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घूस लेते पकड़ी गईं 'Madam सर'; CLU करने के लिए एक लाख रुपए में की डील; विजिलेंस ने रंगे हाथों दबोचा - मैडम भी लेती हैं रिश्वत

Madam Taking Bribe: राजस्व निरीक्षक मैडम आगरा नगर निगम के गेट पर रिश्वत ले रहीं थीं. जैसे ही उन्होंने रुपए लिए वैसे ही विजिलेंस की टीम ने उन्हें पकड़ लिया और गाड़ी में बैठाकर ले गए.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 9, 2024, 5:40 PM IST

Updated : Jan 10, 2024, 5:41 PM IST

आगरा: विजीलेंस टीम ने मंगलवार की दोपहर आगरा नगर निगम की राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता को एक लाख रुपए की घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता ने कमलानगर के एक भवन को आवासीय से व्यावसायिक(Change of Land Use) में करने के एवज में दो लाख रुपए की डिमांड की थी. उन्होंने मंगलवार दोपहर जैसे ही पेशगी में एक लाख रुपए की रिश्वत नगर निगम के मुख्य गेट पर ली, वैसे ही विजीलेंस की टीम ने उसे दबोच लिया.

विजीलेंस टीम उन्हें कार में बैठा कर रवाना हो गई. इस पर वहां मौजूद लोगों ने राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता के अपहरण का हल्ला मचा दिया. जिससे नगर निगम में खलबली मच गई. आनन फानन में नगर निगम अधिकारी स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम में पहुंच गए. सीसीटीवी कैमरे खंगाले और पुलिस को सूचना दी. जब नगर निगम अधिकारियों और कर्मचारियों को राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता में घूस लेते पकड़े जाने की सूचना से खलबली मच गई.

कमला नगर ई-ब्लाक निवासी सुभाष अग्रवाल ने पांच दिन पहले विजीलेंस में राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता के रिश्वत लेने की शिकायत की. जिसमें बताया कि आवासीय भवन को व्यवसायिक में कराना है. जिसके एवज में राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता ने उनसे पांच लाख मांगे थे. बाद में दो लाख रुपये में दो लाख रुपये में सौदा तय हुआ है. अब काम से पहले राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता एक लाख रुपए मांग रही हैं. बाकी रकम काम होने के बाद ली जाएगी.

एसपी विजिलेंस शगुन गौतम ने बताया कि नगर निगम की राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता को लेकर मिली शिकायत की जांच कराई तो भ्रष्टाचार की शिकायत सही मिली. इसके बाद राजस्व निरीक्षक को रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया. राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता ने पीड़ित सुभाष अग्रवाल को घूस की रकम लेकर मंगलवार को नगर निगम बुलाया था. इसलिए, विजिलेंस टीम ने मंगलवार डेढ़ बजे नगर निगम परिसर में डेरा डाल दिया था.

एसपी विजिलेंस शगुन गौतम ने बताया कि राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता ने पीड़ित सुभाष अग्रवाल काे नगर निगम कार्यालय में बुलाया. फिर, घूस की रकम अपने कार्यालय की जगह नगर निगम मुख्य गेट पर बुलाया. बैरियर के पास ही रोक दिया. मंगलवार की दोपहर तीन बजे राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता कार्यालय से बाहर बैरियर के पास आईं. उन्होंने नगर निगम के गेट पर सुभाष अग्रवाल से घूस की रकम का लिफाफा हाथों में लिया. जिस पर विजीलेंस टीम ने राजस्व निरीक्षक को रंगे हाथ पकड़ लिया. जब टीम उसे ले जाने लगी तो वहां मौजूद कर्मचारी दौड़ पड़े. उन्हें लगा कि बाहरी लोगों का राजस्व निरीक्षक से विवाद हो गया है.

एसपी विजिलेंस शगुन गौतम ने बताया कि गिरफ्तार राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता मूलरूप से मोहल्ला जोशियान फिरोजाबाद की निवासी हैं. वो फिरोजाबाद से आगरा नगर निगम आती हैं. उनके पास कमलानगर का क्षेत्र है.राजस्व निरीक्षक अपने साथ दलाल को लेकर आई थीं. दलाल अनुराग नगर बल्केश्वर का निवासी है. जो राजस्व निरीक्षक का खास है. जो घूस लेने के दौरान राजस्व निरीक्षक के साथ था. उससे भी पूछताछ की जा रही है.

ये भी पढ़ेंः बुलंदशहर में मनी लांर्डिंग, ईडी ने कॉलोनाइजर के यहां मारा छापा, ताला तोड़कर मकान में घुसी

आगरा: विजीलेंस टीम ने मंगलवार की दोपहर आगरा नगर निगम की राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता को एक लाख रुपए की घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता ने कमलानगर के एक भवन को आवासीय से व्यावसायिक(Change of Land Use) में करने के एवज में दो लाख रुपए की डिमांड की थी. उन्होंने मंगलवार दोपहर जैसे ही पेशगी में एक लाख रुपए की रिश्वत नगर निगम के मुख्य गेट पर ली, वैसे ही विजीलेंस की टीम ने उसे दबोच लिया.

विजीलेंस टीम उन्हें कार में बैठा कर रवाना हो गई. इस पर वहां मौजूद लोगों ने राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता के अपहरण का हल्ला मचा दिया. जिससे नगर निगम में खलबली मच गई. आनन फानन में नगर निगम अधिकारी स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम में पहुंच गए. सीसीटीवी कैमरे खंगाले और पुलिस को सूचना दी. जब नगर निगम अधिकारियों और कर्मचारियों को राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता में घूस लेते पकड़े जाने की सूचना से खलबली मच गई.

कमला नगर ई-ब्लाक निवासी सुभाष अग्रवाल ने पांच दिन पहले विजीलेंस में राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता के रिश्वत लेने की शिकायत की. जिसमें बताया कि आवासीय भवन को व्यवसायिक में कराना है. जिसके एवज में राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता ने उनसे पांच लाख मांगे थे. बाद में दो लाख रुपये में दो लाख रुपये में सौदा तय हुआ है. अब काम से पहले राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता एक लाख रुपए मांग रही हैं. बाकी रकम काम होने के बाद ली जाएगी.

एसपी विजिलेंस शगुन गौतम ने बताया कि नगर निगम की राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता को लेकर मिली शिकायत की जांच कराई तो भ्रष्टाचार की शिकायत सही मिली. इसके बाद राजस्व निरीक्षक को रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया. राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता ने पीड़ित सुभाष अग्रवाल को घूस की रकम लेकर मंगलवार को नगर निगम बुलाया था. इसलिए, विजिलेंस टीम ने मंगलवार डेढ़ बजे नगर निगम परिसर में डेरा डाल दिया था.

एसपी विजिलेंस शगुन गौतम ने बताया कि राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता ने पीड़ित सुभाष अग्रवाल काे नगर निगम कार्यालय में बुलाया. फिर, घूस की रकम अपने कार्यालय की जगह नगर निगम मुख्य गेट पर बुलाया. बैरियर के पास ही रोक दिया. मंगलवार की दोपहर तीन बजे राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता कार्यालय से बाहर बैरियर के पास आईं. उन्होंने नगर निगम के गेट पर सुभाष अग्रवाल से घूस की रकम का लिफाफा हाथों में लिया. जिस पर विजीलेंस टीम ने राजस्व निरीक्षक को रंगे हाथ पकड़ लिया. जब टीम उसे ले जाने लगी तो वहां मौजूद कर्मचारी दौड़ पड़े. उन्हें लगा कि बाहरी लोगों का राजस्व निरीक्षक से विवाद हो गया है.

एसपी विजिलेंस शगुन गौतम ने बताया कि गिरफ्तार राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता मूलरूप से मोहल्ला जोशियान फिरोजाबाद की निवासी हैं. वो फिरोजाबाद से आगरा नगर निगम आती हैं. उनके पास कमलानगर का क्षेत्र है.राजस्व निरीक्षक अपने साथ दलाल को लेकर आई थीं. दलाल अनुराग नगर बल्केश्वर का निवासी है. जो राजस्व निरीक्षक का खास है. जो घूस लेने के दौरान राजस्व निरीक्षक के साथ था. उससे भी पूछताछ की जा रही है.

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Last Updated : Jan 10, 2024, 5:41 PM IST
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