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आगरा: खाकीवाले ने पहले दी मुखाग्नि और फिर थाना में कराया त्रियोदशी संस्‍कार

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Published : Jan 11, 2020, 12:36 PM IST

उत्तर प्रदेश के आगरा में खाकी वर्दी ने लावारिस दुष्कर्म पीड़िता की मौत के बाद उसे मुखाग्नि देकर शुक्रवार को थाने में शांति पाठ कराया. पंडितों को भोज कराकर उन्हें दक्षिणा देकर विदा किया.

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खाकी वर्दी ने किया दुष्कर्म पीड़िता का अंतिम संस्कार.

आगरा: खाकी वर्दी भी क्या कमाल करती है न. देश के लोगों का हमेशा ख्याल रखती है. यूं तो पुलिस की दिलेरी के किस्से हमारे सामने आते रहते हैं, लेकिन इस बार ताज नगरी से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने खाकी वर्दी का मान और बढ़ा दिया है.

आगरा के एत्मादउद्दौला थाना प्रभारी उदयवीर मलिक ने ऐसा काम कर दिखाया है. हुआ कुछ ऐसा कि दुष्कर्म पीड़िता की मौत हो गई. उसकी मौत के बाद उसके शव को ले जाने उसका कोई अपना नहीं आया. तब सामने आए उदयवीर मलिक. उदयवीर ने शानदार उदाहरण पेश किया लोगों के सामने. पुलिस ने उसके शव को मुखाग्नि दी. पंडित मंत्रोच्चारण कर रहे थे और वर्दीधारी हवन में आहुतियां दे रहे थे. पुलिस ने दुष्कर्म पीड़िता का त्रयोदशी संस्कार किया.

खाकी वर्दी ने किया दुष्कर्म पीड़िता का अंतिम संस्कार.

22 दिसम्बर को सुबह एत्मादउद्दौला थाना क्षेत्र में लहूलुहान हालात में दिव्यांग युवती मिली थी. मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन उपचार के दौरान दिव्यांग युवती ने दम तोड़ दिया. कमला नगर के एक युवक ने जाकर उसकी पहचान बहन के रूप में की, लेकिन अगले ही दिन वह भी मुकर गया. इस पर 72 घंटे में इंस्पेक्टर उदयवीर सिंह ने उसका अंतिम संस्कार किया था और खुद 28 दिसंबर को दिव्यांग युवती को मुखाग्नि दी थी. खाकीधारी द्वारा पेश की गई इस मानवीय मिसाल का थाने में आने वाला हर शख्‍स कायल हो गया.

यह थी घटना
यमुना ब्रिज रेलवे स्टेशन रोड पर एक मानसिक रूप से दिव्यांग युवती घूमती रहती थी. 21 दिसंबर की रात हनुमान मंदिर में कीर्तन हो रहा था , युवती वहां नाचती रही थी. उसी रात आठ बजे बाद वह मंदिर के सामने ही हलवाई की दुकान के बाहर पड़े तख्त पर सो गई. 22 दिसंबर की सुबह सात बजे स्थानीय लोगों को वह कुआं वाली गली में अगरबत्ती फैक्ट्री के सामने बरामदे में लहूलुहान हालत में पड़ी मिली.

युवती के सिर में ईंट से प्रहार किए गए थे. फर्श पर काफी खून पड़ा हुआ था और वह बेहोश थी. पुलिस ने उसे एसएन इमरजेंसी में भर्ती कराया. वहां उसे आइसीयू में रखा गया, जहां दो दिन बाद उसकी मौत हो गई. इस मौके पर इंस्पेक्टर समेत अन्य पुलिसकर्मियों की आंखें नम हो गईं थीं. युवती से दुष्कर्म में पुलिस ने आरोपित एटा निवासी सुगड़ सिंह उर्फ सोड़ा को गिरफ्तार किया था. तब से वह जेल में ही है.

आगरा: खाकी वर्दी भी क्या कमाल करती है न. देश के लोगों का हमेशा ख्याल रखती है. यूं तो पुलिस की दिलेरी के किस्से हमारे सामने आते रहते हैं, लेकिन इस बार ताज नगरी से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने खाकी वर्दी का मान और बढ़ा दिया है.

आगरा के एत्मादउद्दौला थाना प्रभारी उदयवीर मलिक ने ऐसा काम कर दिखाया है. हुआ कुछ ऐसा कि दुष्कर्म पीड़िता की मौत हो गई. उसकी मौत के बाद उसके शव को ले जाने उसका कोई अपना नहीं आया. तब सामने आए उदयवीर मलिक. उदयवीर ने शानदार उदाहरण पेश किया लोगों के सामने. पुलिस ने उसके शव को मुखाग्नि दी. पंडित मंत्रोच्चारण कर रहे थे और वर्दीधारी हवन में आहुतियां दे रहे थे. पुलिस ने दुष्कर्म पीड़िता का त्रयोदशी संस्कार किया.

खाकी वर्दी ने किया दुष्कर्म पीड़िता का अंतिम संस्कार.

22 दिसम्बर को सुबह एत्मादउद्दौला थाना क्षेत्र में लहूलुहान हालात में दिव्यांग युवती मिली थी. मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन उपचार के दौरान दिव्यांग युवती ने दम तोड़ दिया. कमला नगर के एक युवक ने जाकर उसकी पहचान बहन के रूप में की, लेकिन अगले ही दिन वह भी मुकर गया. इस पर 72 घंटे में इंस्पेक्टर उदयवीर सिंह ने उसका अंतिम संस्कार किया था और खुद 28 दिसंबर को दिव्यांग युवती को मुखाग्नि दी थी. खाकीधारी द्वारा पेश की गई इस मानवीय मिसाल का थाने में आने वाला हर शख्‍स कायल हो गया.

यह थी घटना
यमुना ब्रिज रेलवे स्टेशन रोड पर एक मानसिक रूप से दिव्यांग युवती घूमती रहती थी. 21 दिसंबर की रात हनुमान मंदिर में कीर्तन हो रहा था , युवती वहां नाचती रही थी. उसी रात आठ बजे बाद वह मंदिर के सामने ही हलवाई की दुकान के बाहर पड़े तख्त पर सो गई. 22 दिसंबर की सुबह सात बजे स्थानीय लोगों को वह कुआं वाली गली में अगरबत्ती फैक्ट्री के सामने बरामदे में लहूलुहान हालत में पड़ी मिली.

युवती के सिर में ईंट से प्रहार किए गए थे. फर्श पर काफी खून पड़ा हुआ था और वह बेहोश थी. पुलिस ने उसे एसएन इमरजेंसी में भर्ती कराया. वहां उसे आइसीयू में रखा गया, जहां दो दिन बाद उसकी मौत हो गई. इस मौके पर इंस्पेक्टर समेत अन्य पुलिसकर्मियों की आंखें नम हो गईं थीं. युवती से दुष्कर्म में पुलिस ने आरोपित एटा निवासी सुगड़ सिंह उर्फ सोड़ा को गिरफ्तार किया था. तब से वह जेल में ही है.

Intro:डेस्क ध्यानार्थ: इस खबर में अभी विजुअल है, जो ब्रेकिंग के लिए भेज रहा हूं। बाजार में होने की वजह से voice-over नहीं कर सकता हूं। त्रयोदशी संस्कार करने वाले इस्पेक्टर की बाइट और समाजसेवी की बाइट का पैकेज बनाकर भेजूंगा।

आगरा।
मोहब्बत की नगरी में पुलिस ने शुक्रवार को एक नई इबारत लिखी है। पहले एत्मादउद्दौला थाना प्रभारी उदयवीर मलिक ने लावारिस दिव्यांग दुष्कर्म पीड़िता मौत पर वारिस की तरह मुखाग्नि दी। और अब शुक्रवार को थाना में विधि विधान से थाना प्रभारी उदय वीर मलिक ने त्रियोदशी संस्‍कार कर इंसानियत की अनूठी मिसाल पेश की है। थाना भी खाकी की इंसानियत का गवाह बना है।जिसकी महकमे के साथ ही आमजन भी खूब सराहना कर रहे हैं।
Body:ताजनगरी के थाना एत्मादउद्दौला में शुक्रवार को नजारा बदला हुआ था। पंडित मंत्रोच्चारण कर रहे थे और वर्दीधारी हवन में आहुतियां दे रहे थे। पुलिस ने दुष्कर्म पीड़िता का त्रयोदशी संस्कार किया। थाना प्रभारी उदय वीर मलिक ने विधि पूर्वक शांति पाठ कराकर मृत आत्‍मा की शांति की प्रार्थना की।

बता दें कि, 22 दिसम्बर को सुबह एत्मादउद्दौला थाना क्षेत्र में लहूलुहान हालात में दिव्यांग युवती मिली थी। उसके साथ दुष्कर्म किया गया था। पुलिस ने आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उपचार के दौरान दिव्यांग युवती ने दम तोड़ दिया। कमला नगर के एक युवक ने जाकर उसकी पहचान बहन के रूप में की, लेकिन अगले ही दिन जाकर वह मुकर गया। इस पर 72 घंटे में इंस्पेक्टर उदयवीर सिंह ने उसका अंतिम संस्कार किया था। खुद 28 दिसंबर को दिव्यांग युवती को मुखाग्नि दी। आज हिन्दू धर्म के मुताबिक, शुक्रवार को दिव्यांग युवती का त्रियोदशी संस्कार विधान के साथ थाना परिसर में ही संपन्‍न कराया गया। किसी खाकीधारी द्वारा पेश की गई। इस मानवीय मिसाल का थाने में आने वाला हर शख्‍स कायल हो रहा था।

यह थी घटना
यमुना ब्रिज रेलवे स्टेशन रोड पर एक मानसिक रूप से दिव्यांग युवती घूमती रहती थी। 21 दिसंबर की रात हनुमान मंदिर में कीर्तन हो रहा था। युवती वहां नाचती रही थी। उसी रात आठ बजे बाद वह मंदिर के सामने ही हलवाई की दुकान के बाहर पड़े तख्त पर सो गई। 22 दिसंबर की सुबह सात बजे स्थानीय लोगों को वह कुआं वाली गली में अगरबत्ती फैक्ट्री के सामने बरामदे में लहूलुहान हालत में पड़ी मिली। युवती के सिर में ईंट से प्रहार किए गए थे। फर्श पर काफी खून पड़ा हुआ था और वह बेहोश थी। उसके कपड़े अस्त-व्यस्त थे। पुलिस ने उसे एसएन इमरजेंसी में भर्ती कराया। वहां उसे आइसीयू में रखा गया है। जहां दो दिन बाद उसकी मौत हो गई। इस मौके पर इंस्पेक्टर समेत अन्य पुलिसकर्मियों की आंखें नम हो गईं थीं। युवती से दुष्कर्म में पुलिस ने आरोपित एटा निवासी सुगड़ सिंह उर्फ सोड़ा को गिरफ्तार किया था। तब से वह जेल में ही है।
 Conclusion:लावारिस दुष्कर्म पीडि़ता की माैत के बाद इंस्पेक्टर ने थाने में शांति पाठ कराया। पंडित भोज कराया और दक्षिणा देकर विदा किया। इंस्पेक्टर ने 28 दिसंबर को दिव्यांग युवती को मुखाग्नि दी थी।
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श्यामवीर सिंह
आगरा
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