वाराणसी : प्रदेश में रिश्वत लेने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है. जिले भेलूपुर स्थित आवास विकास ऑफिस कॉम्प्लेक्स में विजिलेंस की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. टीम ने गुरुवार को 75 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुश्रवण सहायक को गिरफ्तार किया है.
उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, फतेहपुर के रहने वाले शिकायतकर्ता दीपक कुमार ने बताया कि वह एक वाशिंग पाउडर फैक्ट्री का पूरा कार्य देख रहे थे. उनका आरोप है कि फैक्ट्री के लिए प्रदूषण विभाग से प्रमाण पत्र बनवाने के बदले रंजीत कुमार ने 75 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी. जिसके बाद उन्होंने इस मामले की शिकायत 25 नवंबर 2024 को उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान के वाराणसी सेक्टर कार्यालय में की थी. शिकायत के बाद विजिलेंस की टीम ने कार्रवाई करते हुए गुरुवार को सुबह कार्यालय में रंजीत कुमार को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए पकड़ा. रंजीत कुमार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में अनुश्रवण सहायक के पद पर नियुक्त हैं. रंजीत कुमार को जवाहर नगर भेलूपुर आवास विकास ऑफिस काम्प्लेक्स स्थित कार्यालय से गिरफ्तार किया गया है. उनके खिलाफ थाना सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है.
लेखपाल को किया गया था गिरफ्तार : यूपी के अलीगढ़ में एक साल में रिश्वतखोरी में 5 सरकारी कर्मचारियों की गिरफ्तारी हुई. इसमें भी लेखपालों के भ्रष्टाचार के सर्वाधिक मामले पकड़े गए. बीते 14 नवंबर को ही गभाना में लेखपाल के पद पर ट्रेनिंग कर रहे गीतम सिंह को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया था. बताया जाता है कि वह अपने प्रशिक्षण के 64वें दिन भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए थे.
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