वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 अक्टूबर को वाराणसी में 6700 करोड़ रुपए की योजनाओं की सौगात दी थी. इस योजना में सबसे महत्वपूर्ण था वाराणसी का नया तैयार हुआ स्टेडियम. वाराणसी के संपूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम के रिनोवेशन के बाद यहां पर तैयार हुआ परिसर और मैदान एक नए रूप में सामने आया. इसके बाद इसका नाम वाराणसी स्पोर्ट्स कंपलेक्स किया गया. इसे लेकर काफी हंगामा मचा.
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने इसका जबरदस्त विरोध किया. अखिलेश यादव से लेकर कांग्रेस के बड़े नेताओं ने भी संपूर्णानंद का नाम बदले जाने पर नाराजगी जताई. इन सबके बीच पिछले दिनों राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल ने अपनी सफाई देते हुए नाम न बदले जाने की बात कही और आज अचानक से वह स्पोर्ट्स स्टेडियम पहुंच गए, जहां उन्होंने स्मार्ट सिटी के अधिकारियों की क्लास लगाई और तत्काल स्टेडियम के सारे गेट पर संपूर्णानंद का नाम लिखवाने के लिए कहा.
प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल गुरुवार को अचानक सिगरा स्थित डॉ. संपूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम पहुंचे और निरीक्षण किया. मौके पर मौजूद स्मार्ट सिटी के अधिकारियों पर बिफरते हुए उन्होंने कड़ी फटकार लगाई. कहा कि स्टेडियम का बोर्ड लगाते समय उस पर लिखा नाम चेक कर लिया जाना चाहिए था. स्मार्ट स्मार्ट सिटी के अधिकारियों की लापरवाही के कारण स्टेडियम के नाम को लेकर लोगों में कंफ्यूजन हुआ.
मंत्री रविंद्र जायसवाल ने स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को निर्देशित किया कि स्टेडियम के मुख्य द्वार सहित चारों स्थान पर जहां भी स्टेडियम का नाम लिखा है, उसे सुधार कराते हुए तत्काल पूर्ववत सुनिश्चित कराया जाए. इस कार्य को शीघ्र प्राथमिकता पर कराए जाने पर उन्होंने विशेष जोर दिया. स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने बताया कि चूंकि बोर्ड बाहर से बनवाया गया है, इसे तत्काल ठीक करा दिया जाएगा.
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