आगरा: बहुचर्चित 'मौत वाली मॉकड्रिल' केस में पारस हॉस्पिटल के संचालक डॉ. अरिंजय जैन को क्लीन चिट मिल गई है. इस पर कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शनिवार दोपहर ट्वीट करके जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की जांच रिपोर्ट पर सवाल उठाए हैं. प्रियंका गांधी ने लिखा है कि, यह विडंबना है. भाजपा सरकार ने ऑक्सीजन बंद करने की 'मॉकड्रिल' को क्लीन चिट देकर इंक्वायरी की 'मॉकड्रिल' कर दी है. उन्होंने इस ट्वीट से यूपी सरकार पर निशाना साधा है.
बता दें कि, कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने 'मौत वाली मॉकड्रिल' के वीडियो वायरल होने पर 8 जून को ट्वीट किए थे. दोनों ने ऑक्सीजन की कमी और पारस हॉस्पिटल की 'मौत वाली मॉकड्रिल' को लेकर ट्वीट करके सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए थे. उसी दिन कांग्रेस के प्रदेश सचिव अमित सिंह ने न्यू आगरा थाने में पारस हॉस्पिटल के संचालक डॉ. अरिंजय जैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए शिकायत भी की थी. लेकिन, उसमें भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
पारस हॉस्पिटल की 'मौत वाली मॉक ड्रिल' को लेकर कांग्रेस पहले से ही सतर्क है. कांग्रेस नेता इस मामले में जिला प्रशासन और पुलिस की हर गतिविधि पर नजर रखे हुए है. शुक्रवार को प्रशासन ने 'मौत वाली मॉकड्रिल' के मामले में पारस हॉस्पिटल के संचालक डॉ. अरिंजय जैन को क्लीन चिट दे दी. जांच रिपोर्ट में माना कि, 48 घंटे में 16 लोगों की मौत हुई थी. मगर, 5 मिनट ऑक्सीजन बंद करके की गई ' मॉकड्रिल' में 22 लोगों की मौत की बात को नकार दिया. जिला प्रशासन की जांच को लेकर कांग्रेसी नेता प्रियंका गांधी ने अब सवाल उठाए हैं.
बहुचर्चित स्थित पारस हॉस्पिटल के संचालक डॉ. अरिंजय जैन के 7 जून को चार वीडियो वायरल हुए. जिसमें डॉ. अरिंजय जैन हॉस्पिटल में भर्ती कोविड-19 मरीजों पर 26 अप्रैल-2021 को-ऑक्सीजन हटा कर की गई 'मॉकड्रिल' की बात कर रहे हैं. उस समय हॉस्पिटल में 96 मरीज भर्ती थे. जिन पर पांच मिनट की मॉक ड्रिल करने से गंभीर 22 मरीजों की हालत खराब हो गई थी. इस मामले में जिला प्रशासन ने पारस हॉस्पिटल के संचालक डॉ. अरिंजय जैन के खिलाफ महामारी एक्ट का मुकदमा दर्ज कराकर हॉस्पिटल को सील कर दिया था.