श्रीनगर : भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था जिसके बाद उन्होंने आईपीएल 2020 से भी अपना नाम वापस ले लिया था. अब उन्होंने जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह को पत्र लिखकर राज्य के क्रिकेट को बढ़ावा देने का प्रस्ताव रखा था जिसके बाद उन्होंने आज दिलबाग सिंह से श्रीनगर में मुलाकात भी की.
इस बारे में पुलिस ने बताया कि रैना आज श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग से मिले और पुलिस के क्रिकेट टूर्नमेंट को लेकर बात की. वो यहां के युवाओं को निखारने में सहयोग करेंगे. उनका ये प्रस्ताव वॉलिंटियर के रूप मे होगा. आपको बता दें कि 33 वर्षीय रैना ने कहा था कि वो खेल को कुछ वापस करना चाहते है. रैना स्वयं एक कश्मीरी पंडित हैं. उनके पिता त्रिलोकचंद राज्य के रैनवारी इलाके के रहने वाले हैं वहीं उनकी मां हिमाचल की मूल निवासी हैं.
रैना ने पत्र में लिखा था- मैंने 15 साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कड़ी मेहनत की है और इसलिए अब मैं अपनी जानकारी और इतने साल में सीखे गए हुनर को अगली पीढ़ी को देना चाहूंगा.
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर की टीम ने रणजी ट्रॉफी के सेटअप में 1959-60 में जगह बनाई लेकिन टीम तभी से भारत के बड़े घरेलू सेटअप में संघर्ष करती रही है. हालांकि परवेज रसूल की कप्तानी में टीम ने हाल के कुछ वर्षों बेहतर प्रदर्शन किया है.
साल 2013-2014 में टीम ने क्वॉर्टर फाइनल में जगह बनाई थी, फिर उन्होंने सीजन में मुंबई को हराया था. 2019-20 में एक बार फिर उसने नॉकआउट में जगह बनाई थी. जम्मू-कश्मीर के पास काफी हाई प्रोफाइल कोच रहे हैं. साल 2012 में टीम के इन्चार्ज बिशन सिंह बेदी थे.
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फिर सुनील जोशी साल 2014 में टीम के साथ जुड़े. फिलहाल टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान मेंटॉर की भूमिका में हैं. जम्मू-कश्मीर के रासिक सलीम डार, ने 2019 में मुंबई इंडियंस के लिए डेब्यू किया था. वो इरफान पठान क्रिकेट अकादमी से निकले थे.