आगरा: जनपद में अखिल भारत हिंदू महासभा (akhil bharat hindu Mahasabha) की राष्ट्रीय अध्यक्ष (national president) राजश्री चौधरी (Rajshree Choudhary) ने एलान किया था कि 6 दिसंबर को मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि के पास स्थित कथित विवादित स्थल (ईदगाह) में कान्हाजी का जलाभिषेक करेगी.
इसकी घोषणा के बाद शनिवार को अखिल भारत हिंदू महासभा ने आगरा रावली महादेव मंदिर (Rawali Mahadev Temple) से एक आमंत्रण यात्रा (aamantrit yatra) निकाली और मनकामेश्वर महादेव मंदिर पर इसका समापन करते हुए लोगों को मथुरा स्थित विवादित स्थल (ईदगाह) में कान्हाजी के जलाभिषेक में पहुंचने का आमंत्रण दिया.
राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट (National Spokesperson Sanjay Jat) ने बताया कि 4 दिसंबर 2021 को सोरों से मां गंगा का पवित्र जल, बटेश्वर तीर्थ स्थल (Bateshwar pilgrimage place) से जमुना जी का जल, आगरा से ताजमहल (तेजो महालय) के अंदर जो एक-एक बूंद सदियों से शिवलिंग पर गिरता रहा है, उसे एकत्र करते हुए कैलाश महादेव मंदिर से पवित्र जल लेकर यात्रा करते हुए 5 दिसंबर की शाम को मथुरा पहुंचेंगे. राज्यश्री चौधरी के नेतृत्व में 6 दिसंबर को कान्हाजी का जल अभिषेक करेंगे.
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अखिल भारतीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने बताया कि हमारी संस्कृति एवं सनातन आस्था पर गुलामी एवं हमलावरों के प्रतीकों को मिटाने के प्रयास में अखिल भारत हिंदू महासभा ने 70 साल तक अदालत में कानूनी लड़ाई के बाद श्रीराम जन्म भूमि को मुक्त कराया.
अब हमलावर बाबर के वंशज औरंगजेब के अतिक्रमण को मुक्त कराने के लिए 6 दिसंबर को राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में श्रीकृष्ण के वास्तविक जन्म स्थान श्रीकृष्ण जन्मभूमि मथुरा में प्रवेश करेंगे. इस दौरान देशभर की सभी नदियों, मंदिर, गुरुद्वारों, जैन मंदिरों आदि पवित्र स्थल से कलश या पवित्र धातु के पात्र से लाए गए जल से लड्डू गोपाल का जलाभिषेक किया जाएगा.
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