आगराः शहर में प्रदूषण का स्तर बढ़ने के साथ हवा दमघोंटू हो गई है. आगरा जिले सहित देश और प्रदेश के दूसरे शहरों में बढ़ते हुए एक्यूआई को लेकर राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) ने सोमवार दोपहर बड़ा फैसला किया है. इसके तहत अब दीपावली पर पटाखों की दुकान नहीं खुलेगी. इसके साथ ही न ही पटाखे बिकेंगे और न ही फोड़े जाएंगे. आगरा डीएम प्रभु नारायण सिंह ने आदेश जारी कर पटाखा बेचने और चलाने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है.
एनजीटी ने सोमवार दोपहर एक आदेश जारी किया, जिसके तहत एयर क्वालिटी इंडेक्स ज्यादा होने पर दिल्ली और एनसीआर में 30 नवंबर 2020 तक पटाखा बिक्री पर रोक लगा दी. यह आदेश उन शहरों के लिए भी है. जहां पर एक्यूआई तेजी से बढ़ रहा है.
पटाखा दुकानों पर रोक
एनजीटी के आदेश की अनुपालना में डीएम प्रभु नारायण सिंह ने आदेश जारी किया, जिसके तहत शहर की सभी पटाखा बिक्री की दुकानों पर रोक लगा दी गई है. पटाखा बिक्री की दुकानों के अस्थायी लाइसेंस पर तीन दिन बाद कोई फैसला होगा. अब शासन के आदेश मिलने पर कोई कार्रवाई की जाएगी. डीएम प्रभु नारायण सिंह ने यह आदेश रविवार को आगरा का एक्यूआई 458 होने पर लिया है. आगरा के बढ़ते एक्यूआई को देखते हुए जिले में पटाखा बिक्री और चलाने पर रोक लगाई गई है.
एक्यूआई पहुंच जाएगा 500 पार
जिला प्रशासन की ओर से दीपावली पर पटाखा की बिक्री के लिए दुकानों का आवंटन कर दिया गया है. शहर में 12 स्थानों पर 286 पटाखा की दुकानों का आवंटन किया गया है. 12 नवंबर से ये दुकानें खुलतीं, लेकिन अब डीएम ने अगले आदेश तक के लिए रोक लगा दी है. इसके साथ ही संभावना जताई जा रही है कि दीपावली पर पटाखों के धूम-धड़ाकों से यहां का एक्यूआई 500 के पार पहुंच जाएगा.
युवाओं ने पटाखा बिक्री पर रोक को बताया अच्छा
युवा सोनू शर्मा का कहना है कि, शहर में प्रदूषण के हालात और जन स्वास्थ्य को लेकर यह फैसला बहुत अच्छा है. क्योंकि, आगरा में दीपावली से पहले ही एक्यूआई 458 रविवार को रहा है. ये आगे आने वाले दिनों में और भी बढ़ेगा. इसलिए आगरा जिले में पटाखा बिक्री और चलाने पर लगाई गई रोक एक सराहनीय कदम है.
आंखों में बढ़ी जलन
युवा अरुण शर्मा ने बताया कि जिस तरह से आगरा में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है. इससे आंखों में जलन भी बढ़ी है. साथ ही गले में खराश के साथ ही अन्य परेशानियां भी बढ़ रही हैं. आंखों में खुजली की शिकायत है और आंखें लाल हो जा रही हैं. साथ ही सुबह टहलने पर सांस भी फूलने लगती है.