आगरा: ताजनगरी के जिला मुख्यालय में अपनी परेशानियों को लेकर ज्ञापन देने आए लोगों को प्रदर्शन करने के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट का गुस्सा झेलना पड़ा. सिटी मजिस्ट्रेट ने दलितों को कहा कि दलित ऐसे नहीं होते, दलित सूट-बूट नहीं पहनते हैं. बाद में लोगों को आक्रोशित देख उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि ऐसी बात नहीं कही.
सोमवार को सपोर्ट इंडिया संस्था के बैनर तले टोरेंट पावर की लापरवाही और एडीए द्वारा पार्क की जमीन बेचे जाने के विरोध में दलित समाज के सैकड़ों लोग जिला मुख्यालय पहुंचे थे. डीएम को ज्ञापन देने के पहले जब उन्होंने वहां प्रदर्शन किया तो सिटी मजिस्ट्रेट अरुण कुमार यादव का पारा सातवे आसमान पर पहुंच गया.
सिटी मजिस्ट्रेट ने जिला मुख्यालय को प्रदर्शन की जगह न बताते हुए मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी. उन्होंने भीड़ का नेतृत्व कर रहे एडवोकेट सुरेश चंद्र सोनी को कहा कि क्या दलित ऐसे होते हैं. सूट बूट वाले दलित नहीं होते हैं. इसी बात को लेकर लोग आक्रोशित हो गए.
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एडवोकेट सुरेश चंद्र सोनी ने सिटी मजिस्ट्रेट को हरिजन एक्ट का मुकदमा दर्ज कराने तक की धमकी दे डाली. हालांकि आक्रोश देख सिटी मजिस्ट्रेट बैकफुट पर आ गए और ऐसी बात न कहने की सफाई देते नजर आए. वहीं इस मामले पर उन्होंने मीडिया से बात करने से साफ इनकार कर दिया.