लखनऊ: भोले भाले लोगों से लाखों की साइबर ठगी करने वाले तीन शातिर जालसाजों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस गैंग के चार अन्य सदस्यों की पुलिस तलाश कर रही है. यह शातिर बदमाश पेट्रोल पम्प और गैस एजेंसी दिलाने का झांसा देकर लोगों को ठगने का काम करते थे.
मोहनलालगंज तहसील के पूर्व लेखपाल कुलदीप कुमार ने मई 2020 में अपने फेसबुक पेज पर पेट्रोल पम्प के लिए विज्ञप्ति देखकर पत्नी के नाम से आवेदन कर दिया. फर्जी विज्ञप्ति देने वाले जालसाजों ने कुलदीप को झांसा देकर रजिस्ट्रेशन के नाम पर एक लाख से अधिक धनराशि एकाउंट में जमा करवा लिए, फिर आवेदन कैंसिल होने की जानकारी देकर गैस एजेंसी के लिए आवेदन करने का ऑफर दिया.
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जालसाजों की बताई वेबसाइट पर कुलदीप ने ऑनलाइन फॉर्म भर दिया. गैस गोदाम और ऑफिस के लिए लागत की 75 फीसद रकम वापस लौटाने का झांसा देकर शातिर जालसाजों ने आवेदक से आठ माह में चौंतीस लाख से अधिक रुपयों की रकम अलग अलग बैंक एकाउंट में ट्रांसफर करा ली. जालसाजी का अहसास होने पर पीड़ित कुलदीप ने डेढ़ साल बाद मोहनलालगंज थाने में धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई है.
एसीपी रजनीश वर्मा की अगुवाई में पुलिस टीम ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद से दो साल तक पैनी नजर रखी. इसके बाद बिहार के थालपोश गांव में छापा मारकर साइबर जालसाजी गैंग के शातिर आरोपी सिंटू कुमार किशू और यूपी के अमेठी निवासी प्रवेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. एसीपी रजनीश वर्मा ने बताया, कि गैंग के चार बैंक एकाउंट में मिले सात लाख रुपये की रकम फ्रीज कराई गई है. गैंग के चार अन्य सदस्यों की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है.