आगरा: जिले में महिलाओं के लिए बनाये गए पिंक टॉयलेट के रख-रखाव का जिम्मा नगर निगम ने अब सुलभ इंटरनेशनल कंपनी को दे दिया है. शहर के मुख्य बाजारों और चौराहों पर बनाये गए इन टॉयलेट की जिम्मेदारी पहले सीएलसी कंपनी को दी गई थी, लेकिन न तो इस कंपनी ने इनका रख-रखाव किया बल्कि अधिकतर टॉयलेट में हमेशा ताला लगा रहता था.
बता दें कि महिलाओं को प्रसाधन के लिए किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े, इसलिए इन टॉयलेट का निर्माण कराया गया था. नगर आयुक्त ने बताया कि सुलभ इंटरनेशनल कंपनी पहले से ही देश में कई सारे टॉयलेट्स का रखरखाव बहुत अच्छी तरह से कर रही है.
स्वच्छ भारत के तहत हुआ था निर्माण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत सभी प्रदेशों को निर्देशित किया था कि हर जगह शौचालय का निर्माण कराया जाए और खुले में शौच पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया जाए, जिसके तहत पूरे देश में प्रदेश सरकारों द्वारा युद्ध स्तर पर शौचालयों का निर्माण शुरू हुआ.
मुख्य बाजारों और चौराहों पर हुआ निर्माण
आगरा में भी ग्रामीण और शहरी अंचल में शौचालयों का निर्माण कराया गया. वहीं जिले के शहरी क्षेत्र में स्थित मुख्य बाजारों और चौराहों पर पिंक टॉयलेट्स का निर्माण कराया गया, जिससे बाजार करने आने वालीं महिलाओं को प्रसाधन में कोई भी परेशानी न हो.
शहर में बने थे 30 पिंक टॉयलेट
नगर निगम द्वारा शहर में करीब 45 लाख रुपये की लागत से 30 पिंक टॉयलेट्स का निर्माण कराया गया, जिसमें सिर्फ महिलाओं को ही जाने की इजाजत है. इनके रख-रखाव के लिए प्राइवेट कंपनी सीएलसी से करार किया गया, जिसकी तरफ से टॉयलेट्स में साफ-सफाई की व्यवस्था और किसी भी तरह की मरम्मत का कार्य कंपनी के जिम्मे था.
निरीक्षण में मिली खामियां
जिले के पिंक टॉयलेट्स का जब नगर निगम के अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया गया तो कई जगह टॉयलेट्स में ताला पड़ा हुआ मिला. किसी में पानी की व्यवस्था नहीं थी तो किसी में गंदगी का अंबार लगा हुआ था. यही नहीं किसी भी टॉयलेट पर कंपनी का कोई भी कर्मचारी मौजूद नहीं मिला.
सुलभ इंटरनेशनल से किया करार
नगर आयुक्त टीकाराम फूंडे ने बताया कि पहले भी कई बार पिंक टॉयलेट्स की शिकायतें आ चुकी हैं, जिस पर नगर निगम द्वारा मौके पर जाकर मुआयना किया गया, जहां सभी शिकायतें सही मिलीं. इसमें पूर्व कंपनी सीएलसी पर लापरवाही बरतने के कारण कार्रवाई की गई है और उससे टॉयलेट्स के रख-रखाव का करार समाप्त कर दिया गया है. वहीं अब सुलभ इंटरनेशनल कंपनी को सभी 30 टॉयलेट्स के रख-रखाव की जिम्मेदारी दी गई है.