ETV Bharat / state

आगराः ताजनगरी में सांसों पर संकट, आंखों में जलन और फूलने लगा दम - आगरा में aqi

ताजनगरी आगरा में दीपावली के बाद फिर से जहर घुलने लगा है. इसके साथ ही सर्दी के मौसम का असर भी दिखने लगा है. शहर में एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ने से लोगों को आंखों में जलन और सांस संबंधी समस्याएं होने लगी हैं.

सांसों पर संकट
author img

By

Published : Nov 14, 2019, 3:16 PM IST

आगराः ताजनगरी की आबोहवा में दीपावली के बाद फिर से जहर घुलने लगा है. तापमान नीचे गिरने और नमी बढ़ने से सूक्ष्म कण वायुमंडल की सतह पर तैर रहे हैं. इससे होने वाला धुंध लोगों की परेशानी बढ़ा रहा है. लोगों की आंखों में जलन के साथ ही सांस संबंधी बीमारी हो रही है. बुधवार की बात करें तो आगरा का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 293 तक पहुंच गया. गुरुवार सुबह भी ऐसे ही हालात हैं.जिसके चलते लोग परेशान हैं.

हवा में घुलने लगा जहर.

शहर में एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ने की मुख्य वजह वायुमंडल में मौजूद अति सूक्ष्म कण हैं. खांसी और आंखों में जलन की मुख्य वजह कार्बन मोनोऑक्साइड गैस है जिसका लेवल लगातार बढ़ रहा है. रामबाग निवासी सुनील गुप्ता ने बताया कि दीपावली के बाद से ही दिक्कत हो रही है. आंखों में जलन की शिकायत है. सांस लेने में भी समस्या आ रही है. धुंध छाई रहती है. जलेसर निवासी राजेंद्र सिंह ने बताया कि सर्दी बढ़ी है. पॉल्यूशन के चलते सांस लेने में दम फूलता हुआ महसूस हो रहा है.

यह है एक्यूआई मानक

एक्यूआई गुणवत्ता
0-50 अच्छी
51-100 संतोषजनक
101-200 मध्यम
201-300 खराब
301-400 बेहद खराब
401-500 गंभीर
501 से आगे आपातकाल

यह रही एक्यूआई की स्थिति

दिनांक एक्यूआई स्थिति
7 नवंबर 147 मध्यम
8 नवंबर 142 मध्यम
9 नवंबर 98 संतोषजनक
10 नवंबर 114 मध्यम
11 नवंबर 143 मध्यम
12 नवंबर 209 खराब
13 नवंबर 293 खराब

13 नवंबर को प्रदूषक तत्वों की स्थिति

प्रदूषक तत्व औसत
कार्बन मोनोऑक्साइड 75 एमपीएस
नाइट्रोजन डाइऑक्साइड 78 एमपीएस
सल्फर डाइऑक्साइड 16 एमपीएस
ओजोन 16 एमपीएस
अति सूक्ष्म कण 205 एमपीएस

आगराः ताजनगरी की आबोहवा में दीपावली के बाद फिर से जहर घुलने लगा है. तापमान नीचे गिरने और नमी बढ़ने से सूक्ष्म कण वायुमंडल की सतह पर तैर रहे हैं. इससे होने वाला धुंध लोगों की परेशानी बढ़ा रहा है. लोगों की आंखों में जलन के साथ ही सांस संबंधी बीमारी हो रही है. बुधवार की बात करें तो आगरा का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 293 तक पहुंच गया. गुरुवार सुबह भी ऐसे ही हालात हैं.जिसके चलते लोग परेशान हैं.

हवा में घुलने लगा जहर.

शहर में एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ने की मुख्य वजह वायुमंडल में मौजूद अति सूक्ष्म कण हैं. खांसी और आंखों में जलन की मुख्य वजह कार्बन मोनोऑक्साइड गैस है जिसका लेवल लगातार बढ़ रहा है. रामबाग निवासी सुनील गुप्ता ने बताया कि दीपावली के बाद से ही दिक्कत हो रही है. आंखों में जलन की शिकायत है. सांस लेने में भी समस्या आ रही है. धुंध छाई रहती है. जलेसर निवासी राजेंद्र सिंह ने बताया कि सर्दी बढ़ी है. पॉल्यूशन के चलते सांस लेने में दम फूलता हुआ महसूस हो रहा है.

यह है एक्यूआई मानक

एक्यूआई गुणवत्ता
0-50 अच्छी
51-100 संतोषजनक
101-200 मध्यम
201-300 खराब
301-400 बेहद खराब
401-500 गंभीर
501 से आगे आपातकाल

यह रही एक्यूआई की स्थिति

दिनांक एक्यूआई स्थिति
7 नवंबर 147 मध्यम
8 नवंबर 142 मध्यम
9 नवंबर 98 संतोषजनक
10 नवंबर 114 मध्यम
11 नवंबर 143 मध्यम
12 नवंबर 209 खराब
13 नवंबर 293 खराब

13 नवंबर को प्रदूषक तत्वों की स्थिति

प्रदूषक तत्व औसत
कार्बन मोनोऑक्साइड 75 एमपीएस
नाइट्रोजन डाइऑक्साइड 78 एमपीएस
सल्फर डाइऑक्साइड 16 एमपीएस
ओजोन 16 एमपीएस
अति सूक्ष्म कण 205 एमपीएस
Intro:आगरा.
ताजनगरी की आबोहवा में दीपावली के बाद फिर से जहर घुलने लगा है. तापमान नीचे गिरने और नमी बढ़ने से सूक्ष्म कण वायुमंडल की सतह पर तैर रहे हैं. इससे धुंध हो रही है. जनता की परेशानी बढ़ी है. लोगों की आंखों में जलन के साथ ही उन्हें सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है. बुधवार की बात करें तो आगरा की एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 293 तक पहुंच गई. जो इस सीजन की सबसे ज्यादा है. गुरुवार सुबह से ही ऐसे ही हालात हैं. पॉल्यूशन के चलते लोग परेशान हैं. उनकी सांस फूलने लगी हैं.



Body:आगरा की एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ने की मुख्य वजह वायुमंडल में मौजूद अति सूक्ष्म कण हैं. इसके साथ ही लंबे समय तक खांसी और आंखों में जलन की मुख्य वजह कार्बन मोनोऑक्साइड गैस है. इसका भी लेवल लगातार बढ़ रहा है.

रामबाग निवासी सुनील गुप्ता ने बताया कि, दीपावली के बाद से ही दिक्कत हो रही है. आंखों में जलन की शिकायत है. सांस लेने में भी समस्या आ रही है. धुंध छाई रहती है.

जलेसर निवासी राजेंद्र सिंह ने बताया कि, सर्दी बढ़ी है. पॉल्यूशन के चलते सांस लेने में दम फूलता हुआ महसूस हो रहा है. काफी परेशानी हो रही है. आंखों में भी जलन की शिकायत है.


यह है एक्यूआई मानक
एक्यूआई.................गुणवत्ता
0-50.......................अच्छी
51-100..................संतोषजनक
101-200................मध्यम
201-300...............खराब
301-400...............बेहद खराब
401-500...............गंभीर
501 से आगे............ आपातकाल


यह रही एक्यूआई की स्थिति
दिनांक............... एक्यूआई........ स्थिति
सात नवंबर...............147.........मध्यम
आठ नवंबर................142........मध्यम
नौ नवंबर...................98..........संतोषजनक
10 नवंबर...................114........मध्यम
11 नवंबर...................143.......मध्यम
12 नवंबर...................209........खराब
13 नवंबर...................293........खराब


13 नवंबर को प्रदूषक तत्वों की स्थिति
प्रदूषक तत्व.........................औसत
कार्बन मोनोऑक्साइड...............75 एमपीएस
नाइट्रोजन डाइऑक्साइड............78 एमपीएस
सल्फर डाइऑक्साइड ................16 एमपीएस
ओजोन ..................................16 एमपीएस
अति सूक्ष्म कण.........................205 एमपीएस


Conclusion:आगरा की एयर क्वालिटी इंडेक्स खराब होने से ताजमहल पर पॉल्यूशन की मार बढ़ रही है. यह ताज के संगमरमरी बदन के लिए खतरनाक है. ताजमहल के आसपास भी पॉल्यूशन का स्तर ज्यादा है. ताजमहल के आसपास ही 39 फीसदी धूल कण पाए गए हैं.
.........
पहली बाइट सुनील गुप्ता, रामबाग निवासी की।
दूसरी बाइट राजेंद्र सिंह, जलेसर निवासी की।

.........
श्यामवीर सिंह
आगरा
8387893357
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.