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एक साल बाद फिर आगरा केंद्रीय कारागार पहुंचे अभिनेता अभिषेक बच्चन, पूरा किया अपना ये वादा.. - ईटीवी भारत यूपी न्यूज

अभिनेता अभिषेक बच्चन ने अपनी फिल्म 'दसवीं' की स्क्रीनिंग आगरा सेंट्रल जेल में की. इस दौरान कैदियों में खासा उत्साह दिखाई दिया.

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फिल्म 'दसवीं' की स्क्रीनिं
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Published : Mar 29, 2022, 10:09 PM IST

आगरा. अभिनेता अभिषेक बच्चन मंगलवार शाम अपनी फिल्म 'दसवीं' की स्क्रीनिंग के लिए ताजनगरी पहुंचे. बताया जाता है कि सेंट्रल जेल में फिल्म दसवीं की स्क्रीनिंग की गई क्योंकि फिल्म की शूटिंग के दौरान अभिषेक बच्चन ने कैदियों से आगरा सेंट्रल जेल में ही फिल्म की स्क्रीनिंग का वादा किया था. यही नहीं, फिल्म में कई कैदियों के साथ स्थानीय कलाकारों ने भी एक्टिंग की है. हाल में दसवीं फिल्म का 102 सैकेंड का ट्रेलर भी जारी किया गया है.

गौरतलब है कि अभिनेता अभिषेक और अभिनेत्री यामिनी गौतम ने फरवरी और मार्च 2021 में फिल्म 'दसवीं' की शूटिंग आगरा सेंट्रल जेल में की थी. फिल्म दसवीं की कहानी एक भ्रष्ट जाट राजनेता की है. फिल्म में अभिनेता अभिषेक बच्चन राजनेता और अभिनेत्री यामिनी गौतम जेल अधिकारी का किरदार निभा रहीं हैं. फिल्म 'दसवीं' के डायलाग सोशल मीडिया में खूब ट्रोल हो रहे हैं. यह 'दसवीं' सात अप्रैल को ओटीटी पर रिलीज हो रही है.

यह भी पढ़ें- Taj Mahotsav 2022 : ताज महोत्सव का हुआ समापन, 1 अप्रैल तक गुलजार रहेगा शिल्प मेला...

यह है फिल्म की कहानी
अभिनेता अभिषेक बच्चन फिल्म 'दसवीं' में मुख्यमंत्री गंगाराम चौधरी के रोल में हैं जिन्हें शिक्षक भर्ती घोटाले में एसआइटी की जांच पूरी होने तक न्यायिक हिरासत में भेजा जाता है. जेल में भी मुख्यमंत्री गंगाराम चौधरी अपने रूतबे से रहने का प्रयास करता है और मुख्यमंत्री की कुर्सी का जिम्मा पत्नी को देता है.

मगर, जेल में मुख्यमंत्री गंगाराम चौधरी की एक अलग जिंदगी शुरू होती है वो भी तब जब जेल अधिकारी ज्योति (यामी गौतम) से उनका सामना होता है. जेल में गंगाराम चौधरी के अक्खड़ रवैये से परेशान होकर अधिकारी ज्योति उन्हें अनपढ़ गंवार कहती है. यह बात गंगाराम चौधरी के आत्मसम्मान को चुभ जाती है. वह जेल में दसवीं पास करने की ठान लेते हैं. दसवीं पास होने के लिए गंगाराम चौधरी को क्या-क्या दिक्कतें आतीं हैं ? वह दसवीं पास कर पाते हैं कि नहीं, यही इस फिल्म की कहानी है.

यह डायलॉग किए जा रहे पसंद
ज्योति ( यामिनी गौतम)....कितना पढ़े हो
गंगाराम (अभिषेक बच्चन) ...आठवीं तक.
ज्योति ( यामिनी गौतम).... आठवीं पास के लिए क्या-क्या काम है आपकी लिस्ट में
गंगाराम (अभिषेक बच्चन) ...बड़ा घमंड है न तुम्हें अपनी इस पोजीशन का, मिनट न लगे तोड़ने में..
ज्योति ( यामिनी गौतम).... मिनट तो मुझे नहीं लगेगा तुम्हारी अकड़ तोड़ने में अनपढ गंवार आदमी
ज्योति ( यामिनी गौतम).... अब क्या करना चाहते हो.
गंगाराम (अभिषेक बच्चन) ... एक पुराना सपना पूरा करने आया हूं.
ज्योति ( यामिनी गौतम).... कौन सा वाला रह गया है.
गंगाराम (अभिषेक बच्चन) ... दसवीं.
ज्योति ( यामिनी गौतम).... और अगर पूरा नहीं कर पाए तो..
गंगाराम (अभिषेक बच्चन) ... तो दोबारा सीएम की कुर्सी पर चौधरी न बैठेगा.

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आगरा. अभिनेता अभिषेक बच्चन मंगलवार शाम अपनी फिल्म 'दसवीं' की स्क्रीनिंग के लिए ताजनगरी पहुंचे. बताया जाता है कि सेंट्रल जेल में फिल्म दसवीं की स्क्रीनिंग की गई क्योंकि फिल्म की शूटिंग के दौरान अभिषेक बच्चन ने कैदियों से आगरा सेंट्रल जेल में ही फिल्म की स्क्रीनिंग का वादा किया था. यही नहीं, फिल्म में कई कैदियों के साथ स्थानीय कलाकारों ने भी एक्टिंग की है. हाल में दसवीं फिल्म का 102 सैकेंड का ट्रेलर भी जारी किया गया है.

गौरतलब है कि अभिनेता अभिषेक और अभिनेत्री यामिनी गौतम ने फरवरी और मार्च 2021 में फिल्म 'दसवीं' की शूटिंग आगरा सेंट्रल जेल में की थी. फिल्म दसवीं की कहानी एक भ्रष्ट जाट राजनेता की है. फिल्म में अभिनेता अभिषेक बच्चन राजनेता और अभिनेत्री यामिनी गौतम जेल अधिकारी का किरदार निभा रहीं हैं. फिल्म 'दसवीं' के डायलाग सोशल मीडिया में खूब ट्रोल हो रहे हैं. यह 'दसवीं' सात अप्रैल को ओटीटी पर रिलीज हो रही है.

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यह है फिल्म की कहानी
अभिनेता अभिषेक बच्चन फिल्म 'दसवीं' में मुख्यमंत्री गंगाराम चौधरी के रोल में हैं जिन्हें शिक्षक भर्ती घोटाले में एसआइटी की जांच पूरी होने तक न्यायिक हिरासत में भेजा जाता है. जेल में भी मुख्यमंत्री गंगाराम चौधरी अपने रूतबे से रहने का प्रयास करता है और मुख्यमंत्री की कुर्सी का जिम्मा पत्नी को देता है.

मगर, जेल में मुख्यमंत्री गंगाराम चौधरी की एक अलग जिंदगी शुरू होती है वो भी तब जब जेल अधिकारी ज्योति (यामी गौतम) से उनका सामना होता है. जेल में गंगाराम चौधरी के अक्खड़ रवैये से परेशान होकर अधिकारी ज्योति उन्हें अनपढ़ गंवार कहती है. यह बात गंगाराम चौधरी के आत्मसम्मान को चुभ जाती है. वह जेल में दसवीं पास करने की ठान लेते हैं. दसवीं पास होने के लिए गंगाराम चौधरी को क्या-क्या दिक्कतें आतीं हैं ? वह दसवीं पास कर पाते हैं कि नहीं, यही इस फिल्म की कहानी है.

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ज्योति ( यामिनी गौतम).... कौन सा वाला रह गया है.
गंगाराम (अभिषेक बच्चन) ... दसवीं.
ज्योति ( यामिनी गौतम).... और अगर पूरा नहीं कर पाए तो..
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