आगरा: जिले में बेलगाम घूम रहे गोवंश किसानों की फसल को चौपट कर रहे हैं. इससे नाराज किसानों ने बुधवार को ब्लॉक अकोला की ग्राम पंचायत मलपुरा में गांव के बरात घर में लगभग 100 गोवंश को बंद कर दिया. किसानों ने प्रशासन से आवारा गोवंश को गौशाला भेजने की मांग की है. प्रशासन ने भी पकड़े गए गोवंश को गौशाला भेजने की अनुमति दे दी है.
आगरा जगनेर रोड (Agra Jagner Road) स्थित कस्बा मलपुरा में बुधवार को किसानों ने लावारिस घूम रहे गोवंश को गांव के बारात घर में बंद कर दिया. किसान रामवीर ने बताया है कि आवारा गोवंश से लोग काफी परेशान है. इस समय खेतों में गेहूं आलू और सरसों की फसल खड़ी है. गोवंशों के कारण रात रात भर जागकर किसानों को फसलों की रखवाली करनी पड़ती है. किसान वीरेंद्र ने बताया कि गोवंश फसलों का काफी नुकसान कर रहे हैं, इस कारण सर्द रातों में भी उन्हें खेतों में पहरा देना पड़ रहा है (farmers closed 100 cattle in Baarat Ghar).
किसान हीरा सिंह के अनुसार, हालत यह हो गई है कि अगर किसान खेत में रखवाली करता है तभी ये पशु फसलों से दूर रहते हैं. जैसे ही वह घर लौटते हैं, फसलों पर गोवंश का कब्जा हो जाता है. इससे गुस्साए किसानों ने बुधवार को सभी लावारिस गोवंश को हांकर बरात घर में जमा कर दिया. किसान श्यामवीर ने कहना है कि एक तरफ तो सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की बात करती है, दूसरी ओर आवारा गोवंश (stray animal in Agra) खेतों में फसलों में लगातार नुकसान पहुंचा रहे हैं. ऐसे में किसान को अपनी फसल बचाना भी मुश्किल हो गया है. फसल का लागत मूल्य भी निकल नहीं पा रहा है.
ग्राम प्रधान हिम्मत चौधरी ने बताया है कि बरात घर में 100 गोवंश को बंद करने के बाद उनके खाने पीने की व्यवस्था ग्रामीणों ने की है. पशु स्वास्थ्य विभाग ने नंदी गोवंश को बांयपुर गौशाला भेजने की परमिशन दे दी है. नोमील के पशु स्वास्थ्य केंद्र (Nomil Animal Health Center) के पशु चिकित्सा प्रभारी नीरज यादव ने बताया है कि मलपुरा में आवारा गोवंश को बरात घर में बंद करने का मामला संज्ञान में आया है. नंदी गोवंश को बायपुर गौशाला भेजा जाएगा जबकि गायों को लेकर अपने वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करा दिया है. दिशा निर्देश के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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