आगरा: जनपद में शिक्षा विभाग के मुख्य विकास अधिकारी (chief development officer) ने दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है. दोनों कर्मचारियों पर रिश्वतखोरी और काम को टालने का आरोप था. इस मामले की जांच सीडीओ स्तर पर हुई थी. इसमें दोनों दोषी पाए गए थे. दोनों आगरा के खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) कार्यालय में तैनात थे.
बाह तहसील के पिनाहट ब्लॉक में खंड शिक्षा अधिकारी (block education officer) कार्यालय में बिल बाबू विष्णु शर्मा और फतेहाबाद ब्लॉक में बीईओ कार्यालय में बिल बाबू राजेश फौजदार के खिलाफ मुख्य विकास अधिकारी ने यह कार्रवाई की है. इन दोनों कर्मचारियों के खिलाफ ब्लॉक शिक्षकों और अन्य स्टॉफ ने सीडीओ से रिश्वत लेने की लिखित शिकायत की थी. उसके बाद सीडीओ की मॉनिटरिंग में दोनों बाबुओं के खिलाफ जांच प्रचलित कर दी गई. वहीं, जांच रिपोर्ट में दोनों के दोषी पाए जाने पर उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.
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बेसिक शिक्षा विभाग (Basic education department) में घूसखोरी और शिक्षकों को बेवजह परेशान किए जाने का मामला सामने आया है. यह पहली बार ऐसा नहीं हो रहा है. इससे पहले भी शिक्षकों ने विभागीय कर्मचारियों के खिलाफ मोर्चा खोला था. वहीं, रिश्वतखोरी के दोनों बिल बाबुओं का निलंबन होने के बाद हड़कंप मच गया है. इस मामले में वित्त लेखाधिकारी कार्यालय में तैनात एक कर्मचारी की संलिप्तता भी बताई जा रही है. जांच रिपोर्ट पहुंचते ही वित्त लेखाधिकारी स्तर से उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
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