आगरा: जिले में देह व्यापार के धंधे की सबसे बड़ी सरगना रोशनी को उसके पुरुष मित्र के साथ आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया. उस पर फरवरी माह में देह व्यापार समेत कई मुकदमे दर्ज हुए थे. रोशनी पर 15 हजार रुपये का इनाम भी घोषित था. उसकी गिरफ्तारी के बाद आगरा समेत कई जिलों के सफेदपोशों की सांसें अटक गयी हैं. भविष्य में पुलिस इन सफेदपोशों को बेनकाब कर सकती है.
आज से कुछ साल पहले मीडिया जगत ने बल्केश्वर निवासी आशु के अपहरण का मामला प्रमुखता से उठाया था. उस दौरान जांच होने पर एक नामी चैनल का पत्रकार, एक पीसीएस, दो पीपीएस और दो इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारियों पर ट्रांसफर की गाज गिरी थी. इसके बाद रोशनी का नाम गाहे बगाहे देह व्यापार के प्रकरणों में आता रहता था.
पुलिस ने बीते फरवरी माह में थाना ताजगंज के अंतर्गत प्रशांत होटल में रेड की और इंटरनेशनल सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया. मौके से देसी-विदेशी लड़कियां, ग्राहक व दलाल गिरफ्तार हुए थे. उक्त मामले में गिरोह की सरगना के रूप में रोशनी का नाम सामने आया था. वह वहां से फरार होने में कामयाब रही थी. इसके बाद पुलिस ने रोशनी और उसके साथियों पर पंद्रह हजार रुपये का इनाम घोषित किया था, जिसके बाद बुधवार को आगरा पुलिस ने महिला और उसके मित्र राहुल मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
पुलिस को रोशनी के पास से आपत्तिजनक सामान और मोबाइल से काफी संपर्क मिले हैं. एसएसपी बबलू कुमार का दावा है कि महिला की गिरफ्तारी से आगरा और आस पास के जिलों में हो रही वेश्यावृत्ति के मामलों में 100 प्रतिशत रोक लगेगी.
रोशनी का रहा है पुराना इतिहास
मात्र 14 वर्ष की उम्र में इंदौर से आगरा के एक परिवार की बहू बनकर आई रोशनी ने मात्र चार साल बाद पति को अलविदा कहते हुए तलाक ले लिया था और फिर कुछ समय वापस इंदौर में रहने के बाद वो साल 2005 में आगरा की सपना नामक महिला के संपर्क में आई और उसने कमलानगर में किराए का मकान लेकर जिस्मफरोशी का धंधा शुरू किया. इसके बाद रोशनी ने सपना को भी पीछे छोड़ दिया और खुद गैंग को ऑपरेट करने लगी.
अपनी महत्वकांक्षाओं के चलते रोशनी ने कुछ ही समय में आगरा में ऑन डिमांड वेश्यावृत्ति के धंधे पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया. जो उसके साथ रहा, वो उसके अंडर में काम करने लगा और जो उससे दूर हुआ, अपने संपर्कों के चलते उसने उन्हें किनारे कर दिया.
महिला ने जिस्मफरोशी के धंधे को किया हाईटेक
देह व्यापार की रानी बन चुकी इस महिला ने ही इस धंधे को हाईटेक किया. मोबाइल में इंटरनेट शुरू होने के बाद पहले फेसबुक और फिर वाट्सऐप के माध्यम से युवतियों की फोटो भेजने और डिमांड पर उनकी सप्लाई करने का काम सबसे पहले इसी महिला ने किया, जिसके बाद आज इस धंधे का 90 प्रतिशत काम इसी तरीके से किया जा रहा है.
तीन अलग-अलग मोबाइलों से करती थी काम
हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट चलाने वाली रोशनी विदेशी और अन्य जनपद की लड़कियों को आगरा और आस पास के शहरों के होटलों में रुकवाती थी और डिमांड आने पर ग्राहकों को होटल भेजती थी. इसके साथ ही यहां घूमने आने वाले देसी विदेशी पर्यटकों के लिए भी लड़कियां ऑन डिमांड सप्लाई करना उसका काम था. इस काम के लिए रोशनी तीन मोबाइल इस्तेमाल करती थी.
एक मोबाइल सार्वजनिक था, जिस पर कोई भी कॉल कर के बात कर सकता था. एक फोन सिर्फ ग्राहकों को लड़कियों के फोटो भेजने और बुकिंग के लिए ऑनलाइन ऐप (वाट्सएप व फेसबुक) के लिए इस्तेमाल होता था. तीसरा फोन सिर्फ खास लोगों के लिए था. इसमें उसके साथ धंधे से जुड़े लोग, सफेदपोश संरक्षक और अन्य खास लोग ही बात कर सकते थे.
आशू अपहरण कांड से शुरू हुई थी उल्टी गिनती
तेज तर्रार रोशनी के जिस्मफरोशी के व्यापार का सरगना बनने के बीच जो भी आया, उसे इसने कहीं का नहीं छोड़ा. शुरुआती दौर में उसके साथ रहने वाले आशू ने जब उससे हटकर अपना रैकेट बनाने का प्रयास किया तो अचानक आशू गायब हो गया. उसके परिजनों द्वारा मुकदमा कराए जाने के बाद भी रोशनी का कुछ नहीं हुआ, पर जब मामला मीडिया ट्रायल तक पहुंचा तो रोशनी को आगरा से भागकर अपना ठिकाना बदलना पड़ा. हालांकि अंडरग्राउंड होने के बाद भी उसका जिस्मफरोशी का नेटवर्क वैसे ही चलता रहा.
मीडिया ट्रायल के दौरान उस समय के एसपी सिटी, सीओ और दो इंस्पेक्टरों व एक प्रशासनिक अधिकारी के रोशनी के साथ सम्बन्ध उजागर होने के बाद सभी को आगरा से ट्रांसफर की कार्रवाई झेलनी पड़ी. इसके बाद उसने दिल्ली के एक युवक से शादी कर अपना ठिकाना दिल्ली भी बना लिया.
रस्सी जल गई पर नहीं गए बल
आज जब रोशनी और उसका दोस्त राहुल मिश्रा गिरफ्तार हुआ और पूछताछ के बाद उन्हें मीडिया के सामने पेश किया गया तो उनके चेहरे पर कोई शिकन नहीं दिखाई दी. रोशनी ने पुलिस के लाख कहने पर भी चेहरा सामने नहीं किया और एसएसपी से वाट्सऐप वाले अच्छे फ़ोटो मीडिया को देने की बात कही.
लॉकडाउन की वजह से गिरफ्तार करने में लगा समय
इस मामले पर एसएसपी बबलू कुमार का कहना है कि 15 हजार की इनामी रोशनी और उसके साथी को गिरफ्तार किया गया है. लॉकडाउन के कारण इनकी गिरफ्तारी में समय लगा. उन्होंने बताया कि इनके मोबाइल से कई कांटेक्ट मिले हैं. इनके गैंग को रजिस्टर्ड कराया जा रहा है. इनके साथ जुड़े अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अलग टीम बनाई जा रही है.