आगरा : डाॅ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की वार्षिक परीक्षा में जमकर नकल हो रही है. परीक्षा केंद्रों पर कहीं बोल-बोल कर नकल करायी जा रही है तो कहीं पर छात्रों के लिए पर्याप्त फर्नीचर ही नहीं हैं. यह खुलासा हर दिन नकल रोकने वाले सचल दल की रिपोर्ट में हो रहा है. सचल दल को फतेहाबाद रोड स्थित कृष्णा काॅलेज में बुधवार को पहली पाली के दौरान बोल-बोल कर नकल कराते लोग मिले. जब सचल दल एक अन्य जगह से मुआयना कर चलने लगा तो गाड़ी में रुपयों की गड्डी का लिफाफा डाला गया.
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति आलोक कुमार राय ने बताया कि बुधवार को नकल रोकने के लिए 14 सचल दल रवाना किये गये. प्रथम पाली में आरबीएस कॉलेज के एसोसिएट प्रो. युवराज सिंह और उनकी टीम ने ममता डिग्री कॉलेज, सादाबाद रोड (जलेसर, एटा) में हल किया हुआ एक प्रश्न पत्र बरामद किया है. जिसका वीडियो भी बनाया गया है. जब सचल दल वहां से चलने लगा तो कार में एक लिफाफा फेंका गया. एक बार लिफाफा वापस करने के बाद दोबारा चलने पर कार में लिफाफा फेंका गया. सचल दल प्रभारी ने लिफाफा के साथ ही अपनी रिपोर्ट परीक्षा नियंत्रक को सौंपी है.
विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक अजय कृष्ण यादव ने बताया कि शिकायत मिली थी कि बौहरे नारायण सिंह आर्य महाविद्यालय, गढ़ी खांदा, बलदेव (मथुरा) में नकल करायी जा रही है. वहां पर सचल दल भेजा गया. सचल दल ने वहां की जो रिपोर्ट दी है, उसके मुताबिक परीक्षा केंद्र पर अंधेरे कमरों में बिना पर्याप्त फर्नीचर के परीक्षाएं हो रही थीं. इस बारे में विश्वविद्यालय की ओर से मथुरा के जिलाधिकारी और एसएसपी से वार्ता करके सचल दल ने पूरे समय वहां उपस्थित रहकर परीक्षाएं संपन्न करायी. परीक्षा नियंत्रक अजय कृष्ण यादव ने बताया कि सचल दल को कृष्णा कॉलेज, बमरौली कटारा, फतेहाबाद रोड (आगरा) में बोल-बोलकर नकल कराते हुए मिली है. प्रथम पाली में इस महाविद्यालय में 145 विद्यार्थियों की परीक्षा थी. प्रश्न पत्रों की बुकलेट की सीरीज की कोडिंग एक समान करके बोल-बोलकर निशान लगवाए जा रहे थे. प्रश्न पत्रों की बुकलेट और उपस्थिति पत्रक ज़ब्त की गई है.
वार्षिक परीक्षा के दौरान हो रही नकल कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय का कहना है कि सचल दल की रिपोर्ट के आधार पर सभी प्रकरण की जांच कराई जाएगी. यह कॉलेज परीक्षा केंद्र कैसे बनाए गए. यह भी जांच का विषय है. इसके साथ ही विद्यार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो. इसलिए परीक्षा केंद्र नहीं बदले जा रहे हैं. मगर, यहां पर अब परीक्षा के दौरान पूरे समय सचल दल निरीक्षण करेंगे. नकल और अव्यवस्थाओं के प्रकरण में विश्वविद्यालय सख्त कार्रवाई करेगा.
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