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कन्नौज : चुनाव का लेखा-जोखा करने में निल हैं कर्मचारी, डीएम ने लगाई क्लास

प्रत्याशियों के चुनाव खर्चों को लेकर प्रशासन लगातार सख्त दिख रहा है. जिलाधिकारी ने चुनाव का ब्यौरा लेने में लगी टीम के साथ मीटिंग की.

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Published : Apr 19, 2019, 12:53 PM IST

कन्नौज : लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों के आय और व्यय के खर्चों का हिसाब जिला प्रशासन कर रहा है. इसके लिए जिले भर के सरकारी कार्यालयों में कार्यरत अकाउंट कर्मचारियों को इस कार्य में लगाया गया है. वहीं लगाए गए कर्मचारियों को लेकर बड़ी बात सामने आई है. जिन कर्मचारियों को इस कार्य के लिए लगाया गया है उनको यह तक नहीं मालूम है कि आखिरकार प्रत्याशियों के खर्च का ब्यौरा किस तरह से लिया जाएगा.

जानकारी देते कोषाधिकारी.


लोकसभा चुनाव को लेकर प्रत्याशियों के चुनावी खर्च के लेखा-जोखा के लिए जिला प्रशासन ने सभी अकाउंट कर्मचारियों को निर्देश जारी किए थे कि वह प्रत्याशियों के खर्च का ब्यौरा तैयार करें. जो भी चुनावी खर्च हो रहा है. उसका एक-एक हिसाब रखा जाए. जिसको लेकर चुनावी प्रक्रिया के चलते जब जिलाधिकारी ने सभी अकाउंट कर्मचारियों से एक बैठक के दौरान उनका काम करने का तरीका जानने की कोशिश की तो कोई भी इसका सही तरीका नहीं बता पाया.


इस पर जिलाधिकारी के तेवर सख्त हो गए और जिलाधिकारी ने बैठक में मौजूद सभी कर्मचारियों को अल्टीमेटम देते हुए कड़ी चेतावनी दे डाली. वहीं प्रेक्षक रोहित प्रकाश जोशी की टीम ने प्रत्याशियों के चुनावी खर्च का ब्यौरा तलब किया. जिसके अंतर्गत पहले चरण में 10 प्रत्याशियों में से 9 प्रत्याशियों ने जांच कराई गई है. वरिष्ठ कोषाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि सभी प्रत्याशियों के खर्च की जांच की जा रही है. जिसमें हमारे कर्मचारी लगे हुए हैं.


भारतीय वंचित पार्टी से महिला प्रत्याशी रामादेवी जांच के दौरान उपस्थित नहीं हुई है जिन्हें नोटिस भेजा गया है. इसी तरह शिवसेना प्रत्याशी आनंद विक्रम सिंह व फॉरवर्ड ब्लॉक से सुभाष चंद्र दोहरे एवं राष्ट्रीय समाज पक्ष से संजीव कुमार ने जिन वाहनों से प्रचार किए जाने के खर्च का ब्योरा दिया है उन वाहनों की अनुमति ही नहीं दी गई थी. जिस पर प्रेक्षक ने तीनों प्रत्याशियों को नोटिस जारी किया है. भाजपा प्रत्याशी ने चुनाव खर्च के रूप में 13,01,676 का ब्यौरा दिया है. वहीं सपा-बसपा महागठबंधन प्रत्याशी डिंपल यादव की ओर से 9,36,095 रुपए खर्च होने का ब्यौरा दिया गया है.

कन्नौज : लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों के आय और व्यय के खर्चों का हिसाब जिला प्रशासन कर रहा है. इसके लिए जिले भर के सरकारी कार्यालयों में कार्यरत अकाउंट कर्मचारियों को इस कार्य में लगाया गया है. वहीं लगाए गए कर्मचारियों को लेकर बड़ी बात सामने आई है. जिन कर्मचारियों को इस कार्य के लिए लगाया गया है उनको यह तक नहीं मालूम है कि आखिरकार प्रत्याशियों के खर्च का ब्यौरा किस तरह से लिया जाएगा.

जानकारी देते कोषाधिकारी.


लोकसभा चुनाव को लेकर प्रत्याशियों के चुनावी खर्च के लेखा-जोखा के लिए जिला प्रशासन ने सभी अकाउंट कर्मचारियों को निर्देश जारी किए थे कि वह प्रत्याशियों के खर्च का ब्यौरा तैयार करें. जो भी चुनावी खर्च हो रहा है. उसका एक-एक हिसाब रखा जाए. जिसको लेकर चुनावी प्रक्रिया के चलते जब जिलाधिकारी ने सभी अकाउंट कर्मचारियों से एक बैठक के दौरान उनका काम करने का तरीका जानने की कोशिश की तो कोई भी इसका सही तरीका नहीं बता पाया.


इस पर जिलाधिकारी के तेवर सख्त हो गए और जिलाधिकारी ने बैठक में मौजूद सभी कर्मचारियों को अल्टीमेटम देते हुए कड़ी चेतावनी दे डाली. वहीं प्रेक्षक रोहित प्रकाश जोशी की टीम ने प्रत्याशियों के चुनावी खर्च का ब्यौरा तलब किया. जिसके अंतर्गत पहले चरण में 10 प्रत्याशियों में से 9 प्रत्याशियों ने जांच कराई गई है. वरिष्ठ कोषाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि सभी प्रत्याशियों के खर्च की जांच की जा रही है. जिसमें हमारे कर्मचारी लगे हुए हैं.


भारतीय वंचित पार्टी से महिला प्रत्याशी रामादेवी जांच के दौरान उपस्थित नहीं हुई है जिन्हें नोटिस भेजा गया है. इसी तरह शिवसेना प्रत्याशी आनंद विक्रम सिंह व फॉरवर्ड ब्लॉक से सुभाष चंद्र दोहरे एवं राष्ट्रीय समाज पक्ष से संजीव कुमार ने जिन वाहनों से प्रचार किए जाने के खर्च का ब्योरा दिया है उन वाहनों की अनुमति ही नहीं दी गई थी. जिस पर प्रेक्षक ने तीनों प्रत्याशियों को नोटिस जारी किया है. भाजपा प्रत्याशी ने चुनाव खर्च के रूप में 13,01,676 का ब्यौरा दिया है. वहीं सपा-बसपा महागठबंधन प्रत्याशी डिंपल यादव की ओर से 9,36,095 रुपए खर्च होने का ब्यौरा दिया गया है.

Intro:चुनाव का लेखा-जोखा करने में निल है कर्मचारी, डीएम ने लगाई क्लास

- तीन प्रत्याशियों को बिना अनुमति वाहन से प्रचार करने पर मिली नोटिस

यूपी के कन्नौज में लोकसभा चुनाव को लेकर प्रत्याशियों के चुनावी खर्च के लेखा-जोखा के लिए जिला प्रशासन ने सभी अकाउंट कर्मचारियों को निर्देश जारी किए थे कि वह प्रत्याशियों के खर्च का ब्यौरा तैयार करें और जो भी चुनावी खर्च हो रहा है। उसका एक-एक हिसाब-किताब रखा जाए । जिसको लेकर चुनावी प्रक्रिया के चलते जब जिलाधिकारी ने सभी अकाउंट कर्मचारियों से एक बैठक के दौरान उनका काम करने का तरीका जानने की कोशिश की तो कोई भी इसका सही तरीका नही बता पाया। इस पर जिलाधिकारी के तेवर शख्त हो गए और जिलाधिकारी ने बैठक में मौजूद सभी कर्मचारियों को अल्टीमेटम देते हुए कड़ी चेतावनी दे डाली, तो वहीं तीन प्रत्याशियों को बिना अनुमति प्रचार वाहन चलाने को लेकर नोटिस दी गयी है। पेश है कन्नौज से यह स्पेशल रिपोर्ट ।


Body:कन्नौज लोकसभा में 29 अप्रैल को मतदान होना है, जिसको लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से चुनाव के कार्यों में जुटा हुआ है। इसी प्रक्रिया में प्रत्याशियों के आय और व्यय के चुनावी खर्चों का हिसाब-किताब की भी जांच की जा रही है। इसके लिए जिले भर में सरकारी कार्यालयों में कार्यरत अकाउंट कर्मचारियों को इस कार्य में लगाया गया है , लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह सामने आई है कि जिन लोगों को इस कार्य के लिए लगाया गया है उन कर्मचारियों को यह तक नहीं मालूम है कि आखिरकार प्रत्याशियों के खर्च का ब्योरा किस तरह से लिया जाएगा ।

इस दौरान बे प्रेक्षक रोहित प्रकाश जोशी ने वह वाले का टीम के साथ प्रत्याशियों के चुनावी खर्च का ब्यौरा तलब किया है जिसके अंतर्गत पहले चरण में 10 प्रत्याशियों में से 9 प्रत्याशियों ने जांच कराइ है। वरिष्ठ कोषाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि सभी प्रत्याशियों के खर्च की जांच की जा रही है जिसमें हमारे कर्मचारी लगे हुए हैं तो वही भारतीय वंचित पार्टी से महिला प्रत्याशी रामादेवी जांच के दौरान उपस्थित नहीं हुई है जिन्हें नोटिस भेजा गया है । इसी तरह शिवसेना प्रत्याशी आनंद विक्रम सिंह व फॉरवर्ड ब्लॉक से सुभाष चंद्र दोहरे एवं राष्ट्रीय समाज पक्ष से संजीव कुमार ने जिन वाहनों से प्रचार किए जाने के खर्च का ब्योरा दिया है उन वाहनों की अनुमति ही नहीं दी गई थी, जिस पर प्रेक्षक ने तीनों प्रत्याशियों को नोटिस जारी किया है।


Conclusion:इस कार्य के अध्ययन के लिए चुनाव आयोग द्वारा निर्गत की गई पुस्तक भी चुनावी खर्च के कार्य में लगे कर्मचारियों को दी गई है। जिसमें पूरी तरह से प्रत्याशियों का ब्यौरा लिया जाने का तरीका दिया गया है । इसके बावजूद जब कर्मचारी कार्य में हीला
-हवाली करते दिखे, तो जिलाधिकारी/चुनाव रिटर्निंग ऑफीसर रविंद्र कुमार का पारा चढ़ गया और उन्होंने सभी कर्मचारियों की क्लास लगा ली , जिसके बाद मौजूद सभी कर्मचारियों की जमकर लताड़ लगाई और शीघ्र कार्य किए जाने के निर्देश दिए। जिससे प्रत्याशियों द्वारा की जा रही चुनावी सभाओं का, गाड़ियों का और कार्यालयों का, जो ब्यय है इन सभी तरह के व्यय से प्रत्याशियों के खर्चों को देखा जा रहा है, जिसकी जांच की जा रही है।

भाजपा प्रत्याशी ने दिया चुनाव खर्च के रूप में 13,01,676 का ब्यौरा

सपा-बसपा महागठबंधन प्रत्याशी डिंपल यादव की ओर से 9,36,095 रुपए खर्च होने का ब्योरा दिया गया है।

इन सभी प्रत्याशियों के द्वारा दिए गए खर्च के ब्योरा की जांच की जा रही है।

बाइट- राजेश कुमार - वरिष्ठ कोषाधिकारी कन्नौज

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कन्नौज से पंकज श्रीवास्तव
9415 168969
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