आगरा: जिले में पुलिस की पिटाई से एक सफाई कर्मचारी की मौत मामले में आम आदमी पार्टी (AAP) ने बुधवार को योगी सरकार (Yogi Government) पर हमला किया. राज्यसभा सदस्य और आप के यूपी प्रभारी संजय सिंह (Sanjay Singh) ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये सहयोग राशि, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध हत्या (आईपीसी 302) का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग की.
संजय सिंह ने सफाई कर्मचारी अरुण की पुलिसिया उत्पीड़न से हुई मौत की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि महोबा के व्यवसायी इंद्रकांत त्रिपाठी की हत्या में एक आईपीएस अफसर पाटीदार खुलेआम घूम रहा है. व्यापारी मनीष गुप्ता के हत्यारे भी पुलिसवाले ही थे. जिन पुलिसवालों पर जनता की सेवा और रक्षा का दायित्व है अब योगी सरकार में हत्या करके मौज कर रहे हैं. संजय सिंह ने कहा कि पुलिस द्वारा अरुण की हत्या कोई सामान्य घटना नहीं है.
संजय सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी के एक ट्वीट पर चुटकी लेते हुए कहा कि पीएम खुद स्वीकार कर रहे हैं कि भ्रष्टाचार देश को खोखला कर रहा है. परंतु कुंभ घोटाला, राममंदिर निर्माण घोटाला जैसे संगीन मसलों पर वह चुप ही रहते हैं. 40 फीसदी महिलाओं को भागीदारी देने से जुड़े सवाल पर संजय सिंह ने कहा कि जैसे पंचायत चुनावों, लोकल बॉडी के चुनावों में आरक्षण है, उस तरह हर चुनावों में महिलाओं की भागीदारी के लिए संसद द्वारा कानून बन जाना चाहिए. आम आदमी पार्टी शुरू से इस कानून की पैरवी कर रही है.
वहीं चिटफंड कंपनियों के नाम पर हो रही लूट से लड़ने के लिए आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने बुधवार को एक प्रकोष्ठ का गठन किया. इस प्रकोष्ठ में रविशंकर गौतम, रामदेव गौतम और डाॅ. रामसागर शुक्ल प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं. प्रेसवार्ता के दौरान प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह और प्रदेश सहप्रभारी ब्रजलाल लोधी भी मौजूद रहे.
आप नेता संजय सिंह ने योगी सरकार पर लगाए ये आरोप, कहा- दलितों का हो रहा उत्पीड़न
आगरा पहुंचे आप (AAP) नेता संजय सिंह (Sanjay Singh) ने कहा कि बीजेपी सरकार (BJP Government) में दलितों का उत्पीड़न हो रहा है. उन्होंने कहा कि आगरा में सफाई कर्मचारी अरुण की मौत पुलिसिया उत्पीड़न से हुई है. इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए.
आगरा: जिले में पुलिस की पिटाई से एक सफाई कर्मचारी की मौत मामले में आम आदमी पार्टी (AAP) ने बुधवार को योगी सरकार (Yogi Government) पर हमला किया. राज्यसभा सदस्य और आप के यूपी प्रभारी संजय सिंह (Sanjay Singh) ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये सहयोग राशि, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध हत्या (आईपीसी 302) का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग की.
संजय सिंह ने सफाई कर्मचारी अरुण की पुलिसिया उत्पीड़न से हुई मौत की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि महोबा के व्यवसायी इंद्रकांत त्रिपाठी की हत्या में एक आईपीएस अफसर पाटीदार खुलेआम घूम रहा है. व्यापारी मनीष गुप्ता के हत्यारे भी पुलिसवाले ही थे. जिन पुलिसवालों पर जनता की सेवा और रक्षा का दायित्व है अब योगी सरकार में हत्या करके मौज कर रहे हैं. संजय सिंह ने कहा कि पुलिस द्वारा अरुण की हत्या कोई सामान्य घटना नहीं है.
संजय सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी के एक ट्वीट पर चुटकी लेते हुए कहा कि पीएम खुद स्वीकार कर रहे हैं कि भ्रष्टाचार देश को खोखला कर रहा है. परंतु कुंभ घोटाला, राममंदिर निर्माण घोटाला जैसे संगीन मसलों पर वह चुप ही रहते हैं. 40 फीसदी महिलाओं को भागीदारी देने से जुड़े सवाल पर संजय सिंह ने कहा कि जैसे पंचायत चुनावों, लोकल बॉडी के चुनावों में आरक्षण है, उस तरह हर चुनावों में महिलाओं की भागीदारी के लिए संसद द्वारा कानून बन जाना चाहिए. आम आदमी पार्टी शुरू से इस कानून की पैरवी कर रही है.
वहीं चिटफंड कंपनियों के नाम पर हो रही लूट से लड़ने के लिए आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने बुधवार को एक प्रकोष्ठ का गठन किया. इस प्रकोष्ठ में रविशंकर गौतम, रामदेव गौतम और डाॅ. रामसागर शुक्ल प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं. प्रेसवार्ता के दौरान प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह और प्रदेश सहप्रभारी ब्रजलाल लोधी भी मौजूद रहे.