया गया है, वही लोगों की समस्या की वजह बनती दिख रही है.
घाट रोड पर स्थित है सीवर
करीब डेढ़ महीने पहले रामबाग से घाट की तरफ जाने पर विजय टॉकीज के सामने सीवर का मेन होल टूट गया था. जिसके बाद ववाग कंपनी ने नया मेन होल बनाने का काम शुरू किया था. मेन होल के निर्माण के दौरान कंपनी ने सड़क पर बैरिकेडिंग लगा दी गई. जिससे राहगीरों को निकलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था.
स्थानीय निवासी संजय का कहना है कि डेढ़ महीने में ये सीवर 3 बार बन चुका है, और हर बार ज्यादा समय नहीं टिक पाता. इसमें इस्तेमाल किये गये माल की गुणवत्ता खराब होने की वजह से ये गाड़ियों का वजन नहीं झेल पाता और टूट जाता है. जिसकी वजह से कई लोडिंग गाड़ियां भी इसमें फंस चुकी हैं.
लगातार टूट रहा सीवर
परचून की दुकान करने वाले सेवाराम ने बताया कि कंपनी के लोग बार-बार इस सीवर को बना जाते हैं और जैसे ही इस पर गाड़ियों आना-जाना होता है सीवर टूट जाता है. इसके निर्माण में आखिर ऐसा क्या लगाया जाता है, जिससे यह 24 घंटे भी नहीं चल पाता.
वाहन हो रहे दुर्घटनाग्रस्त
स्थानीय निवासी रोहित ने बताया कि सीवर के टूटने के बाद इस पर सिर्फ एक लाल कपड़ा बांध दिया गया था. रात को अंधेरा होने की वजह से एक कार इसमें तेजी से आकर फंस गई थी. जिससे उसमें बैठे लोगों को चोटें भी आई थीं. कई बार टू व्हीलर ड्राइवर भी सीवर की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं.
सीवर का नहीं हो रहा रखरखाव
ववाग के प्रोजेक्ट डायरेक्टर तनवीर शर्मा का कहना है कि सड़क पर ट्रैफिक के लगातर निकलने की वजह से नवनिर्मित सीवर को पकने का समय नहीं मिल पा रहा है. इसीलिए जैसे ही उस पर से गाड़ी गुजरती है, उसके कच्चे होने की वजह से क्षतिग्रस्त हो जाती है. जल्द ही इस समस्या का समाधान निकाल कर सीवर का फिर से निर्माण किया जायेगा. इस बार ये ध्यान रखा जाएगा कि जब तक सीवर पूरी तरह तैयार ना हो जाए, तब तक उसके ऊपर से ट्रैफिक को नहीं गुजरने दिया जायेगा.