आगराः उत्तर प्रदेश की राजनीति में मुद्दा बनकर उभरे श्री रामचरितमानस के विवाद को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के शूद्र वाले बयान पर उनके पुराने सहयोगी महान दल के अध्यक्ष केशव देव मौर्य ने तंज कसा है. केशव देव मौर्य ने कहा कि 'समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव गलत लाइन पर हैं'. अखिलेश यादव एक धार्मिक आयोजन में शिरकत करने लखनऊ पहुंचे थे, जहां उन्होंने कार्यक्रम में आरएसएस और बीजेपी पर गुंडे भेजने का आरोप लगाया था.
दरअसल महान दल के अध्यक्ष ने स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरितमानस पर दिए गए गलत बयान का विरोध किया. उन्होंने कहा कि 'हम भी रामचरितमानस में लिखी कुछ पक्तियों को गलत मानते हैं, जिसने वेद-पुराण पढ़ लिए वो शूद्र कहां रहा. पूर्व में अंग्रेजो ने हम पर राज किया. अंग्रेजो ने भारत के मूल निवासियों को जाति के आधार पर ब्राह्मण, वैश्य, क्षत्रिय और शुद्र ने बांट दिया. असली सनातनी हिंदुओ को खत्म कर दिया'.
महान दल के अध्यक्ष केशव देव मौर्य ने कहा कि 'कई राजनीतिक दल इन जातियों का प्रयोग सिर्फ अपने राजनीतिक हित के लिए करते आ रहा हैं, जबकि कर्म के अनुसार वेद-पुराणों में जातियों का विघटन हैं. आज कुशवाह, बाल्मीक के बेटे प्रोफेसर हैं, तो उसके ज्ञान के आधार पर वो भी बाल्मीकि पंडित हुआ. लेकिन सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक धर्म को निशाने पर लेकर रामचरितमानस को बैन करने का जो बयान दिया है, उसकी महान दल घोर निंदा करता है'.
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के श्री रामचरितमानस को बैन करने के बयान के बाद आगरा के हिंदूवादियों ने जमकर हंगामा काटा था. उनकी सांकेतिक शव यात्रा निकाल उनका शव यमुना में प्रवाहित किया था. वहीं, स्वामी प्रसाद मौर्य की जीभ काटकर लाने वाले को 51 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा भी थी. स्वामी प्रसाद के इस बयान पर उनका पूरे उत्तर प्रदेश में विरोध हुआ था.