आगरा : यूपी सरकार का जोर महिला एवं बाल अपराधों में पीड़ितों को जल्द से जल्द न्याय दिलाने पर है ताकि आरोपियों को सजा मिले और ऐसा सोचने वालों को सबक मिले. सरकार की मंशा से महिला एवं बाल अपराधों में न्याय की उम्मीदें तेजी से बढ़ रही हैं. मिशन शक्ति के तहत आगरा मंडल में 27 अक्तूबर से 3 मार्च तक 1185 मुकदमें दर्ज हुए. इनमें अपराधियों को आजीवन कारावास की सजा दिलाने में आगरा जिला टॉप पर है. जिला बदर की कार्रवाई में मैनपुरी अव्वल है.
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मथुरा और फिरोजाबाद के डीजीसी व एडीजीसी से स्पष्टीकरण मांगा
उधर, अभियोजन निदेशालय की ओर से खराब प्रगति रिपोर्ट पर मथुरा और फिरोजाबाद के डीजीसी व एडीजीसी से स्पष्टीकरण मांगा गया है. बता दें कि हाल ही में गृह, गोपन, कारागार एवं सतर्कता विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने प्रदेश के सभी जिलों की महिला एवं बाल अपराध में न्याय दिलाने की प्रगति रिपोर्ट मांगी थी. इसमें आगरा मंडल के मथुरा और फिरोजाबाद जिले की प्रगति रिपोर्ट बेहद खराब मिली. इस पर दोनों ही जिलों के डीजीसी व एडीजीसी से स्पष्टीकरण मांगा गया है क्योंकि महिला एवं पॉक्सो के मथुरा में सबसे कम 32 और फिरोजाबाद में 81 मुकदमे दर्ज हुए. मगर, अभियुक्तों को सजा दिलाने की रिपोर्ट बेहद खराब भेजी गई है.
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आगरा और मैनपुरी ने बाजी मारी
आगरा मंडल में चार जिले हैं. आगरा की कार्यवाहक डीएम जे रीभा ने बताया कि जिले में महिलाओं की हत्या, दुष्कर्म एवं गंभीर अपराधों के 12 मामलों में 27 अभियुक्तों को आजीवन करावास की सजा दिलवाई गई है. अब जिले में महिलाएं शिकायत भी दर्ज कराने लगीं हैं. अभियोजन की पैरवी और सबूतों के आधार पर दोषियों को सजा मिल रही है. वहीं, मैनपुरी में 109 अभियुक्तों को पुलिस-प्रशासन ने जिलाबदर किया गया है. अभियुक्तों की जमानत खारिज कराने में भी मैनपुरी मंडल में प्रथम स्थान पर है. मैनपुरी में 454 और आगरा में 389 अभियुक्तों की अभियोजन ने जमानतें खारिज कराई हैं.
आगरा मंडल में मिशन शक्ति की रिपोर्ट
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सजा आगरा मैनपुरी मथुरा फिरोजाबाद
आजीवन कारावास 27 03 00 02
10 वर्ष से अधिक सजा 04 15 17 13
दस वर्ष से कम सजा 33 37 08 13
अर्थदंड 37 06 01 47
जिला बदर 17 109 01 06
जमानत खारिज 389 454 14 18
( यह आंकड़े 27 अक्तूबर 2020 से 3 मार्च 2021 तक के हैं.)