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मुरादनगर हादसे से मिली सीख, जर्जर आवास होंगे खाली - आगरा पुलिस

मुरादनगर में हुए हादसे का असर आगरा तक हुआ है. सीएम योगी के सख्त निर्देश के बाद आगरा में हर विभाग में खंडहर और जर्जर भवन के साथ ही 50 लाख के निर्माण कार्यों का ऑडिट शुरू हो गया है. सीओ पुलिस लाइन को निर्देश दिए गए हैं कि जर्जर घोषित आवासों को खाली कराया जाए.

जर्जर पुलिस क्वार्टर
जर्जर पुलिस क्वार्टर
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Published : Jan 7, 2021, 8:57 PM IST

आगरा: मुरादनगर के श्मशान घाट में हुई घटना से आगरा में भी हलचल मची हुई है. सीएम योगी के सख्त निर्देश के बाद अब हर विभाग में खंडहर और जर्जर भवनों के साथ ही 50 लाख रुपये के निर्माण कार्यों का ऑडिट शुरू हो गया है. जिले में भी पुलिस लाइन और पुलिस क्लब सहित अन्य तमाम स्थानों पर बने पुलिस क्वार्टर जर्जर हो चुके हैं. इसके बाद भी इन आवासों में पुलिसकर्मी रह रहे हैं. शासन से निर्देश मिलने के बाद एसएसपी बबलू कुमार ने सभी थाना अधिकारियों के साथ ही सीओ पुलिस लाइन को जर्जर घोषित आवासों को खाली कराने के निर्देश दिए हैं.

50 लाख के निर्माण को लेकर ऑडिट शुरू
सीएम ने दिए निर्देश
आगरा में पुलिस लाइन और पुलिस क्लब के साथ ही अधिकतर थाना परिसरों में आवास हैं. ये जर्जर हो चुके हैं. इसके बाद भी आवासों में पुलिसकर्मी रह रहे हैं. मुरादनगर की घटना के बाद आगरा विकास प्राधिकरण, जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस महकमे में खलबली मच गई है. सीएम योगी ने सख्त निर्देश दिए हैं कि जर्जर भवनों को तत्काल खाली कराया जाए. इस मामले में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

मजबूरी के आगे बेबस हैं पुलिसकर्मी
पुलिसकर्मी के बेटे अक्षय कुमार का कहना है कि इन जर्जर आवास में रहने में बहुत डर लगता है. लेकिन, हमारी मजबूरी है. हर बार विभाग इन जर्जर आवासों की मरम्मत करने के लिए कहता है. लेकिन, इनकी मरम्मत नहीं होती. हमने अपने स्तर पर इन आवासों में अंदर काम कराया है. ये सभी वास जर्जर हो चुके हैं. दूसरी समस्या यह है कि अन्य स्थान पर हमें आवास मिल भी नहीं रहे हैं. इसलिए मजबूरन यहां रहना पड़ रहा है.

आवास की हालत बदहाल
पुलिसकर्मी के परिवार की महिला का कहना है कि आवासों के हालात बद्तर हैं. जगह-जगह सीमेंट हट चुका है. इस बात की कहीं भी कोई सुनवाई नहीं है. हम लगातार अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं.

थाना प्रभारियों से मांगी रिपोर्ट
एसएसपी बबलू कुमार का कहना है कि लॉकडाउन से पहले 7 से ज्यादा स्थानों पर आवास जर्जर घोषित किए गए थे. आवास नीलाम किए गए. शासन से हमें निर्देश मिले हैं. उसी के आधार पर अब सभी थाना प्रभारियों से रिपोर्ट मांगी है. इसमें वे बताएंगे कि कहां-कहां आवास जर्जर हो चुके हैं, कहां बदहाल हैं और कहां आवासों को मरम्मत की जरूरत है.

वरीयता पर देंगे आवास
एसएसपी बबलू कुमार का कहना है कि जर्जर आवासों में रहने वाले पुलिसकर्मियों को वरीयता के आधार पर आवास दिए जाएंगे. इसके निर्देश सीओ पुलिस लाइन को दिए गए हैं. आवासों की मरम्मत के साथ ही अन्य तमाम तरह के विकास कार्य कराए जाएंगे.



गुणवत्ता से नहीं होगा समझौता
सीएम योगी के सख्त निर्देश के बाद आगरा कमिश्नर अनिल कुमार ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तमाम कार्यों का निरीक्षण किया. कमिश्नर के साथ नगर आयुक्त निखिल टी फुंडे और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे. कमिश्नर ने सख्त हिदायत दी कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. निर्माण कार्य की गुणवत्ता से समझौता नहीं किया जाएगा.

आगरा: मुरादनगर के श्मशान घाट में हुई घटना से आगरा में भी हलचल मची हुई है. सीएम योगी के सख्त निर्देश के बाद अब हर विभाग में खंडहर और जर्जर भवनों के साथ ही 50 लाख रुपये के निर्माण कार्यों का ऑडिट शुरू हो गया है. जिले में भी पुलिस लाइन और पुलिस क्लब सहित अन्य तमाम स्थानों पर बने पुलिस क्वार्टर जर्जर हो चुके हैं. इसके बाद भी इन आवासों में पुलिसकर्मी रह रहे हैं. शासन से निर्देश मिलने के बाद एसएसपी बबलू कुमार ने सभी थाना अधिकारियों के साथ ही सीओ पुलिस लाइन को जर्जर घोषित आवासों को खाली कराने के निर्देश दिए हैं.

50 लाख के निर्माण को लेकर ऑडिट शुरू
सीएम ने दिए निर्देशआगरा में पुलिस लाइन और पुलिस क्लब के साथ ही अधिकतर थाना परिसरों में आवास हैं. ये जर्जर हो चुके हैं. इसके बाद भी आवासों में पुलिसकर्मी रह रहे हैं. मुरादनगर की घटना के बाद आगरा विकास प्राधिकरण, जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस महकमे में खलबली मच गई है. सीएम योगी ने सख्त निर्देश दिए हैं कि जर्जर भवनों को तत्काल खाली कराया जाए. इस मामले में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

मजबूरी के आगे बेबस हैं पुलिसकर्मी
पुलिसकर्मी के बेटे अक्षय कुमार का कहना है कि इन जर्जर आवास में रहने में बहुत डर लगता है. लेकिन, हमारी मजबूरी है. हर बार विभाग इन जर्जर आवासों की मरम्मत करने के लिए कहता है. लेकिन, इनकी मरम्मत नहीं होती. हमने अपने स्तर पर इन आवासों में अंदर काम कराया है. ये सभी वास जर्जर हो चुके हैं. दूसरी समस्या यह है कि अन्य स्थान पर हमें आवास मिल भी नहीं रहे हैं. इसलिए मजबूरन यहां रहना पड़ रहा है.

आवास की हालत बदहाल
पुलिसकर्मी के परिवार की महिला का कहना है कि आवासों के हालात बद्तर हैं. जगह-जगह सीमेंट हट चुका है. इस बात की कहीं भी कोई सुनवाई नहीं है. हम लगातार अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं.

थाना प्रभारियों से मांगी रिपोर्ट
एसएसपी बबलू कुमार का कहना है कि लॉकडाउन से पहले 7 से ज्यादा स्थानों पर आवास जर्जर घोषित किए गए थे. आवास नीलाम किए गए. शासन से हमें निर्देश मिले हैं. उसी के आधार पर अब सभी थाना प्रभारियों से रिपोर्ट मांगी है. इसमें वे बताएंगे कि कहां-कहां आवास जर्जर हो चुके हैं, कहां बदहाल हैं और कहां आवासों को मरम्मत की जरूरत है.

वरीयता पर देंगे आवास
एसएसपी बबलू कुमार का कहना है कि जर्जर आवासों में रहने वाले पुलिसकर्मियों को वरीयता के आधार पर आवास दिए जाएंगे. इसके निर्देश सीओ पुलिस लाइन को दिए गए हैं. आवासों की मरम्मत के साथ ही अन्य तमाम तरह के विकास कार्य कराए जाएंगे.



गुणवत्ता से नहीं होगा समझौता
सीएम योगी के सख्त निर्देश के बाद आगरा कमिश्नर अनिल कुमार ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तमाम कार्यों का निरीक्षण किया. कमिश्नर के साथ नगर आयुक्त निखिल टी फुंडे और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे. कमिश्नर ने सख्त हिदायत दी कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. निर्माण कार्य की गुणवत्ता से समझौता नहीं किया जाएगा.

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